बिलासपुर । जहरखुरानी के कारण श्रीराम केयर हॉस्पिटल मे भर्ती एक युवती द्वारा अस्पताल के जिन वार्ड ब्वाय पर दुष्कर्म का आरोप लगाया था उन्हें पुलिस ने युवती द्वारा शिंनाख्त किये जाने के बाद गिरफ्तार कर लिया है मगर अस्पताल के संचालक दम्पति ने कहा कि पहले तो अस्पताल के आईसीयू में दुष्कर्म की घटना सम्भव ही नही है और आईसीयू में उन वार्ड ब्वायों की ड्यूटी ही नही थी । एक वार्ड ब्वाय उत्तरा बंजारे उस रात अवकाश पर था मगर पुलिस ने उसके खिलाफ भी जुर्म दर्ज किया है जबकि जांच रिपोर्ट में युवती के साथ दुष्कर्म होना ही नही पाया गया है । उन्होंने कहा सच्चाई सबके सामने आना चाहिए और किसी निर्दोष को नही फंसाना चाहिए । हम तो पूरे मामले की सीबीआई से जांच की मांग करते है और आईजी एसपी से हम पूरे स्टाफ के लोग मिलकर ज्ञापन देंगे ।नेहरू नगर स्थित श्रीराम केयर हॉस्पिटल जहां लगभग 200 का स्टाफ है इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है कारण वहां पिछले माह विषपान किये जिस युवती को उपचार के लिए भर्ती कराया गया था उसने आईसीयू में अस्पताल के दो वार्ड ब्वाय के ऊपर दुष्कर्म का आरोप लगा सनसनी फैला दी है । युवती को इस घटना के बाद दबावों के चलते प्रशासन ने अपोलो में भर्ती कराया और जांच शुरू की इसी बीच प्राप्त रिपोर्ट के आधार पर आईजी और एसपी ने युवती के साथ दुष्कर्म नही होने की बात कही । पुलिस ने मामले की गम्भीरता को देखते हुए दोनो वार्ड ब्वाय को हिरासत में ले लिया था मगर युवती का बयान होना बचा था । सोमवार को युवती ने उक्त दोनों वार्ड ब्वाय का शिंनाख्त कर दी मगर चर्चा यह शुरू हो गया कि युवती ने एक ऐसे वार्ड ब्वाय की भी शिंनाख्त कर दी जो उस दिन अस्पताल में ड्यूटी पर ही नही था ।पुलिस की कार्रवाई को लेकर श्रीराम केयर हॉस्पिटल के संचालक दम्पति डॉ अमित सोनी और डॉ निताशा सोनी ने आज पूरे घटनाक्रम पर अपनी बात रखते हुए स्थिति स्पष्ट की । उन्होंने पूरे मामले की सीबीआई से जांच कराए जाने की मांग करते हुए एक वार्ड ब्वाय उत्तरा बंजारे को फंसाने का आरोप लगाया और कहा कि उत्तरा बंजारे उसके यहां 8 साल से काम कर रहा है और वह उस दिन छुट्टी पर था जबकि आईसीयू में और भी मरीज थे पीड़ित के बगल में ही एक अन्य महिला भर्ती थी और आईसीयू में नर्सों की ड्यूटी थी ऐसे में दुष्कर्म की घटना कैसे हो सकती है ?डॉक्टर दम्पति ने कहा सच्चाई सबके सामने आना चाहिए ।क्योंकि मेडिकल चेकअप में युवती के साथ दुष्कर्म होना नही पाया गया है । उन्होंने स्पष्ट किया कि युवती को 18 मई को गम्भीर हालत में उनके अस्पताल में भर्ती कराया गया था उसने अत्यधिक मात्रा में जहर का सेवन कर लिया था इसकी पुष्टि हैदराबाद से आई ब्लड रिपोर्ट में भी की गई ।उसका इलाज डॉ निताशा सोनी कर रह थी ।उसे ATROPINEIDUCED HALLUCINATIONS इंजेक्शन दिया गया । इस इंजेक्शन के प्रभाव में मरीज कुछ अजीब स्वप्न देखता है और उस स्वप्न को सच्चाई भी मानने लगता है । अब सच्चाई छुपाई जा रही है । पुलिस जांच कर रही है हमने पुलिस को सीसी कैमरे की क्लिप से लेकर तमाम लोगो के बयान दे दिए है ।उन्होंने कहा पिछले दो दिनों से युवती के पिता को प्रलोभन दिए जाने का सोशल मीडिया में जो आडियो वायरल हो रहा है उससे उनका कोई लेना देना नही है । अगर हम प्रलोभन देना होता तो पहले ही यह सब करते इतना सब कुछ होने के बाद ऐसा सम्भव ही नही है । कोरोना महामारी के बाद भी अस्पताल का पूरा स्टाफ मरीजो के उपचार में दिनरात लगा हुआ है और इस आरोप के बाद से पूरा स्टाफ दुखी व आक्रोशित है । पूरा स्टाफ चाहता है सच्चाई सामने आए और निर्दोष को न फंसाया जाए । युवती के बगल में ही भर्ती किये गए बैतलपुर की महिला मरीज ने भी कहा कि वह भर्ती के दौरान दो दिनों तक पूरे रात नही सो पाई थी और जगती रही ।दुष्कर्म जैसी कोई घटना नही हुई है वैसे भी वहां महिला मरीजो के देखरेख के लिए नर्सों की डयूटी लगी थी । उसे तो आश्चर्य हो रहा है कि यह आरोप क्यों लगाया गया ।
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Mon Jun 15 , 2020