*बिलासपुर । बी सी खेलने में मात्र 13 हजार रुपए की वसूली के लिए एक युवती ने अपने साथियों के साथ दो युवकों का घर के सामने से अपहरण कर लिया। चंद घण्टो में ही युवक बरामद हो गया साथ ही अपहरण करने वाली युवती व उसके एक साथी को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
मिली जानकारी के अनुसार सिविल लाईन थाना क्षेत्र के पल्लव भवन के पास स्थित पारिजात एक्सटेंशन में 30 वर्षीय ऋषभ श्रीवास्तव पिता स्व. गोविंद श्रीवास्तव रहता है। परिवार में उसकी माँ सुनीता श्रीवास्तव व पत्नी है। ऋषभ श्रीवास्तव प्राईवेट ठेकेदारी का काम करता है। ऋषभ की पत्नी आईसीआईसीआई बैंक में कार्यरत हैं। कल शाम लगभग 6 बजे ऋषभ घर मे अकेला था। उसकी मां अपने भाई के यहां गयी हुई थी व उसकी पत्नी बैंक में थी। तभी एक लड़की क़ई लड़कों को लेकर दो फोर व्हीलर व कुछ बाइको में पहुँची। वहां पहुँचे युवती व युवकों ने पहले ऋषभ की माँ के बारे में पूछताछ की। जब ऋषभ ने माँ के घर मे नही होने की बात कही,तब युवक व युवती जबर्दस्ती घर मे ऋषभ को धक्का देकर घुस गए। घर मे तलाश करने के बाद सभी बाहर निकल गए। उनके पीछे पीछे ऋषभ भी बाहर निकला,तब फिर ऋषभ के साथ मारपीट करते हुए उसे अपनी माँ को बुलाने के लिए या जहां गयी है वहां का पता बताने का दबाव बनाने लगे। घबरा कर ऋषभ ने गंगानगर सेक्टर टू निवासी अपने जीजा आशुतोष कश्यप (39 वर्ष) को जानकारी दी। जानकारी मिलने पर वे ऋषभ के घर पहुँचा। आशुतोष प्रॉपर्टी डीलिंग का काम करते हैं। ऋषभ को मारपीट करते हुए युवक व युवती अपने साथ लेकर जा रहे थे। ऋषभ को ले जाने का विरोध करने पर युवकों ने आशुतोष के साथ मारपीट करते हुए उसे भी अपने साथ एक स्कूटी में जबरन बैठा के ले गए। साथ ही लड़की का एक साथी अपने साथ ऋषभ की स्कूटी को भी चलाते हुए ले गया।
ऋषभ को पहले थोड़ी दूर तक स्कूटी में सभी आरोपी ले कर गए उसके बाद उसे मारपीट करते हुए ग्रे कलर की एसयूवी में लेकर सरकण्डा थाना क्षेत्र स्थित लोयला स्कूल के पास एक आफिस पहुँचे, वहां उन्होंने ऋषभ से स्टाम्प में दस्तखत ले लिए। दस्तखत लेने के बाद उसे पास के ही एक खुले मैदान में पहुँचे। वहां ऋषभ के ही मोबाईल से उसकी पत्नी प्रज्ञा श्रीवास्तव को फोन कर 50 हजार रुपये नगद व चेक की मांग करने लगे। न देने पे जान से मारने की धमकी भी आरोपी दे रहे थे। ईसी बीच अपहर्ता युवक व युवक्ति को बातचीत करने में मशगूल देखकर ऋषभ कार की डाईस बोर्ड में रखी अपनी स्कूटी की चाबी उठाकर वहां से स्कूटी चालू कर भाग निकला। ऋषभ को भागता देख किडनैपरों ने उसका पीछा भी किया। भागते हुए ऋषभ कोतवाली थाना में घुस गया। ऋषभ ने बताया कि युवकों ने उसका शनिचरी रपटा तक पीछा किया।
तो वही ऋषभ के जीजा आशुतोष कश्यप को स्कूटी में उठा कर ले जाने वाले युवक उसे सरकण्डा स्टेटबैंक के सामने स्थित एक नोटरी के दफ्तर लेकर पहुँचे। युवक दफ्तर के सामने पहुँचे ही थे कि तभी वहां से गुजर रहे ट्रेफिक एडिशनल एसपी रोहित बघेल को देखकर युवक ने शोर मचाया। एडिशनल एसपी की गाड़ी रुकते ही युवक आशुतोष को छोड़ कर वहां से भाग निकले। यहां भागने वाले युवकों में से एक युवक अपनी एवेंजर बाइक (cg10a u 9101) को छोड़ कर भाग निकला। पुलिस पूछताछ में गाड़ी दिनेश घोरे की निकली।
अपहरण के बाद दोनो युवकों के परिजनों से अपहरण करने वाली युवती व युवक लगातार फोन करके रकम की मांग करते रहे। इसके साथ ही उन्होंने युवक के घरवालों से युवक को छोड़ने की एवज में ब्लेंक चेक में साईन करके लाने की भी मांग की। अपहरण की खबर लगते ही युवक के परिजन थाने पहुँच गए और अपहरण की सूचना दी।
अपहरण की सूचना मिलने पर सक्रिय हुई पुलिस दोनों युवकों के परिजनों को साथ लेकर युवकों की तलाश कर ही रही थी कि उनके मिलने की सूचना मिली। पुलिस टीम दोनो युवकों को कोतवाली थाने व सरकण्डा से लेकर सिविल लाईन थाने पहुँची। जहां पहुँच कर ऋषभ व उसकी माँ सुनीता श्रीवास्तव ने बताया कि निशा ठाकुर नाम की युवती पूर्व में उनके कालोनी में रहती थी। इस दौरान बीसी खेलने के लिए उनका आपस मे परिचय हुआ। निशा ठाकुर का 30 हजार रुपये का बीसी निकला था। श्रीमती सुनीता श्रीवास्तव के अनुसार 30 हजार मे से 17 हजार उसने निशा ठाकुर को दे दिए थे। परिवार में एक रिश्तेदार की गमी होने के चलते वह 13 हजार रुपये नही दे पाई थी जिसे जल्द ही देने आश्वसन सुनीता ने निशा को दिया हुआ था। पर उसके बाद भी निशा उनसे लगातार पैसो की मांग को लेकर धमकी दे रही थी। और आज उसने अपने साथियों के साथ मिलकर अपहरण की घटना को अंजाम दे दिया।
पुलिस टीम ने युवको के मिलने के चंद घण्टो में ही अपहरण को अंजाम देने वाली युवती निशा ठाकुर व उसके एक साथी शुभेन्दु सिकदर को हिरासत में ले लिया। बताया जा रहा है कि युवती तखतपुर की रहने वाली है और वर्तमान में उसलापुर में रहती है। पुलिस ने ऋषभ की शिकायत पर चार नामजद आरोपी निशा ठाकुर,शुभेन्दु सिकदर,व जिस युवक की बाइक जब्त हुई है उस युवक दिनेश घोरे,धर्मेन्द्र दास व अन्य के विरुद्ध अपहरण का एफआईआर दर्ज कर मामले को विवेचना में लिया है।