बिलासपुर अरपा किनारे बिलासपुर शहर में ही मेलापारा, चांटीडीह वह स्थान है जहां प्रसिद्ध शिवरात्रि का मेला लगता है, आज उस स्थान का निरीक्षण “अरपा को बहने दो” टीम के साथियों ने किया और यह देखा कि अमृत मिशन योजना में जहां सम्प वेल बनाया जा रहा है उस स्थान पर सालों का दबा हुआ शहर का कूड़ा था, सम्प वेल बनाने के लिए ठेकेदार ने खुदाई करके सैकड़ों ट्रक कूड़ा नदी में फेंक दिया और अपने इस अपराधिक कृत्य को छुपाने के लिए उसके ऊपर रेत मिट्टी डाल दी।
सदस्यों ने यह भी देखा कि सम्प वेल के लिए जो 15-20 फिट गहरी खुदाई की गई है उस खुदाई से मेला ग्राउण्ड में जो सुलभ शौचालय और सार्वजनिक मंच बना है उसके गिरने की संभावना बढ़ गई है जो कि दो चार दिन की तेज बारिश में ढह सकता है।
सबसे बड़ी बात यह जो सम्प वेल बनाया जा रहा है यह सुलभ शौचालय के ठीक बगल में बन रहा है और शौचालय के सीवर के पानी से सम्प वेल के शुध्द पेयजल के प्रदूषित होने की सम्भावना शतप्रतिशत है जो कि महामारी का कारण होगी।
नदी की यह स्थिति देखकर अतिक्षुब्ध होकर सब साथीयों ने वहां स्थानीय नागरिकों के साथ धरना दिया और मांग की कि हम बिलासपुर के नागरिक नदी को प्रदूषित करने के लिए सम्प वेल के ठेकेदार द्वारा कूड़ा फेंकने के अपराधिक कृत्य का विरोध करते हैं और शासन से मांग करते हैं कि वह ठेकेदार को आदेश दे कि वह तत्काल पूरे कूड़े को प्राथमिकता के आधार पर हटाकर उसे कछार के कूड़ा डम्पिंग क्षेत्र पहुंचाए।
“अरपा को बहने दो” टीम के अरपा प्रहरियों में श्रेयांश बुधिया, शुभम, चंद्रप्रदीप बाजपेयी, प्रथमेश के साथ स्थानीय नागरिक सरजू यादव, बी एल साहू, कैलाश सोनी, सुंदर, सोहित इत्यादि बड़ी संख्या में विरोध करने पहुंचे थे।