बिलासपुर ।मुंगेली जिले के पंडरिया मार्ग के ग्राम बैहरसरी में जंगली सुअर के होने की आशंका जताई जा रही है रात में आसपास के लोग सुअर के बच्चे की तस्वीर लेकर और भी सुअर होने की संभावना जता रहे है इस संबंध में जब डीएफओ का नम्बर ले सुबह से अवगत कराना चाहा तब उन्होंने काल अटेंड नही किया। बहरहाल अभी दिन में या सामान्यतः जंगली सुअर दिखाई नही देते है मगर अचानक रात में कभी कभी जंगली सुअर अथवा उनके बच्चों को ग्रामीणों द्वारा देखा जाता है।
पूर्व में भी जंगली सुअरों से हो चुकी है आसपास घटना
इस ब्लॉक से ही लगे कबीरधाम जिले के पंडरिया ब्लॉक के घुटरकुंडी में जंगली सुअरों ने गेंहू की कटाई दौरान किसानों पर हमला कर दिया था जिससे 8 लोग घायल हो चुके है।
हथमुड़ी पहुंचा था भालू, लेकिन पकड़ा नहीं जा सका
कुछ समय पूर्व पंडरिया ब्लॉक के मैदानी क्षेत्र कुंडा के समीपस्थ ग्राम हथमुड़ी में भालू पहुंचा हुआ था। इसे पकड़ने के लिए रायपुर से रेस्क्यू टीम भी आई थी,लेकिन पकड़ा नहीं जा सका। इसके बाद भालू को पकड़ने ऑपरेशन बंद कर दिया है,रायपुर से पहुंची रेस्क्यू टीम भी बैरंग लौट गई है। विभाग ने दावा किया था कि भालू अचानकमार अभयारण्य की ओर भाग गया होगा। लेकिन यहां से अचानकमार अभयारण्य की दूरी करीब 40 से 50 से किलोमीटर है, जो कबीरधाम-मुंगेली जिले के बार्डर से शुरू होती है। दूसरी ओर ग्रामीणों का दावा है कि गांव से पंडरिया वन परिक्षेत्र अंतर्गत बंदौरा जंगल पास है। हथमुड़ी से बंदौरा की दूरी 10 से 15 किलोमीटर के बीच में है। पास होने के कारण इसी जंगल में जाने की संभावना है, लेकिन भालू के संबंध में कोई भी अधिकृत जानकारी नहीं मिल पा रही है। वन विभाग अब भालू को पकड़ने रुचि भी नहीं ले रहा।
हाथी भी दे चुके हैं दस्तक
पंडरिया पूर्व वन परिक्षेत्र अंतर्गत कोदवा सर्किल के ग्राम अजवाईनबाह बीट में 28 मार्च को लगभग 10 जंगली हाथियों का झुंड दिखाई दिया है। वनकर्मियों की संयुक्त टीम सर्चिंग के लिए पहुंच चुकी है। अजवाईनबाह निवासी एक बैगा युवक ने करीब 10 हाथियों को जंगल में देखे जाने की जानकारी दी थी। यह इलाका छत्तीसगढ़ व मध्यप्रदेश का सीमावर्ती इलाका है, जिसे पूर्व से पश्चिम लम्बाई में फैली हुई ऊंची-नीची पर्वत श्रेणियां विभाजित हैं।