भाजपा लोकतांत्रिक मूल्यों का हनन नही होने देगी
मंडल के संगठन चुनाव सर्वानुमति से होंगे
बिलासपुर । पूर्व मंत्री और भाजपा नगरीय निकाय चुनाव के प्रभारी अमर अग्रवाल ने आज यहां कहा कि प्रदेश की सरकार डरी हुई है और उसे नगरीय निकायों के चुनाव में हार का डर सता रही है इसीलिए महापौर का चुनाव अप्रत्यक्ष कराने जा रही है । सरकार ने जनता को दो वोट डालने का जो अधिकार मिला हुआ है उसमें से एक का अधिकार छीन लिया है ।
पत्रकारों से बातचीत करते हुए श्री अग्रवाल ने कहा कि काँग्रेस के राष्ट्रीय नेता राहल गांधी ने 1 अप्रैल 19 को ट्वीट कर कहा था कि महापौर को 5 साल कार्य करना चाहिये अन्यथा विकास कार्य प्रभावित होते है इसलिए बार बार अविश्वास प्रस्ताव से बचने महापौर का चुनाव सीधे वोटरों द्वारा होनी चाहिए मगर इसके ठीक विपरीत कांग्रेस शासित तीनो राज्यो में महापौर के चुनाव जनता से कराने के बजाय पार्षदो से कराने का निर्णय लिया गया है ।
श्री अग्रवाल ने कहा कि अविभाजित मप्र सरकार में जब दिग्विजय सिह सीएम थे और भूपेश बघेल उनके मंत्री थे तब महापौर का चुनाव जनता से कराने का निर्णय यह कहते हुए लिया गया था कि पार्षदो द्वारा बार बार अविश्वास प्रस्ताव लाने से विकास कार्य प्रभावित होते है मगर आज उस निर्णय को बदल दिया गया । मंत्रिमंडल की उप समिति की सिफारिश आने के पहले ही सरकार ने अपना फैसला सुना दिया जबकि यह गवर्नर के अधिकार क्षेत्र में आता है । भाजपा ने सरकार के इस निर्णय और लोकतांत्रित मूल्यों के हनन को लेकर राज्यपाल से शिकायत की है ।
श्री अग्रवाल ने कहा कि महापौर चुनाव की तुलना सांसद विधायक द्वारा पीएम सीएम का चुनाव करने से नही किया जाना चाहिए क्योंकि सांसद विधायको के लिए दलबदल कानून है । राज्य सरकार में हिम्मत है तो नगरीय निकायो में भी दलबदल कानून लागू कर दे ताकि पार्षदो पर इसका प्रभाव हो और खरीद फरोख्त से बचा जा सके ।
श्री अग्रवाल ने बताया कि वे भाजपा कार्यकर्ताओं से औपचारिक भेंट कर संगठन चुनाव , महापौर चुनाव , निगम का परिसीमन वोटर लिस्ट तथा शहर में कांग्रेस भाजपा की स्थिति को लेकर चर्चा कर रहे है । भाजपा के सँगठन चुनाव में देरी नही हुई है । मंडल स्तर के चुनाव सर्वानुमति से होंगे