बिलासपुर ।जुए पे प्रभावी नियंत्रण नहीं रख पाने के चलते पुलिस अधीक्षक ने मस्तूरी थाना प्रभारी को लाइन अटैच किया है। साथ ही जुए के फील्ड में छापामार कर चार फड़दारों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है।
बिलासपुर। जुए पर प्रभावी नियंत्रण लगाने में नाकाम मस्तुरी थाना प्रभारी को एसपी ने लाइन अटैच कर दिया है। इसके साथ ही जुआ खिलाने वाले चार फड़दारो को भी पुलिस ने जेल भेजा है। बता दे कि मस्तूरी थाना क्षेत्र में जुआ खेलने का वीडियो वायरल हुआ था। मामला मस्तूरी थाना क्षेत्र का है।
बीते दिनों मस्तूरी थाना क्षेत्र में जुआ खेलने का वीडियो वायरल हुआ था। मस्तूरी पुलिस के खिलाफ भी जुआरियों को शह देने के आरोप लगे थे। एसपी रजनेश सिंह तक यह शिकायते पहुंची थी। इसके बाद उन्होंने मुखबिरों के माध्यम से जुए को तस्दीक करवाई। जुआ खेलने की पुष्टि होने पर मस्तूरी थाना क्षेत्र के ग्राम जोरवा में कार्यवाही करवाने के लिए एडिशनल एसपी ग्रामीण अर्चना झा व साइबर सेल के प्रभारी एडिशनल एसपी अनुज कुमार को निर्देश एसपी ने दिए। इसके बाद दोनों अधिकारियों ने एसीसीयू और मस्तूरी थाने के विश्वस्त पुलिस कर्मियों की टीम बनाई। और मुखबिर के बताएं स्थान में जाकर छापामार कार्रवाई करवाई। पुलिस को आता देख कई जुआरी भाग गए। चार जुआरियों को पुलिस टीम ने दौड़ा कर पीछा करके पकड़ लिया। पकड़े गए जुआरियों की तलाशी लेने पर जुआरियों से 87 हजार 590 रुपए बरामद किए। इसके साथ ही 52 पत्ती ताश तथा लोहे के धारदार हथियार व 6 नग मोबाइल भी मिले।
मिली जानकारी के अनुसार यह चारों रसूखदार फड़दार थे। इनके द्वारा ही जुए के फड़ का संचालन किया जाता था। साथ ही पुलिस कार्यवाही से बचाने का झांसा देकर दूर दूर से व अन्य जिलों से जुआरियों को बुलवा कर जुआ खिलवाया जाता था। अब पुलिस ने जुआ एक्ट के साथ ही आर्म्स एक्ट की कार्यवाही कर आरोपियों को जेल भेजा है।
हटाए गए मस्तूरी थाना प्रभारी, दो आईपीएस की टीम ने पकड़ा था प्रदेश का सबसे बड़ा जुआ:–
थाना क्षेत्र में जुआ खेलने का वीडियो पिछले दो दिनों से सोशल मीडिया पर प्रसारित हो रहा था। पर मस्तूरी थाना प्रभारी रविंद्र अनंतको इसकी भनक तक नहीं थी। आज एसपी द्वारा छापामार कार्यवाही करवाने पर इसकी पुष्टि भी हो गई। क्षेत्र में अवैध गतिविधियों पर लगाम लगाने में निष्क्रिय व असफल रहने पर एसपी रजनेश सिंह ने मस्तूरी थाना प्रभारी रविंद्र अनंत को लाइन अटैच कर दिया है। साथ ही लाइन से निरीक्षक अविनाश पासवान को थाना प्रभारी बनाकर मस्तूरी थाने भेजा गया है। ज्ञातव्य है कि मस्तूरी थाना क्षेत्र में ही वर्ष 2017 में बिलासपुर जिले में पदस्थ रहे आईपीएस शलभ सिन्हा और आईपीएस दिव्यांग पटेल की टीम ने प्रदेश का सबसे बड़ा जुआ पकड़ा था। उस समय दिव्यांग कोटा एसडीओपी थे जबकि शलभ सिन्हा कोतवाली सीएसपी थे। दोनों आईपीएस की टीम के द्वारा जुआरियों पर कार्यवाही करके 33 लाख रुपए नगद रकम जब्त किया।
गिरफ्तार आरोपियों के नाम…
अनिल सिंह उम्र 42 वर्ष, पिता सुभाष सिंह, अभिषेक सिंह उम्र 28 वर्ष पिता स्व. दिनेश सिंह,अरुण सिंह उम्र 52 वर्ष पिता स्व. मैकू सिंह, धीरज सिंह उम्र 32 वर्ष पिता स्व. झंगू सिंह सभी निवासी ग्राम जोरवा थाना मस्तूरी।