भाजपा ने 15 साल पास पास का जो खेल खेला वही कांग्रेस ने किया
निगम की सामान्य सभा मे भाजपा पार्षदों के भारी हो हल्ला और विरोध के बीच कांग्रेस भवन के लिए जमीन देने का प्रस्ताव बहुमत से पास 665 करोड़ का बजट भी पास
बिलासपुर । पिछले दो दशक से नगर निगम में काबिज भाजपा द्वारा जिस तरह कांग्रेस पार्षदो के विरोध को दरकिनार कर बहुमत के आधार पर पास पास चिल्लाते हुए जिस तरह मनमाने ढंग से प्रस्ताव पारित कर लेते थे ठीक उसी तरह बहुमत में आई कांग्रेस के महापौर और पार्षदो ने भी भाजपा पार्षदो के विरोध और हो हल्ले की परवाह न करते हुए पास पास चिल्लाते हुए कांग्रेस भवन के लिए प्रस्तावित जमीन को देने का प्रस्ताव को स्वीकृति दे दी । इस दौरान विरोध करते हुए भाजपा के पार्षद सभापति की आसंदी तक पहुंच गए । कांग्रेस व भाजपा एक दूसरे को धकियाते रहे और सोशल डिस्टेंश को तार तार करते रहे ।सामान्य सभा मे 665 करोड़ के बजट को भी पास कर दिया गया ।
नगर निगम में कांग्रेस की बहुमत आने के बाद सामान्य सभा का आयोजन गुरुवार को किया गया । बैठक के पहले कोरोना वायरस के मद्देनजर गेट में मास्क व सेनेटाइजर का इंतजाम किया गया था एवं पार्षदों को आपस मे पर्याप्त दूरी बनाए रखने के लिए एक कुर्सी छोड़ कर बैठने कहा गया । शुरू में तो कोरोना संक्रमण से बचने पूरी सावधानी बरती गई मगर प्रस्तावों को पेश करने के दौरान सारी सावधानी तार तार हो गई ।
परिषद सचिव द्वारा प्रस्ताव किये जाने के दौरान 99 प्रस्तावों पर आम सहमति बन जाने के कारण उन प्रस्तावों को पास करने में 5 मिनट भी नही लगे मगर जवाली नाले पर बनी सड़क को रोटरी मार्ग घोषित किये जाने पर भाजपा पार्षद दुर्गा सोनी ने विरोध किया और कहा 28 साल तक रोटरी क्लब को ध्यान नही था और जब निगम ने करोड़ो खर्च कर नाले पर सड़क बना दिया तो रोटरी क्लब ने सड़क को रोटरी क्लब के नाम पर कर दिया लेकिन निगम ने कोई आपत्ति नही की । दुर्गा सोनी की आपत्ति पर महापौर राम शरण यादव ने निगम का पक्ष रखा । उसके बाद प्रस्ताव को बहुमत से स्वीकृत कर दिया गया । भाजपा का विरोध धरा का धरा रह गया ।
परिषद सचिव द्वारा तिलक नगर के सामुदायिक भवन के पास सामुदायिक भवन समेत जमीन को कांग्रेस भवन को दिए जाने के प्रस्ताव को जैसे ही पढ़ना शुरू किया भाजपा पार्षदो ने विरोध करते हुए शोर शराबा शुरू कर दिया ।
सभापति शेख नजीरुद्दीन ने इसे गम्भीरता से लेते हुए नेता प्रतिपक्ष अशोक विधानी को समझाइश दी कि आप विरोध जरूर करे मगर कोई एक पार्षद खड़े होकर बात को रखें इस तरह चिल्लाने से कोई फायदा नही और फिर आप लोगो ने 15 साल जो किये है उसी को कांग्रेसी पार्षद लोग आपसे सीख कर कर रहे है । भाजपा पार्षद राजेश सिह ने सामुदायिक भवन की जमीन को कांग्रेस भवन के लिए देने का विरोध करते हुए कहा कि ऐसे में तो आप टाउन हॉल बसपा को और विकास भवन किसी और पार्टी को दे दीजिए ।सामुदायिक भवन में गरीब गुरबा लोग शादी समेत अन्य समारोह करते है । भवन सार्वजनिक है आप इसे कांग्रेस भवन के लिए नही दे सकते ।। महापौर रामशरण यादव ने स्पष्ट किया कि कांग्रेस भवन के लिए जमीन आबंटन के बाद भी सामुदायिक भवन को नही तोड़ा जाएगा एवं उसका उपयोग पहले की तरह लोग शादी व। अन्य समारोहों के लिए कर सकेंगे । नेता प्रतिपक्ष अशोक विधानी भाजपा पार्षदो दुर्गा सोनी विजय ताम्रकार ,उदय मुदलियार ,राजेश सिह आदि ने कांग्रेस भवन के लिए जमीन देने का पुरजोर विरोध किया मगर यह प्रस्ताव बहुमत से मंजूर कर लिया गया । कांग्रेस की ओर से पार्षदो विजय केशरवानी ,राजेश शुक्ला ,रविन्द्र सिह ,रामा बघेल आदि काफी मुखर रहे और भाजपा पार्षदो पर भारी पड़े ।
लखीराम अग्रवाल ऑडिटोरियम में नगर निगम की सामान्य सभा की शुरुआत में प्रश्नकाल के दौरान साफ-सफाई का मुद्दा छाया रहा, महापौर रामशरण यादव और एमआईसी सदस्य राजेश शुक्ल ने पार्षदो के प्रश्नों का उत्तर दिया ।
बिलासपुर नगर निगम में नई सरकार बनने के बाद पहली बार सामान्य सभा का आयोजन लखीराम अग्रवाल ऑडिटोरियम में किया गया । कोरोना संक्रमण के कारण यहां सोशल डिस्टेंस का पालन कराने बड़े परिसर का उपयोग किया गया, जहां बैठक व्यवस्था पर भी कोरोना का प्रभाव नजर आया। एक एक सीट छोड़कर पार्षदों की बैठक व्यवस्था की गई । 665 करोड़ के बजट और106 प्रस्ताव पर चर्चा के लिए आयोजित सामान्य सभा की बैठक की शुरुआत राष्ट्रगान और राजकीय गान के साथ हुई, जिसके बाद पक्ष और विपक्ष के बीच सवाल-जवाब का सिलसिला आरंभ हुआ। बिलासपुर नगर निगम के साथ 18 ग्राम पंचायतों के जुड़ने के बावजूद वहां विकास का नामोनिशान नहीं दिख रहा है, इस मुद्दे पर महापौर ने भरोसा दिलाया कि नए जुड़े ग्राम पंचायतों में अगले 4 महीनों के बाद विकास नजर आने लगेगा। इसके लिए उन्होंने सभी पार्षदों से सहयोग की अपील भी की । इसी बीच भाजपा पार्षद दुर्गा सोनी और कांग्रेसी विजय केसरवानी के बीच हल्की नोकझोंक भी शुरू हुई। महापौर रामशरण यादव ने बताया कि नए जुड़े क्षेत्रों के विकास के लिए 100 करोड़ की योजना है, जिस पर जल्द ही काम शुरू होगा। महापौर ने अपने उद्बोधन में कहा कि वे विकास के लिए प्रतिबद्ध है लेकिन इसके लिए उन्होंने सबका सहयोग भी मांगा। प्रश्नकाल के लिए 46 पार्षदों ने प्रश्न दिए थे जिनमें से केवल 10 से 12 प्रश्न ही पूछे जा सके। वार्ड 7 कालिका नगर की पार्षद ने सफाई का मुद्दा उठाया जिस पर स्वास्थ्य विभाग प्रभारी राजेश शुक्ला ने रटा रटाया जवाब दिया। वार्ड पार्षद ने नालियों की सफाई नहीं होने की बात कही वहीं पानी निकासी का मुद्दा भी उठा जिस पर महापौर ने जवाब देते हुए कहा कि व्यापार विहार क्षेत्र का पानी शहर में नहीं आता तो वही उन्होंने इस बात से भी इनकार किया कि तार बाहर से लेकर महाराणा प्रताप चौक तक नाली कहीं कटी हुई है। उन्होंने कहा कि बारिश के दौरान यहां पहले भी पानी
भरता रहा है और अब भी भर जाता है जो कुछ समय बाद अपने आप ठीक हो जाता है। उन्होंने राजेंद्र नगर के आसपास भी पानी भरने की समस्या को नकार दिया। इस दौरान अधिकांश पार्षदों ने स्ट्रीट लाइट साफ-सफाई ,पानी समस्या पर ही सवाल किए, जिसे लेकर महापौर रामशरण यादव ने अपनी योजनाओं की जानकारी दी। शहर विकास के लिए 10 करोड़ रुपए दिए जाने की घोषणा पर नेता प्रतिपक्ष अशोक विधानी ने सवाल खड़े किए इसका जवाब देते हुए महापौर ने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा इसके लिए एक करोड रुपए मिले हैं। प्रश्नकाल के दौरान वार्ड क्रमांक 44 के पार्षद रेणुका नागपुरे ने बताया कि किस तरह पीडब्ल्यूडी की गलती से गुरु नानक चौक से लेकर पुराना पावर हाउस चौक तक बारिश के दौरान सड़क पर जलजमाव हो रहा है। यह पानी लोगों के घरों तक घुस रहा है। इसके जवाब में महापौर रामशरण यादव ने कहा कि तालाब को ठेके में दिए जाने के बाद ही यह समस्या आ रही है। उन्होंने यह भी कहा कि यह समस्या पहले भी थी। उन्होंने अपना पक्ष यह कह कर रखा कि जब भी समस्या आई वे मौके पर पहुंचे। उन्होंने इसे तकनीकी त्रुटि बताया। समाधान के तौर पर कहा कि जब तक जमा होने वाले पानी को दो भागों में नहीं बांटा जाएगा तब तक समस्या बरकरार रहेगी। उन्होंने जानकारी देते हुए कहा कि कलेक्टर को इस समस्या से अवगत करा दिया गया है पीडब्ल्यूडी अधिकारी को निलंबित करने का प्रस्ताव भी सामान्य सभा में लाने की बात कही गई। बिलासपुर नगर निगम के महापौर रामशरण यादव ने मिल रही शिकायतों के बाद निगम के अधिकारियों के खिलाफ भी अपना रोष जाहिर किया और कहा कि अधिकांश समस्या अधिकारियों की वजह से है।, गौठान पर पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि फिलहाल 78 गठान बने हुए हैं अगर आवश्यकता हुई तो और भी अधिक गोठान बनाकर मवेशियों को रखा जाएगा। पूरे प्रश्नकाल के दौरान साफ-सफाई का मुद्दा ही छाया रहा । इस बीच दोनों दलों के पार्षदों के बीच तीखी नोकझोंक भी होती रही। बजट पर चर्चा से पहले लंच ब्रेक हुआ है ।