सुकमा । सुकमा पुलिस अधीक्षक शलभ सिन्हा के निर्देशन में फ़ोर्स कर रहे नक्सलियों पर पलटवार,10 दिन में दूसरी बार मार गिराया इनामी नक्सल कमांडर। मार्च महीने में सुकमा में हुए नक्सलियों की कायराना हमले में 16 जवानों के शहीद होने के बाद आक्रामक हुई पुलिस ने आज मूठभेड़ में तीन लाख के इनामी नक्सल कमांडर को ढेर कर दिया हैं,इसके साथ ही बड़ी मात्रा में नक्सल सामग्री ,315 बोर बंदूक,आधुनिक नक्सल सामग्री,और नक्सलियों का वायरलैस बरामद किया हैं,पुलिस के लिए यह बड़ी सफलता मानी जा रही हैं,क्योकि मारा गया नक्सली महादेव नक्सलियों के प्लाटून नम्बर 31 का सेक्शन कमान्डर था जो इलाके में ख़ौफ़ का पर्याय बन चुका था, और शासन ने इस पर तीन लाख का इनाम घोषित किया था।
आज हुई कार्यवाही तोंगपाल थाना एरिया के दामनकोटा में हुई,जिसे सीआरपीएफ और डीआरजी की सयुंक्त टीम ने अंजाम दिया।कार्यवाही पर एसपी शलभ सिन्हा खुद ही नजर बनाए हुए थे,और टीम को मार्गदर्शन प्रदान कर रहे थे।कार्यवाही इसलिए महत्वपूर्ण मानी जा रही हैं क्योंकि इस बार नक्सल सामग्री में नक्सलियों का वायरलेस सेट भी बरामद हुआ हैं, जिस से समझा जा सकता हैं कि अब नक्सली भी पुलिस की तरह एडवांस टेक्नोलॉजी का प्रयोग करने लगें हैं, पुलिस के लिए यह चिंता का विषय हो सकता हैं कि नक्सलियों के पास यह आधुनिक तकनीक कहा से पहुँच रही हैं,इसके माध्यम से ये पुलिस की गतिविधियो पे भी नजर रख सकते हैं।
*एसपी शलभ सिन्हा की नक्सलियों के हर मुव्हमेंट पर पैनी नजर
पिछली बार हुए हमले में जवानों की हुई शहादत के बाद पुलिस अधीक्षक शलभ सिन्हा कोई भी चूक न हो इसके लिए हर एन्टी नक्सल मूवमेंट पे खुद ही पैनी निगाह बनाये रखते हैं और हर टीम को सावधानी बरतते हुए कार्यवाही करने के दिशा निर्देश देने के साथ ही साथ उनका मनोबल भी बढ़ा रहे है ताकि जवान उत्साहित हो कर ऑपरेशन को अंजाम दे और इसमें कामयाबी भी मिलनी शुरू हो गयी हैं।
* दस दिन के भीतर दूसरी बड़ी सफलता मिली
,उड़ीसा-आंध्रा,के बड़े ईनामी कमांडर को भी मार गिराया था सुकमा पुलिस ने
पुलिस अधीक्षक शलभ सिन्हा के नेतृत्व में आक्रामक हुई सुकमा पुलिस को पिछले दस दिनों में ही दूसरी बड़ी सफलता हाथ लगी हैं।दस दिन पहले ही पूसपाल थाना एरिया के चिंतलनार के जंगलों में भी सुरक्षा बलों ने नौ लाख के इनामी नक्सली को मार गिराया था। मारा गया नक्सली पोडियामी कामा उर्फ नागेश ओडिसा-आंध्रा बार्डर स्पेशल जोनल कमेटी में एरिया कमेटी सदस्य के रूप में पिछले 6 साल से सक्रिय था जो आंध्रा, ओडिसा और छत्तीसगढ़ में दहशत का पर्याय बना हुआ था, जिस पे उड़ीसा सरकार ने चार लाख और छतीसगढ़ सरकार ने पांच लाख का इनाम रखा हुआ था।चिंतलनार के जंगलों में इसकी जानकारी की पुख्ता सूचना मिलने पर पुलिस अधीक्षक शलभ सिन्हा ने डीआरजी की टीम बना कर प्लॉनिंग करते हुए एसडीओपी प्रतीक चतुर्वेदी की अगुवाई में पुलिस टीम पुसपाल थाना और कैम्प से रवाना की,जिसने कैम्प किये हुए नक्सलियों पर धावा बोल दिया और इनामी कमांडर नागेश को मार गिराया और बाकी नक्सली भाग खड़े हुए।