
बिलासपुर । महिला एवं बाल विकास विभाग में वैसे तो प्रदेश में कांग्रेस की सरकार काबिज होने के 3 साल बाद भी रेडी टू ईट का अधिकांश संचालन भाजपा नेताओं के स्व सहायता समूहों के पास है और यह सब भाजपा शासनकाल के दौरान अपनी मनमर्जी से विभाग चलाने वाले अधिकारियों की कृपा से चल रहा है लेकिन कोरबा में तो अब विभाग के अधिकारी ही ठेकेदारी करने लगे है ।अधिकांश भाजपा के नेता रेडी टू ईट के एक दो नही बल्कि 8,8,10,10 समूह चला रहे है।वहां के चर्चित सी डी पी ओ मनोज अग्रवाल के कई चहेते ठेकेदार है जिन पर मनोज अग्रवाल की कृपा जरूरत से कुछ ज्यादा ही बरस रही है ।इनकी कृपा से एक ठेकेदार(भाजपा नेता) तो 9 सेक्टर का संचालन कर रहा है जाहिर है इस मनपसंद से सी डी पी ओ मनोज अग्रवाल का मधुर संबंध ऐसे ही नही होगा ।
कोरबा जिले के महिला एवम बाल विकास विभाग में अधिकारियो का ठेकेदार और भाजपा नेताओं से सांठ गांठ की जो शिकायत मुख्यमंत्री ,विभागीय मंत्री,मुख्य सचिव ,संभाग के कमिश्नर और कोरबा कलेक्टर को भेजी गई है उसके मुताबिक महिला एवं बाल विकास भाग द्वारा रेडी टू ईट के दलिया की आपूर्ति आंगनबाड़ी केंदों में किए जाने के लिए जिले के एवम उसी सेक्टरकी महिला समूह का चयन किया जाता है ।यह चयन हर 5 वर्ष में एक बार किया जाता है।इसी तारतम्य में कोरबा जिले के जिला कार्यक्रम अधिकारी आनंद प्रकाश किस्पोट्टा करीब 14 माह पूर्व जिले के समस्त सेक्टरों अर्थात91 सेक्टरों के लिए विज्ञापन जारी किया था लेकिन विज्ञापन इतना गुपचुप और गोपनीय तरीके से किया गया कि जिन्हे उपकृत करना था उन्हे ही मालूम था ।विज्ञापन का प्रचार ज्यादा नहीं से डी पीओ के सबसे करीबी और कोरबा शहर के सी डी पी ओ मनोज अग्रवाल के चहेते ठेकेदार नुमा व्यक्ति और भाजपा नेता सुनील शर्मा ग्राम राजकम्मा पोड़ी उपरोड़ा ब्लाक में एक दो नही बल्कि 9 सेक्टर चला रहे ।इसी तरह भाजपा नेत्री श्रीमती ज्योति पांडेय कटघोरा ब्लाक में 10 सेक्टर चला रही है,शिव साजन करतला ब्लाक में 07 सेक्टर चला रहे है ।मिली भगत यही खत्म नहीं हो जाती ।भेजे गए शिकायत में बताया गया है कि श्रम कल्याण आयोग के सदस्य के भाई प्रवीण सिंह ठाकुर पाली ब्लाक में 9 सेक्टर,धर्मेंद्र चौधरी कटघोरा ब्लाक में 9 सेक्टर चला रहे है तो योगेंद्र सोनकर पोड़ी ब्लाक में 4 सेक्टरों का संचालन कर रहे है इस प्रकार कोरबा जिले में ठेकेदारो द्वारा रेडी टू ईट कनिर्माण कर सप्लाई किया जा रहा है इन सभी के द्वारा नए पुराने समूह मिलकर आवेदन किया गया है।आवेदन पिछली तिथि(बेक डेट)मे शिव शर्मा सहायक ग्रेड 3 के द्वारा पेटी का ताला खोलकर डाला गया है ।शिकायत यह है कि डी पी ओ किस्पोट्टा आवेदन तो 14 माह पूर्व ले चुके है और प्राप्त आवेदनों पर दावा आपत्ति गोपनीय रूप से 01 नवंबर से 10 नवंबर तक रखा गया जबकि इस तिथि में 6 दिन अवकाश रहा ताकि किसी अन्य समूह को दावा आपत्ति करने का पर्याप्त वक्त न मिल सके और अपने चहेते समूहों का चयन किया जा सके ।जानकारी के मुताबिक प्रत्येक सेक्टर से समूह चयन के लिए मनोज अग्रवाल के कार्यालय में सहयोगी परियोजना अधिकारी से मिलकर प्रत्येक सेक्टर के लिए बड़ी सेटिंग की गई है और जो समूह पहले से कार्य कर रहे है उनके लिए भी 14 माह के एहसान के लिए सुविधा शुल्क तय कर दिया गया ।रेडी टू ईट के लिए जारी विज्ञापन को 14 माह तह लंबित रखकर सुविधानुसार सेटिंग करना,विज्ञापन का जानबूझकर कर सुनियोजित रूप से प्रचार नही करना,दावा आपत्ति अवकाश के दिन लेटर निकालना,यह सभी कार्य नियम विरुद्ध के साथ ही अनेक संदेह को जन्म देता है इसलिए सारे सेक्टरों और समूहों के लिए समूहों के चयन की निष्पक्षता से जांच होनी चाहिए और लंबे समय से मठधिश की थे जमे विभाग के अधिकारियों की भी जांच की जानी चाहिए ।