बिलासपुर । जनसुनवाई में कोल वासरी और उसके विस्तार का विरोध करने पहुंचे ग्रामीणों को पुलिस ने लाठी लेकर दौड़ाया और लाठियां भांजी भी लेकिन प्रायोजित रूप से कोल वासरी का समर्थन बुलाए गए ग्रामीणों को और अधिकारियो को पुलिस ने पूरी सुरक्षा मुहैया कराई ।एक दिन पहले जनसुनवाई का विरोध करने बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने कलेक्ट्रेट का घेराव कर दिया था जिसे मद्दे नजर रख आज जनसुनवाई में पुलिस की पूरी व्यव्स्था तो की ही गई वही कोल वासरी प्रबंधन ने बड़ी संख्या में बाउंसर भेज दिए थे ।यानि प्रशासन ने बाउंसरे की मदद से जनसुनवाई पूरी की और बाउंसरों की मौजूदगी दिखा ग्रामीणों में दहशत का माहौल पैदा किया फिर भी ग्रामीण विरोध करते रहे पुलिस उन्हे जनसुनवाई तक पहुंचने के लिए पूरे समय रोकती रही ।
ग्राम घुटकू में आज ग्रामीणों की नही बल्कि प्रश्न का जोर चला । कोलवासरी के विस्तार के लिए जनसुनवाई करने पहुंचे अफसरों को नाराज ग्रामीणों ने रोक दिया। इस दौरान पुलिस जवानों ने उन्हें खदेड़ने के लिए लाठियां लहरा दी। दहशत में ग्रामीण इधर-उधर भागकर फिर एकत्रित हुए और नारेबाजी करते हुए जनसुनवाई का विरोध किया, बावजूद इसके अफसरों ने मेसर्स फिल स्टील एंड पावर प्राइवेट लिमिटेड शुरू करने की औपचारिकता पूरी कर ली। ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि उनकी आपत्ति को दरकिनार कर जिला प्रशासन के अफसर फैक्ट्री प्रबंधन के साथ मिलकर मनमानी करने पर उतर आए हैं।
:उल्लेखनीय है कि ग्रामीणों ने स्टील प्लांट और कोलवाशरी के विस्तार का विरोध करते हुए सोमवार को कलेक्टोरेट का घेराव कर जनसुनवाई स्थगित करने की मांग की थी। फिर भी उनकी आपत्ति को नजर अंदाज कर दिया गया। कोनी थाना क्षेत्र के ग्राम घुटकू में होने वाली जनसुनवाई के चलते मंगलवार सुबह से ही यहां स्कूल परिसर में पुलिस अफसर और जवान तैनात थे। उन्होंने विरोध करने वाले ग्रामीणों को परिसर के बाहर ही रोकने की योजना बनाई थी। जैसे ही ग्रामीणों की भीड़ नारेबाजी करते हुए स्कूल परिसर पहुंची उन्हें जवानों ने रोक दिया। इस दौरान ग्रामीणों से पुलिस अफसरों से बहस और झूमाझटकी भी हुई। गांव वालों के हंगामा मचाने पर पुलिस जवान लाठी लेकर दौड़ाने लगे।
: स्टील प्लांट और कोलवाशरी के विस्तार के लिए चल रही है जनसुनवाई
जिला प्रशासन की तरफ से बताया गया है कि तखतपुर तहसील के ग्राम घुटकू में 19 और 20 अप्रैल को जनसुनवाई आयोजित किया गया है। घुटकू स्थित हायर सेकण्डरी स्कूल परिसर में दोपहर 12 बजे से जनसुनवाई शुरू हुई। पहले दिन स्टील प्लांट लगाने के लिए सुनवाई की गई। अब बुधवार को कोलवाशरी के विस्तार के लिए जनसुनवाई होगी। पर्यावरण स्वीकृति प्रदान करने के लिए पहले दिन मंगलवार को मेसर्स फिल स्टील एंड पावर प्राइवेट लिमिटेड के लिए सुनवाई हुई और दूसरे दिन 20 अप्रैल को मेसर्स फिल कोल बेनिफिट प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के विस्तार के लिए कार्रवाई होगी।
ग्रामीणों ने बताया कि जिस दिन से उन्हें इसकी जानकारी मिली है। इसके बाद से ही आपत्ति दर्ज कराकर विरोध किया जा रहा है। इसके बाद भी कलेक्टर मनमानी करते हुए ग्रामीणों पर दबाव डाल कर जनसुनवाई करा रहे हैं। विरोध करने पर पुलिस की लाठी के बल पर डरा धमका कर जनसुनवाई कराई गई है। उन्होंने बताया कि घुटकू, तुर्काडीह, निरतू, लोखंडी, हांफा, जोकी, देवरी, मंगला, सकरी, कोनी, लमेर, भाड़म, पर्थरा, कुंडा, गोकुलपुर, कछार, लोफंदी, सेंदरी, खरगहना सहित दस किलोमीटर के दायरे में आने वाले गांव के लोग स्टील प्लांट और कोलवाशरी का विरोध कर रहे हैं।
फर्जी है जनसुनवाई
ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि फैक्ट्री संचालक ने फर्जी तरीके से भू-जल दोहन की एनओसी ली है। हमने पर्यावरण प्रदूषण मंडल और कलेक्टर कार्यालय से जानकारी मांगी थी, जिसका अब तक कोई जवाब नहीं दिया गया है। जब गांव वालों को अब तक कोई जानकारी नहीं दी गई तो जनसुनवाई की तारीख कैसे तय कर दी गई है। इसमें कंपनी के मालिक और अफसरों की मिलीभगत है। उनके विरोध और आपत्ति के बाद पर्यावरण प्रदूषण मंडल, खनिज सहित अन्य विभाग से न तो कार्रवाई की गई और न ही जानकारी दी गई। अफसरों से मिलीभगत कर पहले दस्तावेज बनाकर प्लांट लगाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
पुलिस बोली- अफसरों को रोकने पर खदेड़े गए ग्रामीण
इधर, पुलिस अफसरों ने कहा कि ग्रामीणों पर लाठियां नहीं भांजी गई है। ग्रामीणों ने उल्टा जनसुनवाई करने पहुंचे अफसरों को रोक दिया था। इस दौरान ग्रामीणों को समझाइश दी गई कि, उन्हें जो भी आपत्ति है जनसुनवाई में लिखित में दें, जिसका निराकरण किया जाएगा। लेकिन, ग्रामीण नहीं माने और अफसरों को जनसुनवाई में जाने से रोकने लगे। इसके चलते पुलिस को हवा में लाठियां लहरानी पड़ी। बाद में प्रकिया शांतिपूर्ण तरीके से हो गई।