चुनावी साल शुरू हो चुका है ।राजधानी में आज जो सियासी झंझावात देखने को मिला है वह सिर्फ ट्रेलर है असली पिक्चर तो बाकी है जो चुनाव नजदीक आने पर निश्चित ही देखने को मिलेगा । काला झंडा तो सिर्फ एक बहाना है ।काला झंडा दिखाने के विवाद ने राजधानी रायपुर में सियासी पारा बढा दिया । शुरुआत भाजपा ने किया । राहुल गांधी को भाजपाइयों ने काला झंडा दिखाया तो वह विपक्ष का कर्तव्य था लेकिन क्रिया की प्रतिक्रिया हुई तो भाजपाई नाराज हो गए । कांग्रेस के नेताओ को भाजपा का जवाब देने इंतजार नही करना पड़ा और अवसर दूसरे ही दिन मिल गया ।कांग्रेसी नेता रायपुर पहुंचे केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को काले झंडे दिखा दिए ।अपने नेता को काले झंडे दिखाने वाले कांग्रेसियों की यह हरकत भाजपा नेताओ को नागवार गुजरी और राजधानी में बवाल हो गया ।पूर्व मंत्री राजेश मूणत को तमाम भाजपा नेता अच्छी तरह जानते है कि वे गरम मिजाज के नेता है ।आरोप है कुछ कांग्रेसी नेताओ के साथ मारपीट किए जाने को लेकर पुलिस ने कुछ भाजपाइयों को गिरफ्तार कर लिया जिसके विरोध में बड़ी संख्या में भाजपा नेता थाने पंहुच गए उसमे राजेश मूणत भी थे ।आरोप है राजेश मूणत ने पुलिस के साथ ही कांग्रेस नेताओ को अश्लील गालियां दी । पुलिस भला गाली क्यों सहन करे सो राजेश मूणत को हिरासत में लेकर कुछ थाने में ले गए ।मूणत ने आरोप लगाया कि पुलिस ने उसके साथ मारपीट की । तब तक पूरे सियासी राजनीति में उबाल आ चुका था ।भाजपा के लिए आज का दिन पूरे प्रदेश में राजनैतिक खलबली मचाने के लिए काफी महत्वपूर्ण था और इस अवसर को खोने नही देना चाहती थी सो राजेश मूणत के साथ पुलिस की कथित मारपीट को लेकर भाजपा के सारे नेता थाने पहुंच गए ।
! दरअसल घटना की शुरुआत तब हुई जब नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के रायपुर प्रवास के दौरान उन्हें काले झंडे दिखाने के लिए कांग्रेस नेता इकट्ठा हुए ! तभी कांग्रेसियों और भाजपाई कार्यकर्ताओं के बीच मारपीट हुई ! फिर पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने कथित रूप से पुलिसवालों से जमकर गाली-गलौज की। बाद में उन्हें हिरासत में भी ले लिया गया।
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया जैसे ही एयरपोर्ट से बाहर निकले भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं की बाइक रैली उन्हें लेकर रायपुर की ओर रवाना हुई। रास्ते में माना-VIP रोड के पास कांग्रेसी नेता सिंधिया को काले झंडे दिखाने की तैयारी में थे। इसी बात को लेकर दोनों दलों के नेताओं के बीच झड़प हो गई। मिली जानकारी के अनुसार तभी कुछ कांग्रेसी नेताओं के साथ भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने मारपीट की। हालांकि इस मारपीट की इस खबर को लिखे जाने तक कोई आधिकारिक शिकायत नहीं की गई थी । आज की घटना को भाजपा निश्चित ही यू ही बेकार नहीं जाने देगी और आने वाले दिनों में विरोध का बड़ा स्वरूप भी दिखेगा ताकि भूपेश सरकार को लगातार परेशान किया जा सके । चुनावी वर्ष की शुरुआत हो चुकी है आने वाले दिनों इससे भी बड़े बड़े सियासी नाटक और झगड़े देखने को मिलेंगे ।अभी तो तमाम तरह के आरोप चल रहे है ।पूर्व मुख्यमंत्री डा रमन सिंह,नेता प्रतिपक्ष धरम लाल कौशिक ,प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदेव साय समेत तमाम भाजपा नेता घटना को लेकर सीधे तौर पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर कई गंभीर आरोप लगाए है । लोकतंत्र की हत्या से लेकर जंगल राज तक के आरोप है । अभी आरोप प्रत्यारोप का दौर कई दिनों तक चलेगा । संभव है भाजपा पूरे पदेश में आंदोलन ,धरना प्रदर्शन ,पुतला दहन ,करने के साथ ही भूपेश सरकार को बर्खास्त करने तक की मांग राज्यपाल से करेगी ।