बिलासपुर ।
जिला कांग्रेस कमेटी व्यापार प्रकोष्ठ बिलासपुर के अध्यक्ष राजीव अग्रवाल द्वारा
20अप्रैल से प्रस्तावित सभी ऑनलाइन कंपनियां द्वारा शुरू होने जा रही व्यापार की अनुमति को केंद्र सरकार द्वारा तत्काल स्थगित करने की मांग की है।
लॉकडाउन की आड़ में कार्पोरेट सेक्टर को बढ़ाने की साजिश- श्री अग्रवाल ने – केंद्र सरकार द्वारा ऑनलाइन व्यापार को स्वीकृति प्रदान किए जाने को व्यापार जगत पर गहरा आघात बताते हुए कहा कि लॉक डाउन के दौरान एक माह से सरकार के हर कदम के सहयोगी बने व्यापारी अपना कारोबार बंद रखकर प्रधानमंत्री राहत कोष हो मुख्यमंत्री राहत कोष सभी में सहयोग किया । राशन की सेवा, भोजन पैकेट की सेवा उपलब्ध कराई पर व्यापार प्रारंभ करने के लिए केंद्र सरकार ने विदेशी ऑनलाइन कंपनियों को स्वीकृति देकर व्यापार जगत पर कुठाराघात किया है । देश और प्रदेश की जनता की सेवा, अर्थव्यवस्था में भागीदारी करने वाले व्यापारी वर्ग ने गर्मी के सीजन के साथ शादियों के सीजन के लिए पूर्व में तैयारी कर जरूरत का माल खरीदा था । व्यापारी को लाकडाउन के बाद छूट से कारोबार की उम्मीद थी इस वर्ग को पहले भी केंद्र सरकार ने कोई पैकेज नहीं दिया था ।
केंद्र सरकार द्वारा व्यापारियों को कारोबार की छूट ना देकर ऑनलाइन कंपनियों को समस्त वस्तुओं के व्यापार की अनुमति देना छोटे और मझोले व्यापार को समाप्त करने की साजिश के साथ कारपोरेट जगत को फायदा पहुंचाने का षड्यंत्र लगता है ।
केंद्र सरकार अपने इस निर्णय को तत्काल वापस लेकर क्रमशः लाकडाउन समाप्त करने की दिशा में ग्रीन जोन वाले जिलों में व्यापार की अनुमति प्रदान करें ।
इस महामारी से बड़ी विदेशी व्यापारिक कम्पनियों से एक भी कंपनी ने भारत के लोगो के प्रति इस महामारी में सहानुभूति के रूप में भी सहयोग नहीं दिया है,।
लोक डाउन में साथ देने वाले अपने घर मोहल्ले के आस पास के किराने वाले, दूध डेयरी वाले, मेडिकल स्टोर वाले इन सबका ही साथ मिला, और तो और जिन लोकल दुकानदारों ने अपनी दुकानें हमारे लिए बंद रखी और सारे खर्चे चालू होने के बावजूद उन्होंने सेवा कार्य में अपना तन मन धन जो बन सका लगाया , सबके मन में एक ही विचार चाहे कुछ भी हो जाए अपने देश को मुश्किलों से निकालना है ऐसा ही विचार रखा।
अब जब ऑनलाइन कंपनियां चालू हो जाएंगी तब सभी लोग अनिश्चितता व प्रलोभनों से इन विदेशी कम्पनियों से अपना अपना सामान खरीद लेंगे और जब लॉक डाउन खुलेगा तब कोई भी खरीदार बाजारों में नहीं दिखेगा , हम सब फाइनेंसियल मंदी के शिकार हो जाएंगे , यहां दुकान वाला अपना किराया मांगेगा, स्टाफ अपना पगार मांगेगा, बिजली बिल, होम लोन, गाड़ी के लोन और ना जाने कितने ऐसे ही खर्चे व्यापारियों के सिर पर होंगे , व्यापार ना होगा तो कहा से लाएंगे हम फिर से इतना पैसा.?
राजीव अग्रवाल ने कहा है कि जब तक लॉक डाउन ना खुले तब तक किसी भी ऑन लाइन कंपनी को चालू करने की परमिशन ना दिया जाए ,, नहीं तो अपने देश के छोटे बड़े सभी व्यापारियों की हालत बहुत खराब हो जाएगी और देश की अर्थव्यवस्था भी प्रभावित होगा ।