रायपुर ।रविवार सुबह से सोशल मीडिया में लॉक डाउन के दौरान बिना सोशल डिस्टेंडिंग और मास्क का पालन किये राज्य के सीनियर आईपीएस के द्वारा एक साथ बैठक किये जाने की तस्वीर तैर रही हैं,जिसको ले कर आम जनता में चर्चाओं का बाजार गर्म है।सोशल मीडिया में चल रही तस्वीर के मुताबिक एक हाल में राज्य के सीनियर आईपीएस की एक साथ बैठे हुए तस्वीर वाइरल हो रही हैं,जिसमें सारे सीनियर अधिकारी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन न करते हुए आस पास ही बैठे हुए हैं,और इन्होंने मास्क भी नही लगाया हुआ है,जिसको ले कर आम जनता में यह सवाल उठ रहे थे कि क्या कोरोना प्रोटोकाल सिर्फ आम जनता के लिए है जिम्मेदार पदों पर बैठे राज्य के सीनियर आईपीएस अफसरों के लिए नही हैं।
तस्वीर देख कर सच्चाई जान ने के लिए तफ़्तीश की गयी,तब इस वाइरल फ़ोटो की सच्चाई सामने आ सकी,जिसके अनुसार यह तस्वीर कोरोना से बहुत पहले की हैं ,जिसे राज्य के सीनियर आईपीएस आरके विज ने अपने ट्विटर हैंडल पे कल शेयर की थीं,तस्वीर हालांकि पुरानी हैं पर चूंकि सीनियर आईपीएस आफिसर के द्वारा कल इसे एक बेहतरीन यादगार शाम के तौर शेयर किया गया इसलिए लोगो को यह धोखा हो गया कि यह कोरोना के समय की तस्वीर हैं,जबकि यह तस्वीर पुरानी हैं जिसे कल शेयर किया गया।
राज्य के सीनियर आईपीएस के द्वारा शेयर की गई तस्वीर में श्री विज के अलावा रायपुर आईजी आनंद छाबड़ा,बिलासपुर आईजी दीपांशु काबरा,बस्तर आईजी सुंदरराज पी,के अलावा आईपीएस अमरेश मिश्रा भी हैं।
ऐसे सामने आया वाइरल फ़ोटो का सच
तस्वीर ट्वीट करते ही श्री विज के फोटो में कमेंट्स आने लगे,जिसमे एक यूजर के द्वारा कहा गया कि आप स्वस्थ हो कर आ गए देख कर अच्छा लगा सर।गौरतलब हैं कि श्री विज दो बार कोरोना पॉजिटिव हो चुके हैं।उसके बाद एक अन्य फालोवर ने भी ट्वीट करते हुए कहा कि “स्वस्थ हो कर घर वापसी पर बहुत बहुत बधाई सर,बहुत अच्छा लगा कि आप एक बेहतरीन मुस्कान के साथ अपने साथियों से मिल रहें हैं”
इस ट्वीट के रिप्लाय में श्री विज ने रीट्वीट करते हुए जवाब दिया कि
“फ़ोटो पुरानी हैं मिस्टर” श्री विज के इस जवाब से स्प्ष्ट हो गया कि यह तस्वीर लॉक डाउन के पहले की हैं जिसे कल शेयर किया गया हैं।