नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति की छमाही बैठक संपन्न
बिलासपुर-29 अगस्त, 2019
मुख्य राजभाषा अधिकारी एवं उपाध्यक्ष/नराकास, बिलासपुर श्री शशिप्रकाश द्विवेदी की अध्यक्षता में नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति की छमाही बैठक का जोनल रेल कार्यालय के सभाकक्ष मे दिनांकः 28 अगस्त, 2019 को शाम 04 बजे संपन्न हुई. बैठक में बतौर विशिष्ट अतिथि मंडल रेल प्रबंधक श्री आर.राजगोपाल तथा मुख्य सामग्री प्रबंधक (ईएंडजी) श्री पी.के.बी.मेश्राम शामिल हुए। इस अवसर पर रेल साहित्यकारों द्वारा कहानी पाठ किया गया. बैठक में नगर स्थिति सभी केंद्रीय कार्यालयों,उपक्रमों, निगमों एवं बैंकों के प्रमुख शामिल हुए. समिति के सचिव विक्रम सिंह ने गृह मंत्रालय द्वारा निर्धारित कार्यसूची के अनुसार कुल 18 मदों पर समीक्षा करते हुए प्रेजेंटेशन प्रस्तुत किया. विभिन्न मदों पर विस्तार से सदस्यों के साथ चर्चा हुई. सराहनीय कार्य करने वाले कार्यालयों की प्रशंसा की गई तथा जिन कार्यालयों ने निर्धारित लक्ष्य को पूरा नहीं किया है। उनसे आगामी बैठक तक लक्ष्य पूरा करने के लिए कहा गया।
सचिवालय के समन्वय कार्य में सहयोग करने के लिए सदस्यों से प्रगति रिपोर्ट नियमित रूप से भिजवाने का अनुरोध किया गया.गृह मं़त्रालय के पत्रों के हवाला देते हुए बैठक में उपस्थिति की गंभीरता के बारे में सभी सदस्यों का कहा गया।
बैठक को संबोधित करते हुए अध्यक्ष ने कहा कि नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति की छमाही बैठक का आयोजन एक अच्छा प्लेटफार्म हैं जहां सभी मिलजुलकर कार्य करते हैं यहां आप अपने कार्यां का बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं। हमारा विभाग इस बैठक का तथा अन्य कार्यक्रमों का सफल सफल आयोजन करते आ रहा है। उन्होंने कहा कि आगमा बैठक अर्थात जनवरी में होने वाली बैठक तक ‘‘नगर ज्योति‘ पत्रिका के प्रकाशन कार्य किया जाएगा। इस पत्रिका को सारगर्भित एवं उपयोग बनाने के लिए सदस्य कार्यालय की ओर से कहानी, कविता, लेख, विभागीय जानकारी प्रेषित की जाए. मूल पाठ अंग्रेजी भी हो तो उसका अनुवाद कर अच्छे लेखादि को स्थान दिया जाएगा. अच्छे लेख हिंदी में पढ़ी जा सकेगी। कार्यसूची की समीक्षा बाद मदों के बारे में अध्यक्ष ने बताया कि कई विभाग 100 प्रतिशत कार्य हिंदी में कर रहे हैं जो अभिनंदन के पात्र हैं और जो लक्ष्य से पीछे हैं उनका भी उत्साहवर्धन करें। बैठक के क्रम में रेल साहित्यकारों का कहानी पाठ कार्यक्रम रखा गया। कहानी सुनने और सुनाने की परंपरा पर रोशनी डालते हुए वरिष्ठ राजभाषा अधिकारी ने कहा कि ‘‘आज कहानी सुनाने की बात को लोग खारिज कर देते हैं, उनके हाथों पर मोबाइल क्या आ गया है वे समझने लगे हैं कि सरा जमाना उनकी मुट्ठी में आ चुकी है, किन्तु ऐसा नहीं है दृ आज भी हम गई जगह कहानी सुनने और सुनाने का सिलसिला जारी रखे हुए हैं, जिसका ‘असर‘‘ बेअसर‘ नहीं हो सकता।. आज हम मोबाइल युग की ओर बढ़ तो गये हैं लेकिन फिर सुकुन के लिए अखबारों, किताबों और वेदों को ओर लौटना होगा. मोबाइल में उंगली सरकाकर कहानी पढ़ने में वे बात नहीं जो रचना और रचनाकार से रूबरू होने में है।
.कहानी पाठ में श्रीमती अतिया मसूद ने अपनी कहानी ‘‘हिसाब‘‘ का वाचन करते जीवन के उन मूल्यों की तरफ इशारा किया जो हमारे घर-आंगन से गायब हो रही है. श्री खुर्शीद हयात ने अपनी दो कहानी जिसमें ‘‘पीछे छूट जाती हुई मां ‘‘ में एक ऐसी बीमार मां का चित्रण किया जिसे बाप और बेटे ने समान के साथ अकेला छोड़ दिया है। उस मां को व्हील चेयर की जरूरत है मगर वे उन्हें छोड़ बहुत आगे निकल गये हैं और मां बहुत पीछे छूट गई है जिंदगी के प्लेटफार्म पर. आज समान और स्वांग सभी व्हील पर चल रहे हैं . कहानी में उस मां की महत्ता दिखाई गई है जिस मां की गोद भाषा और संस्कृति की गंगोत्री है। उनकी दूसरी कहानी ‘बच्चा बंदर‘ में गुम होती हुई मानवीय संवेदनाओं का खूबसूरत चित्रण हुआ है।
ं श्री टी.श्रीनिवास की कहानी ‘कन्याभोज‘ समाज ने परिवर्तन की बात को रेखांकित करते हुए बालमन की चेतना को बदलने की बात कही है. कहानियों को सुनकर सभी सदस्यों (श्रोताआ)ें ने तालियों से स्वागत किया। इस बैठक में विभिन्न कार्यालय प्रमुख सहर्ष उपस्थित हुए जिनमें बी.एस.एन.एल. से प्रशांत त्रिवेदी, एन.टी.पी.सी. से अनिल कुमार चौधरी, भारतीय खाद्य निगम से सुशील कुमार सिंह, बुनियारी तसर रेशम कीट बीज संगठन से डॉ. आर.बी.सिन्हा, सी.एम.पी.आई. से इंद्रदेव नारायण, भारतीय जीवन बीमा निगम से कुमार कुंतल ,एन.आई.सी. से अरविंद यादव, ओरिएंटल इंश्योरेंस से विजय सिंह ठाकुर,इलाहाबाद बैंक से ए.एन.साहू, सिंडिकेट बैंक से प्रदीप कुमार बांदले,बैंक आफ महाराष्ट्र बैंक से मुकेश कुमार शर्मा, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया से दिनेश कुमार प्रसाद, बैंक ऑफ बड़ौदा से शशांक रंजन, कैनरा बैंक से लोकनाथ, कोयला खान भविष्य निधि से पी. मल्लिक,छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण बैंक से रविकांत अग्रवाल,कार्पोरेशन बैंक से हितेश्वर तिवारी,यूकों बैंक से संजीव कुमार गौड़ा, भारतीय स्टेट बैंक से एस.वी.राधाकृष्ण राव, द न्यू इंडिया इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड से दीपक उमाले, दूरदर्शन केंद्र से पीयूष कुमार झा, केंद्रीय रेशम प्रौद्योगिकी अनुसंधान से मुकल सेनगुप्ता, केंद्रीय औद्योगिक इकाई से कमलेश कुमार, नेशनल सैंपल सर्वे ऑफ इंडिया से अमृत कुमार खेस , पंजाब एंड सिंध बैंक से जन्मेजय बेहरा, बी.ई.एम.एल.से विकास चंद्र कुरील।
कार्यालय के प्रतिनिधि अधिकारियों निम्नलिखित उपस्थित हुए अर्थात यूकों बैंक से नरेश कुमार प्रधान, ओरिएंटल इश्योरेंस से तरूण कुमार अग्रवाल, आकाशवाणी से अविनाश दिवाकर,पंजाव नेशनल बैक से मनोज कुमार, यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस से राजेश शंकर , गुरूघासी दास विश्वविद्याल से श्रीमती प्रतिभा जे. मिश्रा ,एस.ई.सी.एल. से पी. नरेन्द्र कुमार, खान सुरक्षा महानिदेशालय से दीपक कुमार गुप्ता , आयकर विभाग से प्रमुदयाल सिंह, श्रम प्रवर्तन कार्यालय से कुमार देवेन्द्रनाथ, लेखा परीक्षा विभाग से रवीन्द्र गिरी, डाकघर से वीरेन्द्र कुमार, केंद्रीय खनन ईंधन अनुसंधान संस्थान से डॉ मंजुला श्राफ, सी.आर.पी.एफ से कृपाराम कंवर ,सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया से विनय सिंह वैश , पंजाब नेशनल बैंक मनोज कुमार, यूनाइटेड इंडिया इंश्यारेंस से राजेश शंकर एवं विभिन्न विभागों के राजभाषा प्रबंधक, हिंदी अधिकारी, हिंदी अनुवादक एवं राजभाषा अधिकारी व नोडल अधिकारियों ने अपनी उपस्थिति देकर कार्यक्रम शोभा बढ़ाई।
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