बिलासपुर । शहर विधायक शैलेष पाण्डेय की पहल पर राज्य शासन द्वारा बिलासपुर शहर में पानी की किल्लत दूर करने और अरपा में बारों महीने पानी उपलब्ध रहे इस उद्देश्य से अरपा नदी में शहर के शिव घाट और पचरी घाट में दो बैराज निर्माण को स्वीकृति देते हुए 100 करोड़ रुपए की प्रशासकीय स्वीकृति दी जिस पर टेंडर आमंत्रित कर कार्य भी शुरू कर दिया गया मगर काम के प्रारंभिक चरण में ही विभागीय स्तर पर गड़बड़ी शुरू हो गई है ऐसे में कार्य समाप्त होते तक पता नहीं और क्या क्या गुल खिलेगा ।
अरपा नदी में शिव घाट पर बैराज निर्माण का काम शुरू हो गया है ।इसमें 50 करोड़ से कम की रेट वाले 2 टेंडर जारी किए गए जिसमे कट आफ वाल के तहत प्रति क्यूबिक मीटर 3हजार रुपए का रेट रहा लेकिन विभागीय स्तर पर डाईफाम वाल के कारण रेट 3 हजार से बढ़कर 15 हजार रुपए क्यूबिक मीटर हो गया ।
इस तरह वास्तविक बजट से कार्य की लागत 9 करोड़ रुपए ज्यादा हो गई है ।इस 9 करोड़ के अतिरिक्त खर्च की जानकारी शासन को नही भेजी गई । यही नहीं डाई फाम वाल का टेंडर में कोई प्रावधान ही नही है । यानि विभागीय स्तर पर बैराज निर्माण के काम में गड़बड़ी शुरू हो गई है ।
इस बारे में जल संसाधन विभाग के चीफ इंजीनियर श्री सोमवार ने भी यह माना है कि डाय फ़ाम वाल का एप्रूवल अभी शासन से नहीं मिल पाया है मगर कार्यस्थल पर अभी सिर्फ प्रोसेस चल रहा है और शासन से मंजूरी मिलते ही डाय फॉम वाल का कार्य शुरू कराया जायेगा ।