बिलासपुर । प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णु देव साय ने आज यहां कहा कि पार्टी के वरिष्ठ नेता नंदकुमार साय वर्ष 1977 से पार्टी के विधायक से लेकर सांसद ,राज्यसभा सदस्य, अविभाजित मध्य प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष ,अनुसूचित जनजाति आयोग के अध्यक्ष ,छत्तीसगढ़ विधानसभा के प्रथम नेता प्रतिपक्ष आदि रहे ।पार्टी ने उन्हें भरपूर सम्मान दिया है तो फिर उनकी अनदेखी करने का सवाल ही नहीं उठता ।
उन्होंने कहा कि नंद कुमार साय पार्टी के वरिष्ठ नेता है ।पार्टी को स्थापित करने में उनका अभूतपूर्व योगदान रहा है इसलिए उनके द्वारा कही गई बातें पार्टी अनुशासनहीनता की दायरे में आने का सवाल नहीं उठता ।पार्टी ने उनका सक्रिय राजनीति में लगातार सम्मान किया है उपेक्षा किए जाने का प्रश्न ही नहीं उठता ।
श्री साय विजयपुरम स्थित सीए दीपक सोनी के आवास में बातचीत करते हुए कहां कि कवर्धा का कार्यक्रम विश्व हिंदू परिषद द्वारा आयोजित है और उनके द्वारा 6 दिसंबर की तिथि को ही तय करने को लेकर कोई बड़ा मुद्दा नहीं है ।कवर्धा की घटना बहुत छोटी थी ।पुलिस अगर चाहती तो उसे दबा सकती थी लेकिन वहां बहुसंख्यक हिंदू समाज प्रताड़ित हो रहे हैं और यह सब सरकार की अल्पसंख्यकों के प्रति तुष्टिकरण नीति के कारण ही हो रहा है ।पूरे प्रदेश में धर्मांतरण की घटनाएं जोरों से चल रही है लेकिन प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कहते हैं की धर्मांतरण की कोई शिकायत नहीं है ।शिकायत होने पर जरूर कार्रवाई की जाएगी लेकिन स्थिति इसके ठीक विपरीत है ।अगर कोई शिकायत करने जाता है तो पुलिस द्वारा कार्रवाई के बजाय रिपोर्ट नहीं लिखी जाती उल्टे शिकायतकर्ता के खिलाफ कार्रवाई किया जाता है। हमारा मानना है कि कवर्धा घटना की न्यायिक जांच होनी चाहिए तथा निर्दोष लोगों के खिलाफ जो धाराएं लगाई गई है उनको हटाया जाए और गिरफ्तार लोगों को रिहा किया जाए।
श्री साय ने प्रदेश में हो रहे नगरीय निकायों के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को अच्छी सफलता मिलने की संभावनाएं जताते हुए कहा कि प्रदेश में वर्तमान सरकार की उल्टी गिनती शुरू हो गई है क्योंकि सरकार पूरी तरह फेल हो चुकी है ।पिछले चुनाव के समय इस सरकार ने जो 36 वादे किए थे उनमें से एक भी घोषणा को अगर में पूरा किए हो तो बता दे ।सत्तारूढ़ दल के कार्यकर्ताओं के बीच यह स्थिति है कि निराश और हताश कार्यकर्ता पार्टी छोड़ रहे हैं ।आरंग में एक ही दिन में 6000 कार्यकर्ता और राजिम में 9000 कार्यकर्ता कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए। वर्ष 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव के संबंध में पूछे जाने पर श्री साय ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी किसी के नेतृत्व में चुनाव नहीं लड़ती बल्कि पार्टी जिसे दायित्व सौपती है वह पार्टी में सामंजस्य बनाकर काम करता है ।विधानसभा चुनाव के समय जरूरी नहीं है कि मैं प्रदेश अध्यक्ष रहूं फिर भी मुझे पूरी उम्मीद है कि 2023 के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को अच्छी सफलता मिलेगी क्योंकि वर्तमान सरकार के कामकाज से प्रदेश की जनता पूरी तरह निराश है और उसे बदलना चाहती है।