–बिलासपुर । कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता अभय नारायण राय ने कहा कि केंद्र के मोदी सरकार का एक वर्ष असफलता की गाथा है,पर नरेंद्र मोदी और भाजपा नेता अपने चरित्रानुसार झूठे यशोगान कर स्व महिमामण्डित हो रहे है ।
प्रधानमंत्री ” मन की बात ” में कहते कि कोविड 19 में एक करोड़ फ्री में कोरोना टेस्ट किया गया है ,जो सफेद हाथी साबित हुआ ,नरेंद्र मोदी ने आज देश को असफलता की उस चौराहे पर ला खड़ा किया है जहाँ आर्थिक मंदी,भुखमरी,बैंक फ़्रॉड,केंद्रीय योजनाओ का निजीकरण,बढ़ती बेरोजगारी,भ्रष्टाचार -शिष्टाचार बन गया है,गरीब -गरीब हो रहे है,अमीर-अमीर हो रहे है ,काला धन,एन पी ए का मूल्य बढ़ रहे है ।
अभय नारायण राय ने कहा कि भाजपा और नरेंद्र मोदी ने “अच्छे दिन “, सबका साथ सबका विकास,मेक इन इंडिया न जाने कितने वादे किए और भूल गए ।पर नरेंद्र मोदी के इन 6 वर्षों में 2 करोड़ प्रति वर्ष नौकरी नही मिली बेरोजगारी उच्चतम स्थिति में पहुंच गई,15-15 लाख जुमला साबित हुआ ,देश नही बिकने दूंगा पर केंद्रीय उपक्रम बी एस एन एल ,भारत पेट्रोलियम,एयरपोर्ट,रेलवे,कोल ब्लॉक,जैसे नव रत्न बिकने लग गए, देश आर्थिक संकट से गुजर रहा है 2014 में बैंक का एन पी ए 224000 करोड़ था 2019 में 950000 करोड़ पहुंच गया, कई बैंक डिफाल्टर हो गए,माल्या,नीरव मोदी,चौकसी जैसे भगोड़ों का 68000 करोड़ का कर्ज राइट ऑफ कर दिए गए,आज आम ग्राहक चिंतित है कि कब कौन सा बैंक डुब जाए ?जीडीपी आज़ादी के न्यूनतम स्थिति में गोता खा रहा है, अभय नारायण राय ने कहा देश गरीब हो रहा है , पर भाजपा की सम्पत्ति बढ़ रही है ,2014 में भाजपा की सम्पति 970 करोड़ थी ,आज 2410 करोड़ हो गई है,
अभय नारायण राय ने कहा कि केंद्र सरकार के दावे के खुलासा कोविड19 महामारी से और हो गया , 8 करोड़ प्रवासी मजदूर नरेंद्र मोदी के अव्यवहारिक निर्णय का शिकार हुए,मजदूर भूखे-प्यासे , पैदल ,छोटे छोटे बच्चे मिलो पैदल घर के लिए निकल पड़े,कुछ रास्ते मे मर गए तो कुछ बीमारी से । फिर भी मोदी मन की बात करते रहे कहीं भी इन श्रमिको का जिक्र करना मुनासिफ नही समझे, भाजपा नेता दावा करते है कि 3840 ट्रेन से 52 लाख मजदूरों को पहुंचाया गया जबकि सच्चाई है रेलवे ने मोटी रकम राज्य सरकारों से ली ,उलट ट्रैन को जाना था गोरखपुर पहुंच गया रायुरकेला , ट्रैन भी केंद्र सरकार की भांति चल रही है ,वादे कुछ थे पर हो कुछ और है।
अभय नारायण राय ने कहा कि नरेंद्र मोदी ने पकौड़ा टेक्नोलॉजी,गटर से गैस थ्योरी को छोड़ ,अब ” आत्मनिर्भर ” की बात कर रहे है । पर जो उपक्रम आत्म निर्भर थे उन्हें क्यो बेचा जा रहा है ,इसके पीछे की मंशा क्या है ,जनता को बताए ?
नरेंद्र मोदी ने कृषि पर टैक्स लगाया, जबरिया पीएम फसल बीमा ,जिसमे करोड़ो का घोटाला है,केंद्रीय कर्मचारियों की महंगाई भत्ता 37630 करोड़ काटी गई, कोविड 19 में भी मास्क और पीपीई घोटाले किये जा रहे है ,केंद्र सरकार पीएम केयर्स फण्ड में कितनी राशि जमा ली ,किस किस प्रान्त या अन्य मदो में खर्च की न बताने के लिए तैयार है और नही आडिट कराने के लिए ? नरेंद्र मोदी ने एक फिर जनता को कोविड संकट काल मे 20 लाख करोड़ का झुनझुना दिया है ,जो केवल दिवास्वप्न से ज्यादा कुछ नही है ।
कुल मिला कर केंद्र सरकार का एक वर्ष भ्रम और जुमला से ज्यादा कुछ नही है।