दफ्तर खुलने से पहले एसपी आफिस पहुंचकर लिया शिकायत वापस
भाजपाई यो के राजनीति करने की मंशा पर फिर गया पानी
राजनांदगांव। विरोधी पार्टियों के अलावा मीडिया के लिए चटकारेदार खबर परोसने वाले राजनांदगांव जिला आयुर्वेद अधिकारी अरविंद कुमार मराबी को शासकीय सेवा आचरण संहिता के विरूद्ध कार्य करने का चढ़ा ‘बुखार ‘सत्ता के एक ही ‘इंजेक्शन’ में उतर गया है। श्री मराबी ने 18 जुलाई 2019 की शाम एसपी राजनांदगांव को दिए शिकायत पत्र को 20 जुलाई की सुबह वापस ले लिया है। श्री मराबी ने शिकायत क्यों वापस लिया, इसका खुलासा तो इसलिए नहीं हो पाया है क्योंकि उनका मोबाईल बंद होने से उनसे बातचीत नहीं हो पाई पर शिकायत वापस लिए जाने के पीछे ऐसा बताया जा रहा है कि कांग्रेस जिलाध्यक्ष नवाज खान के खिलाफ शिकायत और आडियो वायरल कर वे स्वयं कई तरह कानूनी पचड़े के अलावा शासकीय नियम-कायदों के कटघरे में आ गए थे? इधर ऐसा भी माना जा रहा है कि आयुर्वेद अधिकारी श्री मराबी को विभाग के अलावा शासन- प्रशासन से भी उनके ऐसे कृत्यों के विरूद्ध कार्रवाई किए जाने का तगड़ा ‘डोज’ भी मिला रहा होगा जिसके चलते चौबीस घंटे के भीतर उनकी पैंठ ढीली होने के साथ-साथ उनकी जुबान भी फिसल गई। इस पूरे घटनाक्रम को लेकर राजनीति करने की पूरी बांहे चढा चुकी भाजपा की मंशा पर भी अब पूरी तरह से पानी फिर गया है। राजनांदगांव जिले में ऐसी पहली घटना रही जब एक क्लास वन अधिकारी ने सत्ताधारी पार्टी के जिलाध्यक्ष नवाज खान के खिलाफ बिना विभागीय परमिशन के एफआईआर दर्ज करने के लिए एसपी को शिकायत कर दी थी साथ तबादले को लेकर उनसे हुई बातचीत की आडियो को भी वायरल कर दिया था। शिकायत आयुर्वेद विभाग में तबादले को लेकर नवाज खान और श्री मराबी के बीच बातचीत से सबंधित था जिसकी आडियो को श्री मराबी ने वायरल कर दिया था। आडियो में जो कुछ भी सार था वह सत्ता एक जनप्रतिनिधि के लिए निश्चित रूप से अशोभनीय और निंदनीय था पर उससे ज्यादा कई गुना अपराध तो उस आडियो को वायरल किए जाने से बन रहा था क्योंकि आडियो पूरी प्लानिंग के साथ, एक सोची समझी साजिश के तहत बनाई गई थी और नवाज खान के साथ सत्ताधारी कांग्रेस को भी बदनाम करने की मंशा से वायरल की गई थी। माना जा रहा है कि अब इस पूरे मामले में यह भी खुलासा हो सकता कि किसके कहने पर ये आडियो बनाया गया और किसके कहने पर इसे वायरल किया गया?
हां वापस लिया गया है शिकायत: एएसपी
इस बारे में एएसपी यूबीएस चौहान ने यह पुष्ट किया कि जिला आयुर्वेद अधिकारी अरविंद कुमार मराबी ने 18 जुलाई को दिए अपनी शिकायत वापस ले ली है। उन्होने लिखकर दिया है कि वे आगे कोई कार्रवाई नहीं चाहते।