बिलासपुर में हवाई सेवा शुरू करने की मांग को लेकर जारी आंदोलन के 25वे दिन बिलासपुर प्रेसक्लब भी समर्थन में आगे आ गया है तथा बिलासपुर के हक के लिए सभी तरह के आंदोलन में साथ देने व आगे आकर पहल करने का भरोसा दिलाया है ।
राघवेंद्र राव सभा भवन के परिसर में चल रहे अखंड धरना आंदोलन में प्रेसक्लब अध्यक्ष तिलकराज सलूजा ,सचिव वीरेंद्र गहवई ,सहसचिव उमेश मौर्य , वरिष्ठ पत्रकार पीयूष कांत मुखर्जी ,राजेश दुआ ,।कमल।दुबे , राजेश अग्रवाल ,महेश तिवारी ,के के शर्मा , संदीप करिहार, निर्मल
माणिक ,अखिल वर्मा समेत कई पत्रकारों ने धरना दिया
बिलासपुर में हवाई सेवा के नाम से जारी अखंड धरना आंदोलन को मंगलवार को बिलासपुर प्रेस क्लब का भी समर्थन मिला। बिलासपुर से सीधी हवाई सेवा की मांग के साथ हवाई सुविधा जन संघर्ष समिति का आंदोलन 25 वे दिन पहुंच चुका है और प्रतिदिन इन्हें अलग-अलग संगठनों का समर्थन मिल रहा है । जाहिर सी बात है, हवाई सेवा बिलासपुर की बहुप्रतीक्षित सेवा में से एक है, जिसका लाभ यहां के अधिकांश नागरिकों को मिलेगा। इससे भारत के पर्यटन नक्शे में भी बिलासपुर अंकित होगा। हवाई सुविधा के साथ बिलासपुर की तरक्की जुड़ी हुई है। बिलासपुर शहर रेलवे का बड़ा जंक्शन है। शुरुआती दौर में ही रेल सेवा के साथ बिलासपुर को जोड़ा गया था लेकिन हवाई सेवा देने में जिस तरह से हिल हवाला किया जा रहा है, उससे लोगों के सब्र का बांध टूट रहा है। हाईकोर्ट, सेंट्रल यूनिवर्सिटी, एसईसीएल मुख्यालय रेलवे जोन होने के बाद भी हवाई सेवा का ना मिलना पक्षपात बताया जा रहा है। वही एक दिन पहले बिलासपुर सांसद अरुण साव ने भी संसद में इस मांग को उठाते हुए इसका दोष राज्य सरकार के सर फोड़ा था। उन्होंने कहा था कि बिलासपुर में टू सी कैटेगरी की हवाई पट्टी है जिसे 3c के जाने की जरूरत है और इसके लिए 3 से 5 करोड़ का खर्च राज्य सरकार नहीं कर रही। यही कारण है कि बिलासपुर को हवाई सुविधा हासिल नहीं हो पा रही। फिलहाल दलगत राजनीति से परे हटकर सभी राजनीतिक दलों से जुड़े लोग भी इस अखंड धरना आंदोलन को अपना समर्थन दे रहे हैं। मंगलवार को बिलासपुर प्रेस क्लब के अध्यक्ष सहित प्रेस क्लब के सदस्य जुटे और सांकेतिक रूप से पूरे प्रेस क्लब का समर्थन प्रदान किया। वही बताया कि पूरा मीडिया इस मांग के साथ खड़ा है और समय-समय पर इस मांग को मीडिया ने पुरजोर तरीके से उठाया है। इस अखंड धरना आंदोलन को तब तक जारी रखने की बात कही गई है जब तक कि बिलासपुर को सीधी हवाई सुविधा से ना जोड़ दिया जाए।