कोरबा मे कार्यरत वामन इंजीनियरिंग के प्रबंधन से भयादोहन करते हुए कार्य करने के एवज में रकम मांगने के मामले में प्रदेश के एक बड़े कांग्रेस नेता के करीबी समर्थक तौकीर अहमद को बाल्को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल दाखिल किया हैं।
पुलिस के मुताबिक तौकीर अहमद का नाम बाल्को थाना क्षेत्र के नामजद गुंडा सूची में शामिल हैं, जिसके खिलाफ बाल्को और कोतवाली थाने में कई मामले दर्ज हैं पर सत्ता के करीबी के चलते उसके खिलाफ कार्रवाई करने में पुलिस विफल रही थी,जिससे उसके हौसले बुलंद थे और अपने करीबी नेता के आशीर्वाद और सरंक्षण मिलने के कारण उसके हौसले लगातार बुलंद थे।इसका फायदा उठा कर उसने कोरबा में कार्यरत ठेका कम्पनियों से कार्य करने के एवज में रंगदारी मांगनी शुरू कर दी थी।
आज हुई गिरफ्तारी का मामला भी 7 माह पुराना हैं, जिसमे नवपदस्थ एसपी अभिषेक मीणा ने संज्ञान लेते हुए बाल्को पुलिस को जुर्म दर्ज कर गिरफ्तारी के निर्देश दिए थे।कोरबा में कार्यरत वामन इंजीनियरिंग कम्पनी के प्रबंधक से 7 माह पूर्व आरोपी तौकीर अहमद कोरबा में सुचारू रूप से कार्य करने देने के एवज में मोटी रकम और कम्पनी के कामो का ठेका अपने लोगो को अपनी शर्तों में देने का दबाव बना रहा था,सोशल मीडिया में उस समय तौकीर अहमद की धमकी का ऑडियो भी वाईरल हुआ था जिसमे वह कभी 50 लाख तो कभी 20 लाख या कभी 12 लाख देने की माँग लगातार कर रहा था।रकम के अलावा कम्पनी के कामो का ठेका भी अपने लोगो को अपने शर्तों पर देने की धमकी वह दे रहा था सोसल मीडिया में सब वायरल होने के बाद भी उस समय राजनीतिक दबाव में गिरफ्तारी क्या एफआईआर भी दर्ज नही किया जा सका था,मामले में हाथ डालने वाले कोरबा के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आईपीएस उदय किरण पर भी दबाव बनाने की लगातार कोशिश हुई और उन पर दबाव बनाने के लिए उनकी झूठी शिकायते लगातार उच्चअधिकारीयो से ले कर मुख्यमंत्री तक की गयी थी,हालांकि मामले को समझने के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पुलिस कार्यवाही में हस्तक्षेप करने से इंकार कर दिया था,और सोशल मीडिया में वायरल आडियो से भी स्प्ष्ट था कि तौकीर अहमद भयादोहन कर वसूली का प्रयास कर रहा हैं।
अभिषेक मीणा के कमान सम्हालने के बाद हुई कार्यवाही तौकीर अहमद के हथकंडो और उसके राजनीतिक रसूख से परेशान पुलिस उस पर हाथ नही डाल पा रही थी और सात माह से गिरफ्तारी तो क्या उस पे जुर्म दर्ज तक नही हो पाया था।पर नवपदस्थ पुलिस अधीक्षक अभिषेक मीणा ने पदभार ग्रहण करते साथ इस तरह संगठित वसूली के गिरोह को तोड़ने के लिए कमर कसते हुए सारे पुराने मामलों व शिकायतों को संज्ञान में लिया तब यह मामला भी उनके सामने आया और उन्होंने इसकी तस्दीक करते हुए कार्यवाही करवाई
मामले में वसूली का आडियो वायरल होने के बाद भी पुलिस 7 माह से कार्यवाही नही कर पाई थी कार्यवाही शुरू होने से पहले ही राजनीतिक दबाव आने शुरू हो जाते थे,पर पुलिस अधीक्षक अभिषेक मीणा ने मामले में वसूली की पुष्टि होने के बाद बाल्को थाने में गोपनीय ढंग से एफआईआर करवाई जिसे सेंसेटिव केस की श्रेणी में रखा गया ताकि आरोपी जुर्म दर्ज होने का पता चलने पर फरार न हो जाये।और गिरफ्तारी के पहले किसी भी किस्म की राजनीति न होंने पाए और कानून और व्यवस्था की स्थिति न बिगड़े।बाल्को थाने में आरोपी तौकीर अहमद के खिलाफ धारा 384,385,और 506 के तहत जुर्म दर्ज किया गया जिसके बाद आरोपी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस अधीक्षक ने एक विशेष टीम बनाई इस विशेष टीम ने मोबाइल लोकेशन के आधार पर आरोपी तक पहुँची पर आरोपी पुलिस टीम को देख कर भागने लगा जिस पर उसे दौड़ा के पकड़ा गया।।
आरोपी को पकड़ने के बाद उसे अदालत में पेश किया गया,जहां उसके पुराने आपराधिक प्रकरणों के होने व मामले की गम्भीरता को देखते हुए 15 दिन की न्यायिक रिमाण्ड पर भेज दिया गया। कार्यवाही इतनी जल्दी हुई कि किसी को भी मामले में राजनीति करने का मौका नही मिला
: पुलिस अधीक्षक ने कोरबा जिले के नागरिकों से की अपील
कोरबा वासियों से अपील करते हुए पुलिस अधीक्षक ने कहा हैं कि इस तरह की गुंडागर्दी और अनुचित मागों को सहने की जरूरत नही हैं, पुलिस आपके साथ हैं, यदि आप से कोई भी भयादोहन कर एक्सटॉर्शन मनी माँगता हैं तो इसकी शिकायत उनसे की जा सकती हैं, वे मामले में निश्चित तौर पर कार्यवाही करेंगे।