
बिलासपुर। जिले में हर साल सर्वाधिक पलायन मस्तूरी क्षेत्र से होता है। पलायन एक तरह से मस्तूरी क्षेत्र के लिए नियति या तो कहें अभिशाप सा हो गया है ।यह पलायन अब सुनियोजित ढंग से होने लगा है। अन्य राज्यो में रोजी रोटी की तलाश में हर साल पलायन करने वाले ग्रामीणों को अब ठेकेदार ट्रेन,बस आदि में ले जाते है। पलायन का पैटर्न अब बदल चुका है। मगर दशकों बाद पहली बार ऐसा हो रहा है कि जमीन से जुड़े कोई नेता जो पलायन करने वाले गरीब गुरबा लोगो के दुख दर्द और पलायन के बाद अज्ञानतावश उनके साथ हो रहे व्यवहार को समझते हुए मस्तूरी क्षेत्र के गांव गांव में जाकर सुरक्षित पलायन के बारे में जागरूक कर रहे है अजा बाहुल्य मस्तूरी विधानसभा क्षेत्र में पलायन करने वाले ग्रामीणों और महिला स्व सहायता समूहों आदि से भाजपा अजा मोर्चा के जिला अध्यक्ष चंद्र प्रकाश सूर्या ने अपनी टीम के साथ सुरक्षित पलायन और जागरूता को लेकर संवाद किया और उन्हें समझाया तथा सचेत भी किया ।

हर साल मस्तूरी विधानसभा क्षेत्रसे बड़ी तादाद में कामकाजी युवा पुरुष,महिलाएं एवं बुजुर्ग मजदूरी के लिए बड़ी संख्या में पलायन करते हैं लेकिन बहुत सारी बातें जानकारी के अभाव में कई तरह् के दुर्घटना का भी शिकार हो जाते हैं । कई बार ठगी के शिकार,बंधक बनाए जाने,मजदूरी नही देने के साथ ही तरह तरह से प्रताड़ित भी होते है । इन्ही समस्याओं को ध्यान में रखते हुए भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के दूसरी बार जिलाध्यक्ष बनाए गए चंद्रप्रकाश सूर्या ,मंडल अध्यक्ष लोकनाथ बंजारे, मंडल महामंत्री सुरेश बंजारे अपने सहयोगियों के साथ मस्तूरी विधानसभा के गांव गांव में जाकर।अनेक महिला समितियों से मिलकर पलायन करने वाले मजदूरों से मिलकर सुरक्षित पलायन कैसे करें इस विषय पर बातचीत कर रहे हैं।
श्री सूर्या ने कहा कि पलायन करना ग्रामीणों की मजबूरी भी होती है, क्योंकि पर्याप्त मात्रा में रोजी रोजगार नहीं मिलती जिसकी वजह से बड़ी संख्या में मजदूर दूसरे शहरों में पलायन करते हैं। पलायन करने से पहले सभी ग्रामीणों को यह सुनिश्चित कर लेना चाहिए कि वे कहां जा रहे हैं किस स्थान पर जा रहे हैं और क्या काम करने जा रहे हैं। जाने से पहले ग्राम पंचायत में ग्राम के प्रतिनिधि ग्राम के प्रतिनिधियों को इसकी संपूर्ण जानकारी प्रदान करनी चाहिए। ,पलायन करते समय अपने पास संपूर्ण बायोडाटा जैसे आधार कार्ड वोटर कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, आदि जो भी डॉक्यूमेंट है निश्चित रूप से पास मे रखें । एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाकर रहना और अपने मूलभूत आवश्यकताओं की पूर्ति करना पलायन कहलाता है । रोजी रोजगार की तलाश में लगातार लोग बाहर जाते हैं।गांव में लगातार कृषि भूमि का कम होना और प्राकृतिक आपदाओं के कारण भी बड़ी संख्या में पलायन हो रहे हैं। गांव में मौलिक आवश्य्कताओं की कमी भी एक बड़ा कारण है। पंचायत स्तर पर पलायन करने वाले मजदूरों की पूरी जानकारी सूचीबद्ध किया जाना चाहिए और पलायन करने वाले को पलायन की संपूर्ण जानकारी ग्राम के प्रतिनिधियों के पास दर्ज कराना चाहिए।
Tue Jan 31 , 2023
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