बिलासपुर। कोरोना वायरस के खिलाफ देश ,प्रदेश के साथ ही बिलासपुर की जनता ने भी अभूतपूर्व एकजुटता दिखाते हुए जनता कर्फ्यू में सहभागिता दिखाई । लोग सपरिवार घरों में कैद रहे । विश्व व्यापी विपदा का लोगो ने बिना किसी राजनैतिक चश्मे के पहली बार एकजुटता प्रदर्शित की । शाम को 5 बजते ही लोगो ने सपरिवार अपने अपने घरों में शंख ,थाली घण्टी बजाकर एकजुटता का संदेश दिया । सोशल मीडिया के चलते लोगो ने वीडियो भी बनाये मगर बस्तर से 17 जवानों की मुठभेड़ में मौत की खबर आने से पूरा प्रदेश स्तब्ध रह गया ।
कोरोना वायरस के खिलाफ प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के आव्हान पर बिलासपुर शहर और पूरे जिले की जनता ने जनता कर्फ्यू के लिए तहै दिल से साथ दिया और सुबह से ही लोग सपरिवार अपने घरों में कैद रहकर बता दिया कि विश्वव्यापी विपदा से निपटने हम सब पूरी तरह गम्भीर है ।
जनता कर्फ्यू के आव्हान को शासन प्रशासन ने आम जनता की मर्जी पर छोड़ दिया। जनता ने कोरोना की गंभीरता को समझा और अभियान को चरम तक सफल बनाया। बिलासपुर में भी लाडडाउन 100 प्रतिशत सफल रहा है। चारो तरफ शांति की स्थिति बनी रही। इक्का दुक्का लोग यदि सड़क पर दिखाई दिए तो उनके चेहरे पर मास्क जरूर नजर आया। इस दौरान शहर का भ्रमण कर विधायक शैलेष पाण्डेय ने जनता को सफल प्रयोजन के लिए धन्यवाद जाहिर किया। उन्होंने बिलासपुर की जनता की जागरुकता की प्रशंसा करते हुए कहा कि किसी भी प्रकार की विपदा के लिए इस शहर की जनता बिना किसी राजनैतिक राग द्वेष के हमेशा एकजुटता प्रदर्शित करते आई है । इस शहर की
यही खूबसूरत मिशाल है । विधायक शैलेष पांडेय ने बस्तर में 17 जवानों के शहीद हो जाने पर गहरा दुख प्रगट करते हुए अपनी श्रद्धांजलि दी है ।
बिलासपुर शहर की बात करें तो जनता कर्फ्यू सौ प्रतिशत सफल रहा है। सुबह सात बजे से ही सड़क पर विरानगी नजर आ रही थी । लोगो के घरों में कैद हो जाने से वाहनों के पहिये भी थमें रहे ।दोपहर 11 बजे से शाम पांच बजे तक शहर की सड़कें पूरी तरह वीरान रही यहां तक कि कहीं भी सड़क किनारे कोई भी वाहन खड़े नजर नहीं आए। हां पुलिस की पीसीआर वाहन पूरे शहर में जरूर दौड़ती रही ।
शहर का सबसे व्यस्त क्षेत्र गोल बाजार सदर बाजार तेलीपारा सरकंडा मंगला चौक रायपुर रोड व्यापार विहार तथा कलेक्ट्रोरेट के आस पास की सड़को पर दिन भर पूरी तरह सन्नाटा पसरा रहा। खासकर सबसे व्यस्त चौक में से एक नेहरू चौक, गांधी चौक, मंगला चौक और महाराणा प्रताप चौक में इक्का दुक्का को छोड़ दें तो कोई सायकल वाला भी घंटों तक नजर नहीं आया। गोलबाजार क्षेत्र में पूरी तरह सन्नाटा पसरा रहा। हां पुलिस व्यवस्था जरूर नजर आयी। लेकिन वह भी बिना तनाव के लेकिन मुस्तैद नजर आई।
इधर नेशनल हाइवे रायपुर अम्बिकापुर के बीच परिवहन करते कोई वाहन नजर नहीं आए। नेहरू चौक से मुंगेली, गोलबाजार, अम्बिकापुर और रायपुर की तरफ जाने वाली सड़कें इसान विहीन क्रिकेट मैदान की नजर आया। हर तरफ शांति और स्तब्धता और वीरानी का माहौल रहा ।
इसी तरह आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों सीपत मस्तूरी बिल्हा तखतपुर कोटा मरवाही पेंड्रा गौरेला ,मुंगेली रतनपुर के गांव गांव में भी जनता कर्फ्यू का व्यापक असर रहा । शहरी नागरिकों से कही ज्यादा गांव के लोग जागरूक दिखे । गांवों में कोटवारों द्वारा जनता कर्फ्यू और कोरोना वायरस के बारे में मुनादी के फलस्वरूप गांवों में भी सन्नाटा पसरा रहा ।
कलेक्टर बिलासपुर ने जनता कर्फ्यू की सफलता पर आव्हान किया है कि जिले कि जनता 31 मार्च तक रात 9 बजे के बाद अपने अपने घरों से बाहर नही निकले तो करोंना वायरस को काफी हद तक मात दी जा सकती है ।