बिलासपुर -:- ग्राम पंचायत गतौरी में मैसर्स कोलमेन लॉजिस्टिक इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के पर्यावरणीय हेतु जन सुनवाई शुक्रवार को रखी गई जो अपने निर्धारित समय सुबह 11 बजे शुरू हुई परंतु इस लोक सुनवाई में भारत सरकार पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के निर्धारित नियमों का पालन नहीं किया गया था जिसके कारण स्थानीय जनप्रतिनिधियों व प्रभावित पंचायत के ग्राम वासियों को इस संबंध में जानकारी तक नहीं थी फिर गतौरी स्कुल के प्रांगण में टेंट लगता देखकर जब स्थानीय जनों ने पूछा तब उन्हें जानकारी हुई मैसर्स कोलमेन लॉजिस्टिक इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के पर्यावरणीय हेतु जन सुनवाई आयोजित की जा रही हैं तब उन्होंने इस विषय में जिला पंचायत सभापति अंकित गौरहा को जनसूनवाई की जानकारी देते हुए ग्रामवासियों और स्कूल के छात्र छात्राओं को कोलवाशरी के खुलने से होने वाली समस्याओं से अवगत कराया तब जिला पंचायत सभापति अंकित गौरहा ने इस विषय में त्वरित ही कोलवासरी के जन सुनवाई के विरोध करने का निर्णय लिया व ग्रामवासियों व आसपास के प्रभावित पंचायतों के सरपंचों को सुबह 10:00 बजे से ही जन सुनवाई में उपस्थित रहने को कहा। जिससे ग्रामवासियों व स्थानिय जनप्रतिनिधियों के सहयोग से इस जनसुनवाई को निरस्त कराया जा सके और लगभग 1 घंटे के हंगामे के बाद जनसुनवाई निरस्त कर दिया गया।
जनसुनवाई के लिए शासकीय नवीन प्राथमिक स्कूल मैदान ग्राम पंचायत गतौरी का चयन किया गया था,जहां सुबह 8:30 बजे ही जिला प्रशासन के अधिकारी कर्मचारी पुलिस बल के साथ मौजूद थे। लगभग सुबह 10 बजे जिला पंचायत सभापति अंकित गौरहा,जिला पंचायत सदस्य गोदावरी बाई कमलसेन,समाजसेवी दिलीप अग्रवाल,पूर्वसरपंच अनिल यादव,सेमरताल सरपंच राजेंद्र साहू,गतौरी सरपंच अश्वनी सोनवानी,बजरंग सिंह ठाकुर,धर्मेंद्र शास्त्री, विकास कौशिक के साथ ग्रामवासी जनसुनवाई स्थल पर जमीन बैठ गए और जमकर कोलवासरी प्रबंधन के खिलाफ नारे लगाने लगे,और जन सुनवाई स्थगित करने की मांग करने लगे,इसके कुछ समय बाद ही राजेंद्र साहू,दिलीप पाटिल,सेंदरी सरपंच अक्तिराम भारद्वाज,रोहित कौशिक,जलसो सरपंच सुरेंद्र साहू,आशिक जावेद,इसराफिल खान,सचिन धीवर,सत्यशिव तिवारी,परमेश्वर लोनिया,पप्पू दूबे,रितेश शर्मा, विरेंद साहू,महेंद्र सिंह ध्रुव,कन्हैया सिंह,प्रकाश वर्मा,विदेशी निर्मलकर,दुजराम कोशरिया,किशन पटेल ने भी जनसुनवाई स्थल पर पहुंचे और उन्होंने भी जमीन में बैठकर कोल वाशरी बंद करो के नारे लगाने शुरू कर दिए लगभग 1 घंटे तक नारों का दौर लगातार चलता रहा और अंत में अतिरिक्त कलेक्टर ने जनसुनवाई निरस्त करने का निर्णय लिया।