बिलासपुर । छत्तीसगढ़ सरकार ने कोरोना वायरस (कोविड-19) की रोकथाम के उपायों के तहत अल्कोहल आधारित हैण्ड सैनिटाईजर (हैण्ड रब साॅल्यूशन) के औद्योगिक निर्माण के लिए दो डिस्टिलरी को लाइसेंस दिया है। राज्य शासन के खाद्य और औषधि नियंत्रक प्रशासन द्वारा मुंगेली जिले के मेसर्स भाटिया वाइन मर्चेन्ट्स (पी) लिमिटेड धूमा (सरगांव) और दुर्ग जिले के मेसर्स छत्तीसगढ़ डिस्टलरीस लिमिटेड खापरी (कुम्हारी) को यह लाइसेंस एक साल के लिए प्रदान किया गया है। इससे अब राज्य में हैण्ड सैनिटाईजर की सुचारू आपूर्ति में मदद होगी।
गौरतलब है कि कोराना वायरस (कोविड-19) को विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा महामारी घोषित किया गया है, साथ ही भारत सरकार द्वारा हैण्ड सैनिटाईजर को आवश्यक वस्तु अधिनियम के दायरे में लाया गया है। कोरोना वायरस (कोविड-19) की रोकथाम के लिए हैण्ड सैनिटाईजर की आवश्यकता और मांग को देखते हुए राज्य सरकार द्वारा इन डिस्टलरियांे को यह अनुमति प्रदान की गई है। अल्कोहल आधारित हैण्ड रब साॅल्यूशन विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा अनुमोदित है ।
खाद्य और औषधि नियंत्रक प्रशासन द्वारा जारी आदेश के तहत उपरोक्त दोनो डिस्टिलरी को विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा रिकमण्ड फार्मूला के आधार पर अल्कोहल आधारित हैण्ड सैनेटाईजर के निर्माण की अनुमति दी गई है। इसके साथ ही प्रति 200 मिलीलीटर सैनिटाईजर के लिए एक सौ रूपए मूल्य भी निर्धारित किया गया है। इससे ज्यादा मात्रा होने पर उसी अनुपात में मूल्य निर्धारित होगा। मेसर्स भाटिया वाइन मर्चेन्ट्स (पी) लिमिटेड धूमा (सरगांव) और दुर्ग मेसर्स छत्तीसगढ़ डिस्टलरीस लिमिटेड खापरी (कुम्हारी) में अल्कोहल आधारित हैण्ड सैनिटाईजर के उत्पादन की सप्लाई की माॅनिटरिंग क्रमशः ड्रग इंस्पेक्टर ईश्वरी नारायण और ड्रग इंस्पेक्टर आशीष कुमार पाण्डेय करेंगे ।
उल्लेखनीय है कि सरकार की कडाई के बाद भी सेनिटाइजर की कालाबाजारी नही रुक रही है ।मांग के अनुरूप आपूर्ति नही होने से सेनिटाइजर को अधिक दाम पर बेचे जाने की लगातार शिकायते मिल रही है । चूंकि ट्रेनें और बसों के परिचालन में बंदिश लग गई है इसलिए सेनिटाइजर की आपूर्ति नही हो पा रही है । कोरोना वायरस के मामले लगातार आने और उससे बचाव के लिए हर स्तर पर जागरूकता में तेजी आने से सेनिटाइजर की मांग अप्रत्याशित रूप से हर तरफ बढ़ गई है । राज्य सरकार द्वारा इसे मद्देनजर रख और सेनिटाइजर की आपूर्ति सामान्य हो व हर जरूरतमंद को आसानी से मिल सके इसके लिए प्रदेश में ही सेनिटाइजर का उत्पादन व सतत आपूर्ति के लिए दोनो डिस्टलरीज निर्माताओं को लाइसेंस प्रदान किया गया है ।