
बिलासपुर. राज्य में सत्ता हाथ से निकल जाने के बाद और लोकसभा चुनाव मैं मिली करारी हार पश्चात् कांग्रेस की हालत इतनी दयनीय हो गई कि पार्टी का सरकार के खिलाफ पहले आंदोलन में ही कांग्रेसी नदारत रहे. 20,25 लोगों की क्षीण उपस्थिति में राज्य सरकार के खिलाफ आंदोलन की यह स्थिति रही कि कांग्रेस के लोगों से ज्यादा पुलिस वाले मौजूद रहे.पूर्व मंत्री जय सिँह अग्रवाल की मौजूदगी में नेहरू चौंक में कांग्रेस नेताओं ने धरना दिया. बलौदा बाजार में हिंसक घटना पर राज्य सरकार फेल होने और लचर क़ानून व्यवस्था के खिलाफ कांग्रेस ने प्रदेश के जिला मुख्यालयों में धरना प्रदर्शन का एलान किया था. और जिलों में तो पता नहीं लेकिन बिलासपुर में कांग्रेस संगठन की लापरवाही उजागर हो गई. इतनी कम उपस्थिति से लगता है कि कांग्रेस कार्यकर्ताओ ने भी मान लिया है कि आगे साढ़े चार साल आंदोलन ही तो करना है तो अगले आंदोलन में शामिल हो जायेंगे. अभी गर्मी और उमस में जाकर क्या मिलेगा. लगता है संगठन के पदाधिकारियों ने आंदोलन को काम चलाऊ की तरह निपटा दिया अन्यथा कांग्रेस के पार्षद भी अपने अपने वार्डो से सौ पचास लोगों को लाते तब भी हजारों की संख्या में भीड़ जुट जाती. लगता है हार के सदमे से कोई भी उबर नहीं पाया है. धरना आंदोलन में पूर्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल के अलावा जिला अध्यक्ष विजय केशरवानी, विजय पाण्डेय,मस्तूरी विधायक दिलीप लहरिया, कोटा विधायक अटल श्रीवास्तव, महापौर रामशरण यादव, अनिल टा ह आदि लोग मौजूद रहे.
Tue Jun 18 , 2024
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