
बिलासपुर ।पूर्व मंत्री और भाजपा नेता अमर अग्रवाल के समर्थको के लिए कल 22 सितम्बर मायूसी भरा होगा क्योंकि श्री अग्रवाल ने कल अपना जन्म दिन नही मनाने का निर्णय लिया है उन्होंने समर्थको से केक आदि नही कटवाने का अनुरोध किया है ।पिछले बीस वर्ष में जिसमे 5 साल विधायक और 15 साल मंत्री रहते हुए श्री अग्रवाल ने ऐसा निर्णय नही लिया था ।यहां तक कि चुनाव में हार के बाद भी पिछले 3 साल कार्यकर्ताओ ने उनका जन्म दिन उतना ही उत्साह के साथ मनाया है लेकिन कल 22 सितम्बर को जन्मदिन का जश्न और माहौल देखने को नहीं मिलेगा ।मंत्री रहने के दौरान हर साल 22 सितम्बर को शहर के तमाम स्कूलों में बच्चों को मिठाई और चाकलेट बंटता था कल वह भी नही बंट पाएगा क्योंकि श्री अग्रवाल शहर की स्थिति से बेहद दुखी है और वे शहर की हालत 4 साल पहले जैसे ही होने पर अपना जन्म दिन मनाने का संकल्प लिया है ।सवाल यह है कि कल 22 सितम्बर को फिर क्या होगा ?कल शहर की बदहाल होती स्थिति और कानून व्यवस्था बेहद खराब होने के खिलाफ भाजपा और भाजयुमो द्वारा नेहरू चौक में धरना प्रदर्शन कर सरकार और ,प्रशासन का ध्यान आकर्षित कराएंगे । पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल ने इस वर्ष अपना जन्मदिन नहीं मनाने का निर्णय लिया है, जिससे उनके समर्थकों में निराशा है। अग्रवाल के समर्थकों को हर साल 22 सितंबर की प्रतीक्षा रहती है । इस दिन उनके बंगले में जश्न का माहौल होता है ,तो वही पूरा शहर बधाईयो के बैनर- पोस्टर से पटा होता था । अखबारो के कई पेज भी जन्म दिन की बधाई से रंगे रहते थे , लेकिन इस बार ऐसा नहीं होगा। दरअसल अमर अग्रवाल ने बिलासपुर शहर में बिगड़ती कानून व्यवस्था, ठप विकास कार्य, भू माफियाओं की गुंडागर्दी, राजस्व विभाग में गड़बड़ी सहित अन्य विभागों में व्याप्त भ्रष्टाचार जैसे मुद्दों पर दुखी होकर अपना जन्मदिन तब तक नहीं मनाने का निर्णय लिया है , जब तक स्थिति 4 साल पहले जैसे नहीं हो जाता यानि भाजपा शासनकाल में शहर की जो स्थिति थी वैसे ही स्थिति श्री अग्रवाल चाहते है ।
अपने जन्मदिन पर पार्टी और समारोह का आयोजन करने की बजाय उन्होंने नेहरू चौक पर धरना प्रदर्शन का निर्णय लिया है। कल 22 सितंबर सुबह 11:00 बजे नेहरू चौक पर पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल के साथ भाजपा नेता राज्य सरकार के विरोध में धरना प्रदर्शन करेंगे। ऐसा बहुत कम हुआ है जब अमर अग्रवाल ने अपना जन्मदिन नहीं मनाया हो।एक बार तो मंत्री रहते हुए वे किसी जरूरी बैठक में बाहर थे तो एक दिन बाद 23 सितम्बर को जन्म दिन का जश्न मनाया गया।
पिछले विधानसभा के चुनाव के पहले तो उन्होंने भव्य स्तर पर अपना जन्मदिन मनाया था। युवाओं के लिए आयोजित कार्यक्रम में बोमन ईरानी पहुंचे थे तो वही रुकमणी परिसर में सुबह से लेकर रात तक जश्न मनाया गया । एक साल तो उन्होंने जन्म दिन छठ घाट के मैदान में नदी किनारे मनाया।शहर वासियों के साथ अलग-अलग संगठनों के लोग उन्हें बधाई देने उमड़ पड़े थे। पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल के जन्मदिन को लेकर उनके समर्थकों में खासा उत्साह रहता है। उनके द्वारा भी विभिन्न आयोजन किए जाते हैं, जो इस बार नहीं हो सकेंगे। प्रदेश और शहर की मौजूदा हालात से दुखी होकर ही उन्होंने अपना जन्मदिन नहीं मनाने का निर्णय लिया है। शायद वे यह संदेश देना चाहते हैं कि जब तक शहर और प्रदेश में भाजपा की वापसी ना हो जाए वह कोई जश्न नहीं मनाएंगे। उनके इस संकल्प को पूरा करने के लिए भाजपा कार्यकर्ता गुरुवार दोपहर को नेहरू चौक पर बड़ी संख्या में जुटेंगे। भाजपा कार्यकर्ताओं ने भ्रष्टाचार और अपराध को बढ़ावा देने का आरोप लगाते हुए भूपेश सरकार के खिलाफ बड़ा आंदोलन करने के पक्ष में है ।इस आंदोलन को साल भर पहले का चुनावी आंदोलन भी कहा जा रहा है । इस आंदोलन के जरिए श्री अग्रवाल ने अपना जन्म दिन का जश्न भाजपा के लिए कुर्बान कर दिया है ।अभी यह स्पष्ट नहीं है कि कल के आंदोलन में भाजपा के कौन कौन सांसद ,विधायक और पार्टी संगठन के प्रदेश स्तर के पदाधिकारी शामिल होंगे ।
