बिलासपुर। नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने भूपेश सरकार द्वारा लागू किए गए रासुका कानून का विरोध करते हुए कहा है कि भाजपा इस अध्यादेश का सड़क से लेकर सदन तक पुरजोर विरोध करेगी ।
श्री चंदेल ने 1975 में तत्कालीन प्रधान मंत्री इंदिरा गांधी द्वारा लगाए गए आपातकाल से अध्यादेश की तुलना की लेकिन 15 साल में भाजपा शासन के दौरान सर्वाधिक चर्च बनाए जाने के प्रश्न पर कहा पहले की नही वर्तमान की बात कीजिए।उन्होंने कहा धर्मांतरण के विरोध को रोकने के लिए यह कानून लागू किया गया है।
भाजपा कार्यालय में पत्रकारों से चर्चा करते हुए श्री चंदेल ने आरोप लगाया कि भूपेश सरकार रासुका कानून लागूकर अप्रत्यक्ष रूप से आपातकाल लगाना चाहती है। उन्होंने कहा की लोकतंत्र में हर राजनैतिक पार्टियों को, सामाजिक संगठनों को, कर्मचारी संगठनों को सरकार की गलत नीतियों और निर्णयों का विरोध करने का अधिकार है। सरकार नही चाहती की कोई धरना, प्रदर्शन करे। यही कारण है की सरकार ने रासुका लगा दिया है। अभी आदिवासी समाज धर्मांतरण को लेकर आक्रोशित है। सरकार के संरक्षण में चल रहे धर्मांतरण को समाज बर्दास्त नही कर पा रहा है। आदिवासी समाज लगातार आंदोलन कर रहा है। यही कारण है की सरकार धर्मांतरण के विरोध को दबाने के लिए चल रहे आंदोलन को दबाने के लिए भी इस कानून को लागू किया गया है। जब श्री चंदेल से भाजपा सरकार के समय हुए धर्मांतरण और सरकारी जमीन में बने चर्च के संबंध में पूछा गया तो बगलें झांकने लगे और कोई जवाब नही सुझा तो कहा की भाजपा सरकार के समय 15 साल क्या हुआ भूल जाओ। भूपेश सरकार के 4 साल में जो हुआ उसके संबंध चर्चा करे। श्री चंदेल ने नारायणपुर में दंगा भड़काने के आरोप में जिला भाजपा अध्यक्ष समेत 11 लोगो को गिरफ्तार करने के प्रश्न पर कहा सरकार किसी को भी गिरफ्तार कर सकती है। भाजपा चुनाव के समय ही क्यों धार्मिक मुद्दे को उठाती है इस प्रश्न पर श्री चंदेल ने कहा हम पिछले 4 साल से धर्मांतरण का मुद्दा उठाते आ रहे है।
Sun Jan 15 , 2023
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