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November 24, 2024 12:09 pm

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किसानों के नाम एटीएम जारी कर खाते से लाखों रुपये निकालने वालों का पर्दाफाश क्यों नही किया जा रहा ? सहकारी बैंक ने राशि किसानों के खाते में जमा कर दिया मगर जांच करने वाले 5 एजेंसी को अभी तक घोटालेबाजों का पता नही

बिलासपुर । जिला सहकारी केंद्रीय बैंक में काफी कुछ ऐसी गड़बड़ी हो रही है जिसका कोई ओर छोर नही है । उदाहरण के लिए किसानों को बताए बगैर उनके नाम से एटीएम जारी करने और किसानों को एटीएम दिए बिना ही किसानों के खाते से एटीएम के जरिये लाखो रुपये निकाल लिए गए जाहिर है इसमें बैंक के ही कर्मचारी संलिप्त थे । काफी शोर शराबा और शिकायतों के बाद पुलिस ,बैक समेत 5 जांच एजेंसियों ने जांच शुरू की इसी बीच बैंक ने निकाली गई राशि को किसानों के खाते में जमा कर दिए मगर एक भी जांच एजेंसी ने अभी तक यह यह खुलासा नही किया है कि किसानों के खाते से राशि निकालने वाले आरोपी कौन कौन है कही ऐसा तो नही कि आरोपियों को बचाया जा रहा हो ।

जिस समय कोरोना का प्रकोप और पूरे देश मे लॉक डाउन की घोषणा हुई और पूरा देश थम सा गया उसी दौरान जिला सहकारी केंद्रीय बैंक बिलासपुर की भूतल शाखा में घोटाले का खेल खेला जा रहा था ,ग्राम संबलपुरी के कृषक रामकुमार कौशिक ,ठाकुरराम साहू ,शिवकुमार साहू , एवम प्रतापनाथ चड्डा जो सेवा सहकारी समिति सकरी के कृषक है उन्होंने अपना एटीएम कार्ड नही लिया था उनका एटीएम कार्ड बैंक के भूतल शाखा में रखा था ,जिसे किसी ने एटीएम कार्ड पिन कोड सहित बैंक से गायब कर 8लाख 20 हजार रुपये कृषकों के खाते से निकाल लिए , जबकि कृषको ने ना ही कार्ड लिया और ना ही कार्ड के लिए आवेदन दिया था , संबलपुरी के कृषक एवम कपड़ा व्यापारी रामकुमार इस बीच किसी व्यापारी को व्यापार के भुगतान के लिए चेक दिया और चेक बाउंस हो गया तब रामकुमार भौचक्के रह गए और दौड़ते भागते जिला सहकारी बैंक पता करने आये कि उसके खाते पैसा कहां चला गया ,बैंक आने पर उनके पैर तले जमीन खिसक गई उनके खाते से 5लाख 76 हजार एटीएम के माध्यम से अप्रैल से मई माह के बीच निकल गया ,जिसपर कृषक ने बताया कि वह तो एटीएम कार्ड लिया ही नही ,और ना ही कार्ड के लिए आवेदन किया है ,बैंक में खलबली मच गई , कृषक वापस गाँव मे आकर अपने परिजनों से चर्चा किया तो बात गाँव मे आग की तरह फैल गया बाकी कृषक भी बैंक की तरफ भागे तो पता चला ठाकुरराम साहू के खाते से 1लाख 60हजार ,शिवकुमार साहू के खाते से 60 हजार प्रतापनाथ चड्डा के खाते से 40 हजार बिना एटीएम कार्ड लिए किसी ने पैसे निकाल लिए ,कृषकों ने बैंक में शिकायत की तो जांच के नाम पर आश्वासन का झुनझुना पकड़ा दिए , जिसपर कृषक संतुष्ट नही हुए और 30जून को भारतीय किसान संघ के जिलाध्यक्ष धीरेन्द्र दुबे से बैंक ठगी की जानकारी दी ।तुरंत ही दुबे सहित संघ के पदाधिकारियों के साथ जिला सहकारी बैंक के मुख्यकार्यपालन अधिकारी से इस विषय पर चर्चा की ,और दुबे ने कृषकों के पैसे उनके खाते में वापस डालने कहा मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने 8 दिन के अंदर पैसे वापस करने आश्वासन दिया , 8 दिन निकल जाने के पश्चात कृषकों के खाते में पैसा वापस नही आने की स्थिति में धीरेन्द्र दुबे ने कृषकों को थाने में रिपोर्ट लिखाने के लिए कहा और इस घटना की शिकायत मुख्यमंत्री से कर न्यायिक जांच की मांग करेंगे ।

रामकुमार ने सिविल लाइन थाने इसकी प्राथमिक सूचना दी जिसे 24/6/2020 को सिविल लाइन थाने ने रिपोर्ट दर्ज किया , प्रशासन के सुस्त रवैये एवम बैंक की लापरवाहीपूर्वक कार्य से भारतीय किसान संघ के जिलाध्यक्ष दुबे ने दिनांक 6/7/2020 को मुख्यमंत्री नाम शिकायत जिला कलेक्टर को सौंपा एवम न्यायिक जांच की मांग की ,जिसपर जिला कलेक्टर ने ADM जांच के लिए स्वीकृति दिया और श्री उइके को जांच के लिए निर्देशित किया ,इसी बीच किसान संघ एवम मीडिया के दबाव में बैंक ने भी जांच कमेटी बनाई और मिडिया में बात आने के बाद 5 तरह की जांच एजेंसी ने इस फर्जीवाड़े की जांच शुरु किया , जिसमे अपैक्स बैंक , पंजीयक सहकारी संस्था ,पुलिस साईबर ब्रांच , ADM जांच, तथा खुद जिला सहकारी बैंक ने भी लेकिन इतनी जांच कमेटी गठित होने के बाद भी 3 माह हो गए दोषी व्यक्तियों को पकडा नही जा सका है।

भारतीय किसान संघ शुरू से ही बैंक से मांग कर रहा था कि किसानों का पैसा वापस करो और दोषियों के खिलाफ कार्यवाही हो । संघ के दवाव में दिनांक 24/9/2020 ठगी के शिकार कृषकों के खाते में बैंक पैसा वापस डाल दिया गया ।

भारतीय किसान संघ के जिलाध्यक्ष ने पुनः जांच प्रकिया पर सवाल उठाया है ,और जिला प्रशासन से मांग किया है कि जो किसान संघ के द्वारा न्यायिक जांच की मांग की गई थी उसका खुलासा क्यो नही किया जा रहा ?

जिला सहकारी बैंक के इतने बड़े एटीएम घोटाले पता कैसे नही लग पा रहा है ,जबकि अपराधी का सीसीटीवी कैमरे में फुटेज भी है ।फ़ जिला कलेक्टर की ADM जांच का भी पता नही चल रहा । ,जबकि कलेक्टर स्वयं जिला सहकारी बैंक के पदेन अध्यक्ष है ।

धीरेन्द्र दुबे ने मांग की है जितनी भी जांच एजेंसियां जांच कर रही है पूरी पारदर्शिता के साथ खुलासा करें और बताए दोषी या अपराधी कौन है ,और जल्द ही उनके ऊपर कानूनी कार्यवाही की जाय ताकि भविष्य में इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति न हो ,तथा कृषक ठगी के शिकार न हो ।

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