जिले में जल्द ही शुरू होने जा रहा ई-चालान
अब मैन्युअल सिस्टम होगा खत्म ,स्वाइप मशीन और बायोमेट्रिक मशीन से चालान की राशि वाहन चालकों के खाते से काटी जाएगी और सीधे शासन के खाते में जमा हो जाएगी ।बिलासपुर । सड़को पर लापरवाही पूर्वक और फर्राटेदार वाहन चलाने के दिन अब लदने वाले है । क्योंकि पुलिस अब ऐसे चालको के खिलाफ चालानी कार्रवाई करने की तैयारी कर रही है मगर चालान मैन्युअल नही कटेगा जिसमे मोलभाव करने और पहुंच का फायदा उठाने की गुंजाइश रहती है बल्कि अब से चालान की कार्रवाई इलेक्ट्रॉनिक होगी तथा स्वाइप और बायोमेट्रिक मशीन के द्वारा चालान की राशि वाहन चालको के बैक खाते से काटी जाएगी जो सीधे राज्य शासन के खाते में जमा होगी यानि नकद लेनदेन की गुजाइश खत्म और निचले स्तर पर पुलिस कर्मियों के द्वारा किये जाने वाले भ्र्ष्टाचार पर अंकुश लग सकेगा ।यातायात पुलिस और जिला पुलिस बल द्वारा लगातार अभियान चलाकर शहर के चौक चौराहों और शहर सीमा के बाहर भी बिना लाइसेंस , बगैर हेलमेट के सड़को पर बेधड़क धूमने वाले दोपहिया वाहन चालकों के खिलाफ चालान की करवाई की जाती रही है जिससे कुछ समय के लिए लापरवाह वाहन चालकों पर अंकुश के साथ ही जुर्माने की राशि से सरकार के खजाने में बड़ी राजस्व राशि जमा हो जाती थी मगर चालान कार्रवाई के दौरान अवैध वसूली और दुर्व्यवहार की भी लगातार शिकायते मिलती थी। प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के बाद कांग्रेस नेताओं द्वारा मुख्यमंत्री व गृह मंत्री से अवैध वसूली तथा दुर्व्यवहार की शिकायतें की गई जिस पर गृहमंत्री ने तत्कालिक तौर पर व्यवस्था में बदलाव करते हुए सिर्फ पुलिस अधीक्षक स्तर के अधिकारियों को ही वाहनों की जांच करने का अधिकार दिया ।जिसके बाद वाहनों की जांच में अघोषित रूप से रोक लगा दी गई थी ।
डीएसपी स्तर के अफसरों की लगातार कमी के कारण वाहनों की जांच प्रभावित हो रही थी जिसे देखते हुए पुलिस महा निदेशक ने एक बार फिर व्यवस्था में बदलाव करते हुए निरीक्षक स्तर के अधिकारियाँ को भी जांच का अधिकार दे दिया था लेकिन नकद चालान काटने पर रोक लगाते हुए ई चलन की व्यवस्था दी थी लेकिन संसाधनों की कमी के कारण ई चालान की कार्रवाई शुरू नही की जा सकी थी ।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रोहित बघेल ने इस पर ध्यान केंद्रित करतेहुए पहल शुरू की और इसके लिए उन्होंने सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया से टाइअप करके ई चालान के लिए व्यवस्था बनाई ।
सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया 10 स्वाइप मशीनों के साथ 10 बायोमेट्रिक मशीनें पुलिस को उपलब्ध करा दी है । इन मशीनों पर प्रशिक्षण के लिए सम्बंधित कम्पनी द्वारा एक दिवसीय प्रशिक्षण भी यातायात पुलिस को दे दिया है । सभी मशीनों में कोड नम्बर अंकित है जिसे उन अधिकारियों को दिया जाएगा जिनके नाम पर मशीन आबंटित किय्या जाएगा । चालान की राशि स्वाइप करने पर उसकी एक प्रति वाहन चालक को दी जाएगी तथा दूसरी प्रति चालान काटने वाले अधिकारी अपने पास रखेगा जिसे वह यातायात थाने में आकर थाने के डीएसआर रजिस्टर में लगाएगा तथा जरायम पंजी में उसका उल्लेख करेगा । इससे समय की बचत होगी।पूर्व में नगद चालान लेने पर सम्बंधित अधिकारियों को यातायात थाने में उसकी लिखापढ़ी कराने के बाद चालान राशि जमा करने बैक जाना पड़ता था । नई व्यवस्था से अब अनावश्यक दौड़धूप से राहत मिलेगी ।
विश्व स्तर की कम्पनी की है मशीनेंबैक आफ इंडिया ने यातायात पुलिस को जो स्वाइप और बायोमेट्रिक मशीने उपलब्ध कराई है वह विश्व स्तर के कम्पनी की है जिसमे 5 प्रकार के कार्ड स्वाइप हो सकेंगे ।जो एटीएम मेस्ट्रो अमेरिकन डेबिट कार्ड है ।कम्पनी के दो सर्विस इंजीनियर अनिल बरगाह और दिलीप यादव भी शहर में उपलब्ध रहेंगे उनका नम्बर अधिकारियाँ के पास रहेगा । ताकि मशीन संचालन में किसी प्रकार की दिक्कत या समस्या हो तो उन्हें तुरंत बुलाकर तकनीकी समस्या को दूर कराया जा सके ।अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रोहित बघेल ने बताया कि अभी हमारे पास सेटअप में 2 डीएसपी 2 टीआई व एक एडिशनल एसपी की पदस्थापना है । जो नए नियमों के तहत चालानी कार्रवाई कर सकते है । चालान काटने के लिए सी बीआई से 10 मशीन अनुबंध कर मंगाया जा चुका है जिसके माध्यम से चालान की राशि जमा होगी। यदि किसी के पास एटीएम कार्ड की उपलब्धता नही है तो बायोमैट्रिक मशीन हमारे पास उपलब्ध रहेगी जिसमे बैक खाते से आधार लिंक होने पर चालान राशि काट ली लाएगी ।वह भी नही होने पर वाहन जब्त कर कोर्ट में भेज जाएगा ।