बिलासपुर।विधानसभा चुनाव हारने के बाद पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल ने कहा था कि वे एक साल तक सरकार के कामकाज पर कुछ नही बोलेंगे और पूरी समीक्षा के बाद ही जिम्मेदारी पूर्वक कुछ कहेंगे । श्री अग्रवाल ने कुछ भी नही बोलने का वादा निभाते हुए आज जब प्रदेश में कांग्रेस की सरकार को डेढ़ साल से ऊपर हो गए है तब अमर अग्रवाल ने आज प्रदेश सरकार, स्थानीय प्रशासन और कांग्रेस नेताओं पर तल्ख शब्दों के साथ हमला किया है । वे अवसर की तलाश में थे और तिलक नगर के रहवासियों को बेदखल करने की कार्रवाई से उनको हमला करने का अवसर मिल गया ।श्री अग्रवाल ने बुधवार को पत्रकारों से चर्चा करते हुए जमकर अपनी भड़ास तो निकाली लेकिन पूरे चर्चा के के दौरान अपने मंत्रित्वकाल को बेदाग बताने में भी नही चुके श्री अग्रवाल ने अरपा नदी पर बैराज बनाने के निर्णय को उचित बताया और कहा कि अरपा नदी को संरक्षित करने और उसके विकास के खिलाफ वे बिल्कुल नही है मगर अरपा के दोनो किनारे सड़क बनाने के लिए जिस तरह हड़बड़ी में गरीबो के घर को उजाडा गया वह उचित नही है उनको वक्त देना चाहिए था ।प्रशासन कहता है डेढ़ वर्ष में अरपा के दोनो छोर पर सड़क बन जाएगी मगर वे दावा करते है कि यह सम्भव नही है और 4 साल में भी यह काम पूरा नही होगा पहले तो यह काम और काम के लिए बुलाया जा रहा टेंडर ही अवैध है क्योंकि इसके लिए केंद्र सरकार से मंजूरी नही ली गई है जो अनिवार्य है ।अमर अग्रवाल ने कहा कोरोना महामारी के समय तिलक नगर के 400 लोगों के घरों को उजाड़ना हर दृष्टि से अमानवीय और नियम विरुद्ध हैरिवरव्यू टू के लिए केंद्र सरकार की पूर्वानुमति बिना पता नहीं क्यों हड़बड़ी में गड़बड़ी कर तिलक नगर में गरीबो को बेदखल किया गया ।श्री अग्रवाल मख्यमंत्री समेत कांग्रेस नेताओ पर तंज कसते हुए आड़े हाथों लिया और कहा किहर चुनाव में अरपा किनारे और शहर की गरीब बस्तियों के सामने ढोल मंजीरा बजाकर यही कांग्रेसी कसमें खाते थे कि हम गरीबों की झोपड़ियां उजड़ने नहीं देंगे और अरपा नदी का संरक्षण करेंगे मगर 15 महीने में ही ऐसा क्या हो गया जो इन्ही कांग्रेसी और उनकी सरकार ने अरपा बैराज के नाम पर 400 गरीबो के घर उजाड़ दिए और सफाई दी रहे कि सबको इमली भाटा में बसाया जा रहा है मगर इमली भाटा के आवासो में पानी बिजली नही है सफाई नही की समस्या है ।पूरी चर्चा में श्री अग्रवाल अपने मंत्रित्वकाल में मिट्टी तेल गली को स्मार्ट सिटी में शामिल कर वहां रह रहे गरीबो के मकानों को बेदर्दी पूर्वक तोड़ने और सिंधी व्यवसायियों के मकानों पर कहर ढाने की कार्रवाई का बचाव किया और सफाई दी कि मिट्टी तेल गली के गरीबो को नजदीक में ही बने मकानों में शिफ्ट किया था इसी तरह नूतन कालोनी के झुग्गी झोपड़ी वालो को बगल में ही पीएम आवास बनाकर दिया गया ।श्री अग्रवाल ने भूपेश बघेल सरकार द्वारा पारित फ्री होल्ड स्कीम को नजूल की जमीन हथियाने की होड़ निरूपित करते हुए कहा फर्जी रूप से बरसों पुराना कब्जा दिखाकर निगम क्षेत्र की बेशकीमती जमीन काबिज करने में भूमाफिया सक्रिय है और पिछली तारीख में नजूल जमीन पर कब्जा बता फ्री होल्ड स्कीम में जमीन पर कब्जा की कोशिश कर रहे है जबकि किसी भी सरकार को अपनी जमीन इस तरह नही बेचनी चाहिए क्योंकि शहर विकास के लिए जब जमीन की जरूरत पड़ेगी तो फिर कहाँ से लाएंगे ? शहर के कुछ लोग निगम की सीमा में आने वाली नजूल की जमीनों पर अपना बरसों पुराना कब्जा दिखाकर उसको हथियाने का खेल कर रहे हैं।इसमें कांग्रेस के नेताओ की मिलीभगत है अगर इसे नहीं रोका गया तो आने वाले समय में नगर निगम के पास अपने जनहित के निर्माण तथा विकास कार्य के लिए कुछ भी जमीन भी नहीं बचेगी।श्री अग्रवाल ने । रिव्हरव्यू 2 सड़क निर्माण पर कहा कि बिना केंद्र सरकार की अनुमति के इसके लिए किया गया टेंडर ठीक उसी तरह अवैध है जिस तरह गरीबों को कोरोनावायरस के संकट काल में नदी किनारे के उनके आवासों से तोड़फोड़ कर बेदखल करना। पूर्व मंत्री ने कांग्रेसजनों पर टिप्पणी करते हुए कहा कि जो लोग कुछ अरसे पहले तक शहर की झुग्गी बस्तियों में ढिंढोरा पीटते घूमते थे कि वह किसी भी गरीब को उजड़ने नहीं देंगे। तब फिर 15 माह में ही ऐसा क्या हो गया की वही लोग गरीबों के घरों को उजाड़ने लगे। श्री अग्रवाल ने कहा कि हम इसका पुरजोर विरोध करेंगे और जरूरी पड़ा तो इस कार्रवाई के खिलाफ नियमों की अवहेलना तथा उल्लंघन को लेकर न्याय की शरण लेने से भी परहेज नहीं करेंगे।अगर कांग्रेसी नेताओं पर लाठी चार्ज मैने करवाये थे तो जांच क्यों नही करातेअमर अग्रवाल ने स्थानीय कांग्रेस नेताओ पर तल्ख टिप्पणी करते हुए कहा कि यही लोग मेरे ऊपर आरोप लगाते थे कि मैं ने लाठी चार्ज करवाया था। इसके बाद प्रदेश में डेढ़ साल हो गए कांग्रेस की सरकार बने वे लाठीचार्ज की जांच क्यों नहीं कराते वे खुद पेशी में कोर्ट नही जाते ।उन्होंने शहर विधायक को आड़े हाथों लेते हुए कहा किजिला खनिज न्यास की बैठक में पैसों के लिए बढ़चढ़ कर बोलने वाले शहर विधायक नदी किनारे बसे सैकड़ों गरीबों के घर तोड़ प्रशासन द्वाराउन्हें बेदखल करने पर चुप क्यों है ? उन्होंने स्मार्ट सिटी के लिए स्वीकृत राशि का 20 प्रतिशत भी खर्च नही कर पाने और पीएम आवास के लिए स्वीकृत राशि पर दो साल से टेंडर नही बुला पाने का भी नगर निगम पर आरोप लगाया ।
Next Post
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने वीडियो कांफ्रेंसिंग में लॉक डाउन के दौरान किये गए कार्यो के लिए आईजी दीपांशु काबरा की तारीफ की
Wed Jun 10 , 2020