बिलासपुर। शहर ही नहीं बल्कि तखतपुर विधानसभा क्षेत्र में एक गांव ऐसा जहां पर रसूखदारों की ऐसी हैसियत की वह जो चाहे वह हो जाए इन दिनों सरकारी बंजर भूमि को अपने कब्जे में लेते हुए ना सिर्फ सरकार को और उनकी योजनाओं को भी ठेंगा दिखा रहे हैं बल्कि इस अवैध जमीन कब्जा माफिया द्वारा सरकारी जमीन पर रातों-रात अवैध कब्जा किया जा रहा है इस मामले की शिकायत और तहसीलदार एवं अनुविभागीय अधिकारी राजस्व तखतपुर से की जा चुकी है।
तखतपुर विकास खंड के अन्तर्गत आने वाला ग्राम पंचायत चनाडोंगरी में पिछले दो तीन साल से सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा का मामला गुपचुप ढंग से चल रहा है जिससे गांव में निस्तारी के लिए जमीन तक नहीं है और ना तो चारागाह है बल्कि सरकारी जमीन पर कब्जा का अवैध धंधा जोरों पर चल रहा है, एक नमूना आप इस पिक्चर से देख ही सकते हैं जहां बंजर भूमि में मकान बनाने हजारों की संख्या में ईट गिराकर निर्माण कार्य निर्बाध गति से चल रहा है इन हालातों को देखते हुए यह कहा जा सकता है कि इन जमीन माफियाओं को किसी का डर भय नहीं है बल्कि दिनदहाड़े निर्माण कार्य निर्बाध गति से चल रहा है आखिर इन पर कार्रवाई क्यों नहीं होती यह समझ से परे है जबकि ग्रामीण क्षेत्र के ग्रामीण जमीन के जमीन के लिए जूझ रहे हैं निस्तारित उनके पास ना तो जमीन है न तो कोई सरकारी योजना कब होता है जब इसकी शिकायत पंच सरपंच तहसीलदार सब कर चुके हैं चनाडोंगरी गांव में अवैध रूप से सरकारी जमीन पर कब्जा का यह पहला मामला नहीं है ग्रामीण क्षेत्र के तालाब सरकारी स्कूल और मुक्तिधाम जैसे महत्वपूर्ण स्थानों पर अवैध कब्जा की फेहरिस्त काफी लंबे हैं विन भूमि माफियाओं की शिकायत न जाने कितनी बार पहले भी की जा चुकी है पर कार्रवाई नहीं होने के कारण उन माफियाओं के हौसले बुलंद हैं यह प्रक्रिया पिछले दो-तीन सालों से निर्बाध गति से चली आ रही है।