बिलासपुर । छत्तीसगढ़ शासन के पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने काँग्रेस पर जमकर हल्ला बोला है । उन्होंने कहा कि काँग्रेस को तो हिन्दू कहने में भी शर्म आती थी आज उसके नेताओ को लग रहा है कि देश मे अब तुष्टिकरण की राजनीति नही चलेगी ,साम्प्रदायिकता नही चलेगी तो काँग्रेस के नेता अब मंदिर भी जाने लगे है । वे जय सियाराम के नारे भी लगाने लगे और तो और वे रामलीला भी कराने लगे है ।हम उनका स्वागत करते है उनका अभिनन्दन करते है ।रतनपुर महामाया दर्शन के लिए जाते वक्त श्री अग्रवाल कुछ समय के लिये साईं मंगलम पहुचे थे । उन्होंने मप्र के पूर्व मंत्री मूलचंद खंडेलवाल से मिलकर उनका कुशलक्षेम पूछा और उन्हें स्वास्थ्य लाभ को लेकर चिंतामुक्त रहने की सलाह भी दी ।
श्री अग्रवाल ने पत्रकारों से संछिप्त चर्चा के दौरान प्रदेश के भूपेश बघेल सरकार की कामकाज को लेकर तीखी टिप्पणी भी की । उन्होंने कहा कि उन्हें ऐसा लगता है कि कांग्रेस ने धर्म को छोड़ दिया था ।उनको हिदू कहने में शर्म आने लगी थी और जब उन्हें लगा कि अब देश मे तुष्टिकरण नही चलेगा ,साम्प्रदायिकता नही चलेगी तो काँग्रेस के नेता मंदिरों में जाने लगे , जय सियाराम के नारे लगाने लगे और रामलीला भी कराना शुरू कर दिया । काँग्रेस में इस बदलाव का हम स्वागत और अभिनंदन करते है मगर काँग्रेस ने राम को अलग अलग बांट कर यह स्पष्ट कर दिया कि वह शरू से साम्प्रदायिक रही है । हिन्दू और मुसलमान को बांट कर चलने वाली पार्टी है काँग्रेस। उसने प्रभु राम को भी बांटने का प्रयास किया है ।इसे जनता कभी बर्दास्त नही करेगी ।
श्री अग्रवाल ने काँग्रेस द्वारा गांधी जी को लेकर चलाये जा रहे कार्यक्रम पर तंज कसते हुए कहा कि काँग्रेस ने तो गांधी जी को कबका छोड़ दियाथा मगर मोदी जी स्वच्छता अभियान चलाकर और गांधी जी की 150वी जयंती को साल भर मनाने तथा भारत को गान्धीजी के सपनों का भारत बनाने का संकल्प लिया तो काँग्रेस नेताओ को देश मे काँग्रेस की नैया डूबती नजर आने लगी इसीलिए काँग्रेस को गांधी जी फिर से याद आने लगी है ।
श्री अग्रवाल ने प्रदेश सरकार पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि सिर्फ गौठान बना देने से कुछ नही होने वाला है । उसके लिए पर्याप्त बजट की व्यवस्था होनी चाहिए मगर हाल यह है कि बजट का कोई इंतजाम नही है । उन्हें 6,6 माह से अनुदान नही मिला है। योजना अव्यवस्था का शिकार होकर रह गया है । पुरे प्रदेश में सारे काम ठप्प पड़े है । यह सब प्रदेश की जनता अच्छी तरह देख रही है ।उन्होंने संजय निरुपम समेत कई कांग्रेस नेताओं के बागी स्वर पर टिप्पणी करते हुए कहा कि काँग्रेस का घर धीरे धीरे खाली होते जा रहा है । यह लोकसभा चुना व के नतीजों से दिख भी गया है ।आगे पार्टी की हालत और भी कमजोर होगी ।उन्होंने भाजपा शासन काल के दौरान होने वाले उपचुनावों में स्वयं को प्रभारी बनाये जाने से पार्टी की जीत और दन्तेवाड़ा चुनाव में जिम्मेदारी नही देने से भाजपा की हार होने के प्रश्न पर कहा कि चुनाव में हार जीत लगा रहता है । रहा सवाल जिम्मेदारी की तो उसे मैं किसी अन्य नजरिये से नही देखता । पार्टी ने मुझे जिम्मेदारी देनी चाही थी मगर मैने ही कह दिया था कि फिलहाल मैं एक साल फ्री रहना चाहता हूं इसलिए दन्तेवाड़ा की जिम्मेदारी मैने नही ली मगर चुनाव निष्पक्ष तरीके से होनी चाहिए । चित्रकूट उपचुनाव के नतीजों पर अभी कुछ नही कहा जा सकता ।चुनाव आयोग को निष्पक्ष चुनाव कराने पुख्ता व्यवस्था करनी चाहिए ।