बिलासपुर । कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने एक बार फिर कड़ाई से लाक डाउन की लागू करने की घोषणा कर दी गई है ।इस घोषणा से उन लोगो की बांछे खिल गई है जो ब्लेक में गुटखा ,गुड़ाखु व तम्बाकू आदि बेचते है । मार्च माह से लगे लॉक डाउन में ऐसे लोगो ने कृत्रिम अभाव पैदा कर गुटखा गुड़ाखु व तम्बाकू बेचकर अवैध कमाई की । उनके दाढ़ में अवैध कमाई और कालाबाजारी का खून लग चुका है । मार्च अप्रेल मई माह में इन व्यापारियों ने 5 रुपए के गुटखा पाउच को 50 रुपए तक मे बेचा ।इसी तरह 20 रुपये के गुड़ाखु की डिब्बी को 100 रुपये और 10 रुपये के तम्बाकू पैकेट को 40, 50 और 60 रुपए तक मे बेच कर भारी कमाई किये । अब 23 जुलाई से फिर लॉक डाउन की घोषणा हो चुकी है ऐसे में फिर मनमानी कमाई करने के लिए पहले से ही गुटखा तम्बाकू और गुड़ाखु व सिगरेट आदि का बम्फर स्टॉक रखने के लिए व्यापारी थोक मार्केट व्यापार के दुकानों में टूट पड़े है । ज्यादा से खरीदने की मंशा इतनी कि व्यापार विहार की दुकानों में भारी भीड़ व जाम की स्थिति दिख रही है । प्रशासन को ऐसे ब्लेक कर्ताओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए । कुछ बड़े और सम्पन्न व्यापारी भी सिंडिकेट बनाकर गुटखा तम्बाकू गुटखा का अवैध स्टॉक जमा कर लिए है ठीक उसी तरह जैसे मार्च अप्रेल मई माह के लाक डाउन के दौरान किये थे ।