बिलासपुर । पुलिस हर मामलो में कड़क नही होती बल्कि उनके भी दिलों में संवेदन शीलता की बयार बहती है इसको प्रगट करने बस कोई बेहतर अवसर हो तब सारी संवेदन हीनता को परे रख वे सहृदयता का व्यवहार भी करते है । तारबाहर थाने का एक आरक्षक संदीप दुबे क्रमांक 1501 ने भी ऐसा ही मानवीय संवेदना से भरा उदाहरण पेश किया है । उसने वाहन से दुर्घटना ग्रस्त हुए युवक को न केवल मरहम पट्टी की बल्कि युवक के पैर में आई चोट को देखते हुए उसने दवाइयां भी लगाई । संदीप दुबे के इस व्यवहार और सेवाभाव से यह तो स्पष्ट हो गया कि पुलिस इतनी बेरहम नही होती जितना हम सोचते है ।