बीजापुर -शराब की तस्करी कर रहे वाहन में रास्ते मे कोई युवक लिफ्ट ले ले और उसे शराब होने की जानकारी पुलिस करवाई से पता चले तो उस पर क्या गुजरेगी मगर तब तक गेंहू के साथ घुन भी पिसता है के तर्ज पर पुलिस उस निर्दोष पर भी शराब तस्करों के साथी होना बता कर कार्रवाई कर दे तो उस युवक पर क्या बीतेगी ?
मगर वाह पुलिस यह जानते हुए भी कि शराब की अवैध बिक्री पर कानून सख्त हो गया है और पकड़ में आने वाले को जिला न्यायालय में जमानत नही मिलती और हाई कोर्ट में जमानत के लिए महीने भर से ज्यादा इंतजार करना पड़ता है ,किसी निर्दोष को फंसाने के बजाय सावधानी बरतनी चाहिए और कम से कम किसी शराब तस्कर के साथ जबरिया पकड़ में आये कोई भी युवक को अपनी बात और सफाई देने का मौका दिया जाना चाहिए अन्यथा कई बेगुनाह युवकों को जबरिया महीनों हवालात और जेल में काटने पड़ सकते है ।
ताजा मामला बीजापुर का है । शराब तस्करों के साथ पुलिस ने निर्दोष पर भी कर दी कार्रवाई , अपने बेगुनाह होने की दुहाई देता रहा , कितुं पुलिस ने एक न सुनी ।
मामला बीजापुर जिले की है जहां से एक सनसनी वाक्या सामने आया है जिसमे पुलिस की हद दर्जे की मनमानी देखने को मिली है , जिनकी दबंगाई देख कर अनुमान लगाया जा सकता है की , यह चाहे तो किसी भी निर्दोष को गुहगार और गुहगार को निर्दोष साबित कर सकते हैं अगर कोई व्यक्ति इनसे सवाल पूछने की हिमाक़त भी करे तो उसे भी अंजाम भयानक भुगतना पड़ सकता लिहाज खामोशी में ही भलाई समझ सब्र का घूंट पीकर रह जाते हैं । बीते दिनों ऐसा ही शराब तस्करी के अपराध में बीजापुर पुलिस ने तहतक विवेचाना किये बिना ही कार्रवाई कर दी और निर्दोष को सलाखों के पीछे डाल दिया में
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बीजापुर पुलिस को सूचना मिली की पिकप वाहन में भारी मात्रा में शराब लेजाया जा रहा है बीजापुर थाना प्रभारी चन्द्रशेखर बारीक ने,एक टीम एस आई ज्ञानेंद्र सिंह चौहान,पीयूष कटियार,व धनुष यादव को निर्देश देने के बाद तत्काल टीम ने पिकअप वाहन सीजी-17-एच-2914 में रोककर जांच की इस दौरान
1लाख 80हजार नगद व 30 पेटी बियर 61200रुपये अवैध रूप से ले जा रहे थे , पुलिस ने तीनों आरोपी प्रदीप साहू, पिता भागवत साहू उम्र 28वर्ष आवापल्ली,महेश गुप्ता 26 वर्ष आवापल्ली हिरासत में लिया । इस कार्रवाई में एक और व्यक्ति इजराइल खान 38 वर्ष पर भी करवाई कर दी ।
बताया गया कि इजराइल खान साप्ताहिक बाजार हाट में घड़ी दुकान की फेरी कर अपना जीवन यापन करता है बीते दिनों भी यह व्यक्ति खरीदारी करने जगदलपुर गया हुआ था , वापसी के दौरान भैरमगढ़ ग्राम में शराब तस्करी परिचित को देख साथ में बैठाकर लेजाने की बात कही जिसपर आरोपी राजी हो गये , जब इजराइल ने पीछे रखे बॉक्स सन्दर्भ में पूछने पर टाइल्स होना बताया , जिसके बाद वह निश्चिंत होकर बैठ गया , लेकिन पर्दे के पीछे हक़ीक़त कुछ और थी जिसका इसे अंदाज़ा तक नही था । पुलिस के हत्थे चढ़ते ही निर्दोष को गुनाहगार के कटघरे में लाकर खड़े कर दिया । पुलिस द्वारा की जाने वाली कार्रवाई के दौरान आरोपी स्वयं इजराइल के निर्दोष होने तथा शराब तस्करी में शामिल नही होने की बात कही , वही वह खुद भी हांथ जोड़कर पुलिस के सामने अपनी बेगुनाही की दुहाई देता रहा । मगर पुलिस बिना जांच पड़ताल किये ही आबकारी 34/2 के तहत कार्रवाई कर जेल भेजे दिया । इससे अंदाजा लगाया जा सकता है की नक्सल प्रभावित क्षेत्र में होने का किस प्रकार गलत फायदा उठा रही है ।