बिलासपुर- अपनों से अपनी बात फेसबुक लाइव कार्यक्रम में पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल ने केंद्रीय बजट 2023 24 को , ‘अमृत काल’ में जन आकांक्षाओं को समग्र दृष्टि को प्राप्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया है। उन्होंने कहा आर्थिक सर्वे में भारत की आर्थिक वृद्धि 6-6.8% अनुमानित है, सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था चालू वित्त वर्ष में 7% तक बढ़ने का अनुमान है।बजट में हर वर्ग का ध्यान रखा गया है,देश की आर्थिक संरचना स्थिर और मजबूतहोगी। अमर अग्रवाल ने बजट की सात प्राथमिकताएँ – समावेशी विकास, अंतिम मील तक पहुँचना, बुनियादी ढाँचा और निवेश, भारत की क्षमता को उजागर करना, हरित विकास, युवा शक्ति पर बैंकिंग और वित्त क्षेत्र को मजबूत करना, देश को आगे ले जाने वाला समावेशी, विकासोन्मुख, दूरदर्शी बजट देने के लिए प्रधानमंत्री श्री मोदी,वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण का आभार व्यक्त किया।
*युवाओं को दी परीक्षा की शुभकामनाएं*-
आगामी दिनो मे देश के नौनिहालों को होने वाली परीक्षाओं के लिए अमर अग्रवाल ने अपनी शुभकामनाएं देते हुए उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी विश्व के पहले ऐसे राष्ट्राध्यक्ष हैं जिन्होंने परीक्षा पर चर्चा के माध्यम से युवाओं को निर्भीक तैयारी करने के लिए अभिभावक एवं विद्यार्थियों और शिक्षकों से सीधा संवाद कर उत्साहवर्धन किया। मोदी जी द्वारा संकलित किताब एग्जाम वारियर बच्चों को एग्जाम फोबिया से परे सीखने का अवसर प्रदान करने में प्रेरक बताया।
*विज्ञान दिवस की दी बधाई*- वैज्ञानिक नवाचार एवं वैज्ञानिक अभिवृत्ति के विकास के लिए 28 फरवरी को विज्ञान दिवस के अवसर पर देश की युवा पीढ़ी वैज्ञानिक समुदाय को श्री अमर अग्रवाल ने फेसबुक लाइव के दौरान अपनी शुभकामनाएं दी उन्होंने बताया स्वर्गीय प्रधानमंत्री श्री लाल बहादुर शास्त्री जी ने जय जवान जय किसान का नारा दिया।स्व. प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेई जी ने जय जवान जय किसान जय विज्ञान का नारा देते हुए नवोन्मेषी प्रयासों की देश के कल्याण और प्रगति में महती आवश्यकता बताई।
*नए राज्यपाल का किया अभिनंदन*- प्रदेश के नवे राज्यपाल के रूप में पिछले दिनों नियुक्त किए गए नए राज्यपाल श्री विश्व भूषण हरिनंदन का श्री अमर अग्रवाल फेसबुक लाइव कार्यक्रम में अभिनंदन करते हुए, पूर्व राज्यपाल सुश्री अनुसुइया उइके के कार्यकाल को छत्तीसगढ़ की तरक्की ,विकास और संवैधानिक मर्यादाओं के संरक्षण की दृष्टि से ऐतिहासिक बताया।
*कांग्रेस के राष्ट्रीय अधिवेशन को राजनीतिक पर्यटन करार दिया*- रायपुर में जारी कांग्रेस के राष्ट्रीय अधिवेशन को पूर्व मंत्री श्री अमर अग्रवाल ने महज राजनीतिक पर्यटन करार देते हुए फेसबुक लाइव कार्यक्रम में कहा कि देश की जनता ने कांग्रेस का सूपड़ा साफ कर दिया है, अब छत्तीसगढ़ में जनता कांग्रेस को सबक सीखाने की तैयारी में है। हाथ जोड़ो अभियान के बारे में अमर अग्रवाल ने कहा
देश की जनता कांग्रेस से पहले ही हाथ जोड़ चुकी है ,पल्ला झाड़ चुकी है इसलिए कांग्रेस के लोग भी जनता से हाँथ जोड़ रहे है।
*न्याय का चोला ओढ़कर ओपीएस के नाम पर फैलाया भ्रम*- पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल ने फेसबुक लाइव कार्यक्रम में कहा कि
राज्य की वित्तीय स्थिति का आकलन किए बिना न्याय पुरुष का ढिंढोरा पीटा गया ओल्ड पेंशन स्कीम को जब लागू करने की बारी आई है। राज्य सरकार के वित्त विभाग के निर्देशों में स्पष्टता नहीं होने से कर्मचारियों में ओल्ड पेंशन या न्यू पेंशन के विकल्प चयन की भ्रमपूर्ण स्थिति बन गई हैं। पेंशन निर्धारण अवधि केंद्र सरकार की तर्ज पर 20 वर्ष किए जाने की मांग राज्य के कर्मचारी कर रहे हैं जबकि छत्तीसगढ़ में इसे 33 वर्ष रखा गया है। शिक्षक एल बी संवर्ग के हजारों कर्मी प्रथम नियुक्ति तिथि से सेवा की गणना कर पुरानी पेंशन लागु करने के लिए मांग कर रहे हैं।पूर्व सेवा अवधि प्रथम न्युक्ति तिथि के आधार पर सेवा की गणना का वादा भी सरकार ने पूरा नहीं किया है जिसके कारण 2004 से पूर्व सेवारत शिक्षकों में भविष्य में मिलने वाली पेशन को लेकर उहापोह की स्थिति है।पेंशन चयन के विकल्प को अपरिवर्तनीय रखे जाने से भी शासकीय कर्मियों में रोष है क्योकि जब सरकार के निर्णय ही पुख्ता नहीं हैं तो कार्मिकों के ऊपर अनिवार्यता नहीं लादनी चाहिए, विकल्प चयन की समय सीमा में पर्याप्त वृद्धि की अपेक्षा लिए समस्यायों के निराकरण हेतु सरकार की ओर शासकीय सेवक आस लगाए बैठे हैं.
*नरवा, गरवा, घुरवा,बारी से छत्तीसगढ़ की ग्रामीण अर्थव्यवस्था में सुधार के दावे खोखले-*
पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल ने कहा छत्तीसगढ़ में ग्रामीण अर्थव्यवस्था के नाम नरवा, गरवा, घुरवा अउ बाड़ी योजना ने छत्तीसगढ़ को कर्ज में डूबा दिया है।चार वर्षों में ही सरकार 51 हजार करोड़ रु से ज्यादा रुपए का कर्ज ले लिया है प्रत्येक व्यक्ति पर कर्ज भार 38 हजार तक पहुँच गया है। गोठान में बनी समितियों का राजनीतिकरण किया जाने से स्थिति जस की तस है। गोधन न्याय योजना में फर्जी गोबर खरीदी दिखाकर राशि आहरण की जा रही है। गुणवत्ता हीन गोबर खाद किसानों के कोई काम की नहीं है, गोबर खाद को सरकारी महकमो में ही जबरदस्ती खपाया जा रहा है। बाड़ी मुख्य घटक होने के बावजूद सब्जियों के दाम बढ़े, पैदावार प्रभावित हो रही है। नरवा केवल कागजों में बने हैं आज भी गांव में सूखे की समस्या पेयजल की आपूर्ति की समस्या आम हैं, जल स्रोत रिचार्ज नहीं हो पा रहे।राजनितिक हस्तक्षेप एवं दुर्बल मॉनिटरिंग तंत्र से सामाजिक योजनाओं की लाभ नहीं मिल पा रहा है। विकासमूलक गतिविधियां केवल कागजों चल रही है।रिपा के तहत बनाये जा रहे औद्योगिक विकास केन्द्र आम छत्तीसगढ़ के लोगो की गाढ़ी कमाई की लूट का केंद्र साबित होगे।
अमर अग्रवाल ने कहा विकास के नाम पर एक लाख करोड़ से ज्यादा के एमओयू हुए लेकिन बीस प्रतिशत भी क्रियान्वयन की स्थिति में नहीं है। कहीं पर्यावरण क्लीयरेंस नहीं मिला है तो लैंड को लिसन नहीं हुआ है तो कहीं, कहीं पानी की समस्या आ रही है तो कहीं पर टोपोग्राफी सुधार की समस्या है। विकास के दावे विज्ञापनों में ही दिखाई देते हैं।
*श्री राम कथा के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया*- बिलासपुर में प्रभु श्री राम कथा आयोजन समिति के द्वारा 11 से 19 फरवरी तक आयोजित पंडित विजय कौशल जी महाराज के श्री मुख से प्रभु श्री राम कथा के यशस्वी आयोजन के बारे में श्री अमर अग्रवाल ने कहा श्री रामकथा वह सेतुबंध है जो दो संस्कृतियों को जोड़कर जीवन कल्याण का मार्ग प्रशस्त करती है। बिलासपुर वासियों की श्रद्धा एवं सहयोग से बसंती बयार के रूप में अध्यात्म की अविरल धारा राम कथा के दौरान कलश यात्रा में देखने को मिली और जिस प्रकार से 9 दिनों तक आध्यात्मिक ऊर्जा का प्रवाह का रसपान बिलासपुर वासियों करते हुए आयोजन को यशस्वी बनाया, आयोजन समिति की ओर से समस्त सहयोगीयो आगन्तुकों, विशेषकर मीडिया जगत का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं।
*पुण्य सलिला अरपा रेत माफियाओं के कब्जे में*-
श्री अमर अग्रवाल ने अरपा की बदहाली के विषय में फेसबुक लाइव कार्यक्रम में कहा पुण्य सलिला अरपा रेत माफियाओं के कब्जे में है।बिना ड्राइंग डिजाइन के बीच शहर में दो बैराज बनाया जा रहा है।बैराज के निर्माण में तकनीकी मानदंडों के विरुद्ध मनमाना कार्य करके ठेकेदारों को फायदा पहुंचाने का काम हो रहा है। पर्यावरण मानकों का ध्यान नहीं देने से जलकुंभी की समस्या विकराल हो गई है। 27 नालों का गंदा पानी अरपा नदी में लोगों के स्वास्थ्य के लिए प्रमुख चुनौती है । शहर से निकलने वाले गंदे जल के ट्रीटमेंट के लिए एसटीपी की यूनिट चालू नहीं हो पाई है।नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के मानदंडों के विपरीत सड़क एवं सुंदरीकरण का कार्य किया जा रहा है। टैंकर मुक्त अभियान के बाद भी शहर के ख्वाबों में पीने के पानी का संकट गर्मी के समय में आम बात हो जाती है। श्री अमर अग्रवाल ने कहा कि जनप्रतिनिधियों को 5 वर्षों में कराए गए विकास कार्यों का लेखा-जोखा जनता के सामने प्रस्तुत करना चाहिए।