० गुणवत्तायुक्त निर्माण और समय सीमा में काम पूरा करने दी नसीहत
बिलासपुर। महापौर रामशरण यादव ने सभी जोन कमिश्नरों से दो टूक शब्दों में कहा कि वार्ड में जब मैं जाता हूं तो वहां पब्लिक कई तरह की परेशानी बताती है। ये समस्याएं संबंधित जोन के अफसरों को पता होती हैं। इसके बाद भी न तो समस्या का हल करते हैं और न ही हमें बताते हैं। पब्लिक और सरकार को जवाब हमें देना पड़ता है। उन्होंने सभी जोन कमिश्नरों को समझाइश दी कि अपने क्ष्ोत्रों में दौरा कर पब्लिक की समस्याएं दूर करें।
मेयर श्री यादव ने शुक्रवार शाम विकास भवन स्थित दृष्टि सभा भवन में पीडब्ल्यूडी के कार्यों की समीक्षा की। इस दौरान पीडब्ल्यूडी के प्रभारी चेयरमैन अजय यादव ने बताया कि हर वार्ड में गुणवत्ताविहीन निर्माण होने की शिकायतें मिल रही हैं। इसके बाद काम पूरा होते ही ठेकेदारों का बिल पास दिया जा रहा है। किसी भी जगह के निर्माण की जांच नहीं की जा रही है। सभापति श्ोख नजीरुद्दीन ने कहा कि आप लोगों को निर्माण कार्यों का अवलोकन करना चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं किया जाता। मेयर श्री यादव ने गुणवत्ताविहीन निर्माण को लेकर नाराजगी जाहिर की। उन्होंने जोनवार निर्माण कार्यों की समीक्षा की और इस माह के अंत तक नए कार्यों को शुरू करने के निर्देश दिए। इस मौके पर स्वास्थ्य विभाग के चेयरमैन राजेश शुक्ला, मुख्य अभियंता सुधीर गुप्ता, जोन कमिश्नर विभा सिंह, प्रवीण शुक्ला, सती यादव, प्रवीण शर्मा, एसके चौहान, रंजना अग्रवाल, प्रवेश कश्यप आदि अधिकारी-कर्मचारी मौजूद थ्ो।
***बोर्ड की राशि जोड़कर निविदा निकालें****
पीडब्ल्यूडी के प्रभारी चेयरमैन अजय यादव ने जोन कमिश्नरों से पूछा कि हमारे कार्यकाल में कई काम पूरा हुए हैं। हमने कई जगह भूमिपूजन किया, लेकिन किसी भी जगह यह तख्ती नहीं लगी है कि ये काम किनके कार्यकाल में पूरे हुए हैं। जबकि एमआईसी में इस संबंध में प्रस्ताव पास हुए हैं। आयुक्त ने भी लिखित में आदेश जारी किया है। इसके बाद भी इस संबंध में कहीं काम नहीं हुआ है। मेयर श्री यादव ने अफसरों से कहा कि नगर पालिक निगम में जो भी कार्य होंगे, उसमें बोर्ड की राशि जोड़कर निविदा निकाली जाए।
***हर मोहल्ले की गली का होगा पहचान नंबर**
सभापति श्री नजीरुद्दीन ने जोन कमिश्नरों से कहा कि शहर के कई मोहल्लों में गली नंबर की पहचान है। मसलन एल-1, एल-2, तो हर मोहल्ले में ऐसा क्यों नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि अपने प्रभार वाले वार्डों की गलियों का सर्वे कराकर प्रवेश द्बार पर ही पहचान नंबर लिखवाएं।
****बजट है तो गड्ढे क्यों नहीं पाटते****
मेयर श्री यादव ने निगम के अधीन सड़कों पर उभरे गड्ढों को गंभीरता से लिया है। उन्होंने कहा कि उनके पास शिकायत आती है कि लोग गड्ढों में गिरकर चोटिल हो रहे हैं। उन्होंने पूछा कि हर जोन में सड़क की मरम्मत के लिए फंड दिया गया है। फिर गड्ढों को क्यों नहीं पाटा जाता।