जानलेवा महामारी कोरोना से पीड़ित कोरबा के तथाकथित रसूखदार युवक जिसने लंदन से लौटने की बात छिपाते हुए कोरबा में खुले आम घूमने और लोगो से सार्वजनिक रूप से मिलने का दुस्साहस कर रहा था ,के खिलाफ कोरबा के नवनियुक्त एसपी अभिषेक मीणा ने बिना देर किए एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया और उसे एम्स में भेजने की कार्रवाई की अब उसके पिता के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज कर लिया गया है । रसूखदार होने का एहसास करा औरों को बीमारी बांटने वाले पर तत्काल कार्रवाई कर कोरबा एसपी ने जिले में कोरोना के खतरे पर लगाम का प्रयास किया है ।
लोगो ले लिए जानलेवा बने महामारी कोरोना से पीड़ित कोरबा के युवक के पिता के ऊपर भी पुलिस ने जांच के बाद एफआईआर दर्ज कर लिया है।पुलिस कप्तान खुद मामले को संज़ीदगी से देख रहे हैं, और उनके संज्ञान में आया कि युवक लंदन से लौटने के बाद दस दिन तक शहर में घूमता रहा,आफिस जाता रहा और युवक के घर मे भी नौकरो का आना जाना लगा रहा पर फिर भी न युवक ने और न ही युवक के पिता ने होम quarentine के नियमो का पालन किया,और स्वास्थ्य विभाग की सलाह को भी दरकिनार कर दिया था।रसूखदार होने के कारण स्वास्थ्य विभाग भी युवक को आइसोलेट नही करवा पाया और यह खबर किसी तरह पुलिस कप्तान अभिषेक मीणा तक जा पहुँची,रसूखदारों से मामला जुड़ा होने के कारण कप्तान ने मामले को गंभीरता से लेते हुए खुद पहले मामले की गहनता से तस्दीक करवाई और शिकायत की पुष्टि होने पर युवक के खिलाफ पहले सारे सबूत जुटाए गए जिस से की किसी भी तरह का राजनीतिक हस्तक्षेप पुलिस कार्यवाही में न हो,इसके लिए युवक के पिता के ऑफिस का सीसीटीवी जब्त किया गया,जिसमे युवक के ऑफिस आने जाने की जानकारी हाथ लगी,फिर दूसरे चरण में युवक के मोबाइल का सीडीआर और काल लोकेशन निकाला गया जो शहर में कई जगह मूवमेंट करता हुआ मिला ये सारे सबूत हाथ लगने के बाद युवक के खिलाफ सिटी कोतवाली थाने में धारा 188,269,270,271 के तहत एफ आई आर दर्ज किया गया ।
मामला दर्ज होने के बाद पुलिस कप्तान श्री मीणा पूरे मामले का खुद सुपरविजन कर रहे थे,और पुलिस की जांच जैसे जैसे आगे बढ़ी पता चला कि युवक की जितनी गलती थी,उतना ही उसके पिता भी जिम्मेदार हैं,उन्होंने भी न तो अपने पुत्र के विदेश यात्रा की जानकारी दी और न ही होम आइसोलेशन के नियमों का पालन किया,यह जानकारी सामने आने पर पुलिस कप्तान ने युवक के पिता को भी आरोपी बनाने के निर्देश कोतवाली थाने को दिए जिसके बाद उसके पिता को भी मामले में आरोपी बना लिया गया हैं
एसपी मीणा की कड़ी फील्डिंग के सामने राजनैतिक सोर्स फेल
[ मामले में एफआईआर होने से पहले से ले कर अब तक की जांच की पुलिस कप्तान श्री मीणा खुद ही समीक्षा कर रहे हैं और बारीकी से मामले को समझ कर जांच टीम को निर्देशित कर रहे हैं, यही वजह थी कि युवक पर जुर्म दर्ज होने से पहले ही सारे सबूत जुटा लिए गए और किसी भी किस्म का हस्तक्षेप नहीं हो पाया।पुलिस कप्तान के खुद ही मामले में रुचि लेने और उनके सख्त रवैये को देखते हुए किसी भी रसूखदार की हिम्मत पुलिस कार्यवाही को रोकने की नही हुई और पुलिस ने आरोपी के पिता को भी आरोपी बना दिया,इसी तरह निचले स्तर के भी पुलिस कर्मियों ने भी अपने बड़े साहब की सक्रियता के डर से नेता गिरी करने वालो को टाटा कर दिया और सारे रसूख दारो के विकेट गिर गए
पुराने मामले में ही बने आरोपी,नया एफआईआर नही
: यहां यह बताना जरूरी हैं कि युवक के रसूखदार कारोबारी पिता पर पुलिस ने अलग से एफआईआर दर्ज नही किया हैं, बल्कि एक अप्रैल को युवक पर दर्ज हुए मामले में ही जांच के बाद सहआरोपी बना लिया हैं ।