बिलासपुर।लगता है प्रदेश में चुनाव आते आते तक भूपेश बघेल सरकार और उनकी पार्टी को भाजपा के साथ ही ईडी तथा केंद्रीय जांच एजेंसियों से सीधी लड़ाई लड़नी पड़ सकती है। बड़ा सवाल यह है कि क्या ईडी अधिकारियो द्वारा पूछताछ में थर्ड डिग्री का इस्तेमाल किया जा रहा है और आरोपियों को धमकी के साथ ही मारपीट भी की जा रही है ?यदि ऐसा है तो यह बड़ी गंभीर बात है । ईडी अधिकारियो की कारवाई से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का भड़कना और जरूरत पड़ी तो राज्य की पुलिस विधिक रूप से कार्रवाई करने को विवश होगी ऐसा कहना यह साबित करता है कि स्थिति बेहद गंभीर है और आने वाले दिनों में जैसा कि मुख्यमंत्री का ट्वीट है ,ईडी ने अपना रवैया नहीं बदला तो विकट स्थिति पैदा हो सकती है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल वैसे तो खरी खरी बोलने के आदि हैं लेकिन आज का उनका बयान निश्चित ही ईडी और अन्य केंद्रीय जांच एजेंसियों को अपनी कार्य प्रणाली में तब्दीली के लिए सोचनी चाहिए अन्यथा एन चुनावी सरगर्मी के बीच कुछ भी हो सकता है ।
:आइए जानें श्री बघेल ने क्या कहा: प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ED और IT के अधिकारियों को सख्त लहजे में चेतावनी दी है। अपने फेसबुक पेज और ट्विटर के माध्यम से उन्होंने दो टूक शब्दों में कहा है जांच में सहयोग करने के लोग तैयार है लेकिन बेवजह किसी को धमकाया, डराया और मारपीट किया जाएगा तो फिर प्रदेश की पुलिस भी अपने हिसाब से काम करेगी। उन्होंने पूछताछ की वीडियो रिकार्डिंग करने की भी मांग की है।
प्रदेश में इन दिनों ED, IT की कार्रवाई चल रही है। कहीं मनी लांड्रिंग तो कहीं कोल स्कैम और कहीं टैक्स चोरी के मामले को लेकर छापेमारी और पूछताछ किया जा रहा है। लेकिन इन सेंट्रल एजेंसियों की कार्यशैली पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कड़ा एतराज जताया है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने फेसबुक पेज और ट्विटर पर लिखा है
केंद्रीय एजेंसियां देश के नागरिकों की ताकत होती हैं, यदि इन ताकतों से नागरिक डरने लगें तो निश्चित ही यह नकारात्मक शक्ति देश को कमजोर करती है। ED और इनकम टैक्स जैसी एजेंसियां भ्रष्टाचार करने वालों पर कानूनी कार्रवाई करें, हम इसका स्वागत करते हैं।
लेकिन जिस प्रकार से ED और इनकम टैक्स के अधिकारियों द्वारा लोगों से पूछताछ के दौरान गैर कानूनी कृत्य सामने आ रहे हैं, वो बिल्कुल भी स्वीकार करने योग्य नहीं हैं।
लोगों को तत्काल समन देकर जबरन घर से उठाना, उनको मुर्गा बनाना, मार-पीट कर दवाब डालकर मन चाह बयान दिलवाने को बाध्य करना, आजीवन जेल में सड़ने की धमकी देना, बिना खाना-पानी के देर रात तक रोक कर रखना जैसे गंभीर शिकायतें प्राप्त हो रही हैं।
स्थानीय पुलिस को सूचना दिए बिना CRPF को साथ लेकर छापा मारी कर रहे हैं। अधिकारियों से शिकायत प्राप्त हुई है कि कुछ लोगों को रॉड से पीट रहे हैं, किसी का पैर टूटा है तो किसी को सुनाई देना बंद हो गया है।
इन घटनाओं से प्रदेश की जनता बहुत गुस्से में है। राजनीतिक षड्यंत्र की पूर्ति के उद्देश्य से झूठे प्रकरण बनाने का खेल प्रतीत हो रहा है।
अधिकारियों को निर्देशित किया है कि भारत सरकार को इन सब घटनाओं की जानकारी दी जाए और अवैधानिक कृत्यों पर रोक लगायी जाए।
जिससे भी पूछताछ हो, उसकी विडियोग्राफ़ी हो। विधिक ढंग से जांच में हमारा पूर्ण सहयोग रहेगा।
यदि ऐसी शिकायतें हमें आगे भी प्राप्त होंगी, तो राज्य की पुलिस विधिक रूप से कार्रवाई हेतु विवश होगी।
हमारे नागरिकों की सुरक्षा हेतु हम कृत संकल्पित हैं।
सनद रहे…