बिलासपुर। नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने प्रदेश सरकार के आम बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि प्रदेश की विकास की कहीं भी चिंता इस बजट में नही है। यह प्रदेश को रिवर्स गियर पर ले जाने वाला बजट है। उन्होंने कहा कि योजनाओं का ऐलान किया गया है लेकिन समुचित बजट की कही भी चर्चा नही है। इस बजट में कही युवा, महिला व किसान सहित किसी वर्ग की चिंता नही की गयी है। बजट को लेकर कई दावे किये गये है लेकिन इससे आमजनों को निराशा ही हाथ लगी है इस बजट में नया कुछ भी समावेश नही किया गया है, पूरी तरह से केन्द्र की योजना पर निर्भर है। नेता प्रतिपक्ष श्री कौशिक ने कहा कि प्रदेश सरकार के पेश बजट से विकास की गति थाम जायेगी। अधोसंरचना की चिंता नही है। स्वास्थ्य, शिक्षा, सिंचाई, नक्सलवाद सहित बुनयादी बातों पर कोई ध्यान दिया गया है। प्रदेश की जनता को इस बजट को लेकर काफी उम्मीदें थी कि कांग्रेस की सरकार ने जिस तरह से अपने घोषणा पत्र को आत्मसात किया था। इसे पूरा करने के दिशा में कोई बात बजट में शामिल नही किया गया है।
सांसद अरूण साव ने कहा कि बजट निराशाजनक है जिसमें सरकार की असंवेदनशीलता दिखाई दे रही है। सरकार का बजट उद्योग, स्वास्थ, इंफ्रास्टक्चर, बेरोजगारों को रोजगार, शिक्षा मूलभूत सुविधाएं, कृषि किसान महिलाओं बुजुर्गो, युवाओं बेरोजगारों, शहरी एवं ग्रामीण विकास, आदिवासी क्षेत्रों के विकास सिंचाई क्षेत्रों में वृद्धि जैसे हर क्षेत्रों में बजट निराशाजनक है।
भाजपा प्रदेश महामंत्री भूपेन्द्र सवन्नी ने कहा कि सरकार का बजट दिशाहीन है, राज्य को नई दिशा देने बजट में कोई प्रावधान नहीं किया गया है। ऐसे दिशाहीन बजट से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल राज्य को किस दिशा में ले जाने चाहते हैं, उन्हें जनता को स्पष्ट रूप से बताना चाहिए। वनवासियों के लिए बड़ी बातें करने वाले मुख्यमंत्री ने प्रदेश के 32 प्रतिशत आबादी के बजट में केवल 170 करोड़ का प्रावधान कर उन्हें छला है। बजट में निःशुल्क कोरोना वेक्सिन देने का कोई जिक्र नहीं किया गया है।
मस्तूरी विधायक डॉ.कृष्णमूर्ति बांधी ने कहा कि विधानसभा में प्रस्तुत बजट सपनों की सौदागिरी है और जमीनी हकीकत व सच्चाइयों से कोसो दूर है। केन्द्र को सदैव कोसते हुए अपनी जिम्मेदारियों से बचने का प्रयास करने वाले मुख्यमंत्री हमेशा जनता की भावनाओं से खिलवाड़ करते है। उनका यह छल कपट और दिखावा ज्यादा दिनों तक टिक नहीं सकता। बजट में नया कुछ नही है, जो काम हाथ में लिए गए है उन्हें पूरा करने की इच्छा शक्ति कहीं दिखाई नहीं देती।
बेलतरा विधायक रजनीश सिंह ने कहा कि प्रस्तुत बजट में ऐसा कुछ दिखाई नहीं दे रहा है जिसमें सरकार की दूर दृष्टि की झलक हो। सरकार प्रस्तुत बजट में आम जनता से छलावा कर अपनी पीठ थपथपाने का काम कर रही है। राज्य, क्षेत्र एवं लोगों के विकास लोगों को रोजगार देने, दैनिक वेतन भोगियों और शासकीय संस्थानों में कार्यरत् युवाओं को नियमित करने का कोई प्रावधान नहीं किया है, जबकि प्रदेश में युवा बेरोजगारों की संख्या में कॉफी इजाफा हुआ है। बजट में जनता के हितों को ध्यान में नहीं रखा गया है सिवाय छलावा के और कुछ नहीं है। अपने घोषणा पत्रों में किए गए वायदों को पूरा करने शीघ्र कदम उठाया जाना चाहिए।
भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष रामदेव कुमावत ने बजट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि प्रदेश की अर्थव्यवस्था को चौपट कर देने वाली बजट है। छत्तीसगढ़ को गढ़ने का दावा करने वाले मुख्यमंत्री ऐसे दिशाहीन बजट से राज्य का किस प्रकार भला करेंगे। छत्तीसगढ़ राज्य के विकास की दिशा में कोई विशेष प्रावधान नहीं किया गया है। स्वास्थ्य के क्षेत्र में सरकार के बजट में पर्याप्त राशि का प्रावधान नहीं किया गया है जो सरकार की असंवेदनशीलता का परिचायक है। कोरोना के बाद स्वास्थ के क्षेत्र में सरकार को लोगो के बेहतर स्वास्थ के लिए ठोस प्रावधान करना था किन्तु सरकार इस दिशा में विफल रही।
राज्य महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष हर्षिता पाण्डेय ने बजट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि सरकार अपने घोषणा पत्र में शराबबंदी का झूठे वायदे कर सत्ता में आयी थी, किन्तु अब सरकार इसी शराब की बिक्री बढ़ा कर अपनी वित्तीय स्थिति सुदृढ़ बनाने में लगी है। राज्य में अपराधियों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। महिला उत्पीड़न के मामलों में तेजी से वृद्धि हो रही है। सरकार की कानून व्यवस्था लचर है। इसके बावजूद बजट में महिलाओं के उत्थान एवं विकास के लिए कोई विशेष प्रावधान नहीं किए गए है। दिखाने के लिए जो थोड़े बहुत प्रयास किए गए है वह उंट के मुंह में जीरा के समान है। कुल मिलाकर बजट पूरी तरह आमजनो को हतोत्साहित करता है। यह बजट महिलाओं के प्रति पूर्णतः असंवेदनशील है।
भाजपा जिला महामंत्री द्वय घनश्याम कौशिक एवं मोहित जायसवाल, भाजपा जिला कोषाध्यक्ष गुलशन ऋषि, युवा मोर्चा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य दीपक सिंह ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार के दिशाहीन बजट से जनता का कोई भला नहीं होने वाला है। लोकलुभावन वादा कर सत्ता में काबिज कांग्रेस सरकार ने छत्तीसगढ़ राज्य को बीमारू राज्य बनाने का निर्णय ले लिया है। बजट में किसानों महिलाओं युवाओं एवं बुजुर्गो के लिए किसी प्रकार के ठोस कदम नहीं उठाये गये हैं युवाओं को बेरोजगारी भत्ता संबंधी कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।