बिलासपुर। विधानसभा चुनाव के नतीजे ने सब को चौंका दिया है। हिंदुत्व की आंधी ने कांग्रेस के कर्ज माफी और 3200 रुपए में धान खरीदने सहित अन्य घोषणाओं की हवा निकाल दी है ।भाजपा ने जनता के धार्मिक भावनाओं (कवर्धा और बीरम पुर की घटना) को वही तक तक ही सीमित नहीं रखा बल्कि पूरे प्रदेश में हिंदुत्व की भावना को सुनियोजित ढंग से प्रसारित और प्रचारित कर उसे वोट में तब्दील कर देने में बड़ी सफलता पाई है ।हिंदुत्व के आगे कांग्रेस के सारे तीर तरकश फेल हो गए लेकिन कोटा विधानसभा क्षेत्र के वोटरों ने कट्टर हिंदुत्व के चेहरे को नकार दिया है ।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा “अब नई सहिबो ,बदल के रहिबो” के नारे ने छत्तीसगढ़ में भाजपा के लिए संजीवनी का काम किया और दो माह पहले तक सत्ता की दौड़ में काफी पीछे भाजपा को सत्ता तक पहुंचा दिया । बिलासपुर जिले में भी भारतीय जनता पार्टी को अच्छी सफलता मिली है ।जिले के 6 विधानसभा क्षेत्र में से भाजपा ने 4 और और कांग्रेस ने दो विधानसभा क्षेत्र में जीत दर्ज की है ।महत्वपूर्ण बात तो यह है कि पिछले चुनाव में भी भाजपा ने चार और कांग्रेस ने दो सीटें जीती थी। मस्तूरी से दिलीप लहरिया और कोटा से अटल श्रीवास्तव ने कांग्रेस की संकट की घड़ी में कांग्रेस की लाज बचाने में कामयाब रहे।
आज हुए मतगणना में पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल बिलासपुर से, तखतपुर से धर्मजीत सिंह, बिल्हा से धरमलाल कौशिक, मुंगेली से पुन्नूलाल मोहले और लोरमी से भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने रिकॉर्ड मतों से चुनाव जीता है वही पूर्व मंत्री डा कृष्णमूर्ति बांधी चुनाव हार गए हैं। उन्हें कांग्रेस प्रत्याशी दिलीप लहरिया ने 20000 से भी अधिक मतों से हराया है। दूसरी तरफ कोटा विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस का परचम लहराया है। वहां से अटल श्रीवास्तव ने भाजपा प्रत्याशी प्रबल प्रताप सिंह जूदेव को पराजित किया है।
आज सुबह कोनी स्थित मतगणना केंद्र में मतों की गणना शुरू हुई तो पूरे प्रदेश की तरह बिलासपुर जिले में भी भाजपा के प्रत्याशी बढ़त बनाते चले गए। बिलासपुर विधानसभा क्षेत्र के भाजपा प्रत्याशी और पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल ने मतगणना के प्रथम चरण से ही अपनी बढ़त जारी रखी उन्होंने मतों की गणना समाप्त होने पर कांग्रेस प्रत्याशी शैलेश पांडे को 27906 मतों से पराजित किया ।श्री अग्रवाल पिछले चुनाव में शैलेश पांडे से 12000 मतों से हारे थे लेकिन इस बार बेहतर चुनाव प्रबंधन के तहत अमर अग्रवाल ने अपनी पिछली हार का बदला लिया और दुगने से भी ज्यादा मतों से जीत हासिल की। बिल्हा विधानसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी धरमलाल कौशिक और कांग्रेस प्रत्याशी सियाराम कौशिक के बीच लगातार मतों की गणना में बहुत कम मतों का अंतर चल रहा था जिसके कारण यह अंदाज लगाना कठिन हो गया था कि आखिर जीत किसकी होगी लेकिन धरमलाल कौशिक ने सियाराम कौशिक को 9000 से भी अधिक मतों से पराजित किया।
बेलतरा विधानसभा क्षेत्र से जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष विजय केसरवानी भी चुनाव हार गए हैं। मतों की शुरुआती गणना में वे भाजपा प्रत्याशी सुशांत शुक्ला से आगे चल रहे थे लेकिन शहरी इलाके के बूथों में पड़े मतों की गणना शुरू हुई तो भाजपा प्रत्याशी सुशांत शुक्ला भारी पड़े और उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी विजय केसरवानी को 16963 मतों से पराजित किया।
जिले के मस्तूरी विधानसभा क्षेत्र में भाजपा प्रत्याशी पूर्व मंत्री डॉ कृष्णमूर्ति बांधी और कांग्रेस प्रत्याशी प्रत्याशी दिलीप लहरिया के बीच कड़ी टक्कर रही ।मतों की गणना में दोनों आगे पीछे होते रहे लेकिन अंतिम चरणों की गणना में कांग्रेस प्रत्याशी दिलीप लहरिया ने डॉक्टर बांधी को 20000 से भी अधिक मतों से पराजित किया ।कोटा विधानसभा क्षेत्र जहां से भारतीय जनता पार्टी ने आज तक चुनाव नहीं जीता इस बार भी भाजपा की प्रत्याशी प्रबल प्रताप सिंह जूदेव चुनाव हार गए हैं ।उन्हें कांग्रेस प्रत्याशी अटल श्रीवास्तव ने 10000 से भी अधिक मतों से प्राप्त किया।अटल श्रीवास्तव पहली बार विधायक बने है । कोटा की वर्तमान विधायक तथा जोगी कांग्रेस की प्रत्याशी डॉक्टर रेणु जोगी तीसरे नंबर पर रही।
बिलासपुर लोकसभा क्षेत्र अंतर्गत आठ विधानसभा क्षेत्र आते हैं जिसमें मुंगेली जिले की दो सीटें भी शामिल है। मुंगेली विधानसभा क्षेत्र में भाजपा के प्रत्याशी पुन्नूलाल मोहले तथा कांग्रेस प्रत्याशी संजीत बनर्जी के बीच कड़ी टक्कर रही लेकिन भाजपा प्रत्याशी मोहले ने कांग्रेस प्रत्याशी बनर्जी को 9000 से भी अधिक मतों से पराजित किया। इसी तरह लोरमी विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे प्रदेश भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अरुण साव ने कांग्रेस प्रत्याशी थानेश्वर साहू को 29000 से भी अधिक मतों से हराया है जोगी कांग्रेस के प्रत्याशी सागर सिंह बेस तीसरे नंबर पर रहे जिसने अरुण साव की जीत में महती भूमिका निभाई है।
प्रदेश में कांग्रेस की सत्ता चली गई और भारतीय जनता पार्टी सत्ता रूढ़ होने जा रही है लेकिन बिलासपुर जिले में सीटों की संख्या के हिसाब से देखें तो कांग्रेस को ना तो फायदा हुआ है और न हीं नुकसान हुआ है ।पिछले चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने जिले में 6 में से चार सीटों पर जीत दर्ज की थी तथा कांग्रेस को दो सीटों पर संतोष करना पड़ा था। आज हुए मतगणना में भी भारतीय जनता पार्टी के सीटों में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई और उसे चार सीटों पर ही संतोष करना पड़ा जबकि पूरे प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की आंधी चल रही थी। कांग्रेस को भी दो सीटें ही मिली हालांकि कांग्रेस ने बिलासपुर और तखतपुर सीट को खो दिया है तो दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी ने मस्तूरी और बेलतरा विधानसभा क्षेत्र को खोया है बदले में भाजपा को बिलासपुर और तखतपुर तो कांग्रेस को मस्तूरी और कोटा विधानसभा क्षेत्र में जीत मिली है।
Mon Dec 4 , 2023
बिलासपुर।जिला कांग्रेस कमेटी के ग्रामीण के अध्यक्ष विजय केसरवानी बेलतरा विधानसभा क्षेत्र से चुनाव हार गए हैं उन्हें भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी सुशांत शुक्ला ने 16374 मतों से हराया है श्री केसरवानी बिलासपुर नगर निगम के पार्षद भी हैं वे लिगियाडीह वार्ड के वार्ड के पार्षद और नगर निगम […]