बिलासपुर ।शासकीय महाविद्यालय सकरी बिलासपुर छत्तीसगढ़ में 14सितंबर 2022को हिंदी दिवस मनाया गया।इस अवसर पर महिला समाज सेवी मनीषा सिंह जी और पुष्पा सिंह जी बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित हुई,कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ एस एल निराला कर रहे थे।
विद्या की देवी मां सरस्वती की प्रतिमा पर पूजा अर्चन के पश्चात स्वागत कार्य संपन्न हुवा।इस अवसर पर छात्र/छात्राओं ने हिंदी की गरिमा को,कविता,कबीर,तुलसी, मीरा,रैदास,निराला, पंत, नागार्जुन की कविताओं,लोकोक्ति,मुहावरे और उसके अर्थ बताकर रेखांकित किए। प्रमुख अतिथि द्वैय मनीषा सिंह ठाकुर ने कहा”हिंदी आन ,मान और शान की भाषा है,रोज हिंदी को मनाएं तो भी कम है, वहीं पुष्पा सिंह ठाकुर ने कहा”हिंदी हमारी संस्कार की भाषा है,गुड मॉर्निंग कहने से बड़ो के पैर छूने की भावना जागृत नही होती वहीं,नमस्ते,प्रणाम कहने मात्र से ही चरण स्पर्श कर लेने की भावना स्वप्रेरित होने लगती है”।महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ एस एल निराला ने अपने संबोधन में कहा कि हिंदी लगातार बढ़त बना रही है,पूरी दुनियां में यह दूसरे नंबर पर बोली,लिखी और पढ़ी जाने वाली भाषा बन गई है,हम हिंदी भाषियों को इस बात की खुशी है।अंग्रेजी को शासन प्रशासन में उपयोग में लाने हेतु भाषा के रूप में दर्जा जरूर दिया गया, पर इस से हिंदी की गरिमा कभी कम नहीं हुई ।”
कार्य क्रम को डॉ विद्याचरण शुक्ल,सुश्री बरखा हलवाई, प्रोफेसर सौमित्र शर्मा ने भी संबोधित किया।हिंदी दिवस पर पोस्टर लेखन प्रतियोगिता में सर्व प्रमुख गोमती कौशिक(बी.काम ll), अंजु सोनवानी(बी. एस.सी ll), शुभी तिवारी(बी. एस.सी l) खुशबू दुबे(बी ए ll) समता पांडे(बी एस सी ll, गणित),सीमा मधुकर(बी एस सी ll) प्रशांत देवांगन बी कॉम ll, रेखा सोनवानी बी ए ll, शालु भार्गव ,बी एस सी ll, गणित, निकिता कौशिक बी एस सी l, संदीप साहू बी कॉम ll, प्रार्थना शर्मा बी एस सी ll, रीता कौशिक बी कॉम ll, तृप्ति शांडिल्य बी एस सी l , खुशी पटवा बी एस सी ll, मनोज बंधाले बी एस सी ll को पुरुस्कृत किया गया।
कार्यक्रम के आयोजक/संचालक डॉ फूल दास महंत ने हिंदी की शान और शालीनता को इस तरह रेखांकित किया
“मैं राष्ट्र गगन के मस्तक पर
सदियों से अंकित बिंदी हूं
मैं सबकी जानी पहचानी
भारत की भाषा हिंदी हूं
भारत में जितनी भाषा हैं
वो मेरी प्रिय सहेली हैं
आपस में कोई बैर नहीं
वो बहने हैं,मुंह बोली है।।
मेरी ही सुंदर वाणी में
कबीरा ने अलख जगाया था
और सूर ,मीरा,तुलसी ने
मुझसे ही शुयश कमाया है
मैं सबकी जानी पहचानी
भारत की भाषा हिंदी हूं
जय हिंद जय हिंदी..3ll
इस अवसर पर महाविद्यालय परिवार,भूपेंद्र कुमार देवांगन,हर्षा देवानी,सौमित्र शर्मा, अजीता राज कुमारी तिग्गा, प्रतिभा परिहार, प्रविन्नकुर्रे,अवधेश तिवारी, तथा लगभग 150छात्र/छात्राएं उपस्थित रहे।