बिलासपुर।आठ साल पहले बिलासपुर नगर निगम के कमिश्नर रह चुके नवपदस्थ कलेक्टर सौरभ कुमार ने जिले की जनता को यह भरोसा दिलाया है कि विभिन्न शासकीय कार्यालयों में उनके काम में और प्रशासनिक कार्यों में पारदर्शिता दिखाई देगी, और अधिकारी समय सीमा में कामों को करेंगे जो अधिकारी काम नहीं करेगा उसके खिलाफ कार्रवाई होगी ।कलेक्ट्रेट में पहुंचने वाला हर नागरिक फरियादी नही बल्कि जनता हैं और हम जनता के नौकर है क्योंकि जनता के दिए हुए टैक्स से हमारा वेतन बनता है। हमारा काम ही है जनता के कामों को करना है और जिस पर मैं और मेरी पूरी टीम खरा उतरती दिखाई देगी।
कलेक्टर सौरभ कुमार ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि मैं बिलासपुर को भूल चुका हूं, बिलासपुर एक पुराना समृद्धशाली शहर है और इसे आधुनिक जन उपयोगी नागरिकों के लिए आसान कैसे बनाना है इस काम को यहां के नागरिक ,जनप्रतिनिधि और सरकारी अधिकारियों के साथ ही विभिन्न एनजीओ को मिलकर तय करना है।अभी से विजन बताना जल्दबाजी होगी ।शहर को समझने के लिए कल रात मैने सरकंडा ,लिंगियाडीह ,राजकिशोर नगर तक घुमा ,राजकिशोर नगर में बिजली बंद थी।अभी पूरा शहर घूमूंगा ।लोगो से समस्या भी पूछूंगा।
पत्रकारों ने जमीन के उड़ने, अवैध कालोनियों की बसाहट, स्मार्ट सिटी परियोजना के निगम पर हावी हो जाने ,भूमाफिया, कोल माफिया, ट्रैफिक समस्या, पार्किंग समस्या जैसे विषयों पर प्रश्न किए। कलेक्टर का सीधा कथन था मैं एक दिन में किसी कायाकल्प करने का स्टेटमेंट नहीं दे सकता । मुख्यमंत्री के फ्लैगशिप योजनाओं को लागू करना और शहर की जनता के हित में प्राथमिकता के आधार पर काम हों इस बात पर मेरा जोर रहेगा ।
उन्होंने कहा जनप्रतिनिधियों और आम शहरी के लिए जब भी दफ्तर में हूं काम के लिए उपलब्ध हूं वैसे भी नागरिक कभी भी फरियादी नहीं होता इसलिए उसी का काम हमारी प्राथमिकता हैं।
कलेक्टर सौरभ कुमार ने स्पष्ट तौर पर कहा कि हम जनता के नौकर है हमको जनता का काम करना पड़ेगा अगर कोई अधिकारी जनता को परेशान करता है तो उस पर कार्यवाई होगी राजस्व मामलो में जनता को भटकना न पड़े ये सुनिश्चित किया जाएगा ।सरकारी जमीन से कब्जा हटाया जाएगा। जिन गांवों का नक्शा नही है उसे निकलवाया जाएगा।कलेक्टर सौरभ कुमार ने कहा कि शहर के अवैध कब्जे के खिलाफ मुहिम चलेगी किसी को भी सरकारी जमीन पर कब्जा करने नही दिया जाएगा। कलेक्टर ने कहा कि पुराने कलेक्टर साराँश मित्तर ने बहुत सारे की स्वीकृति दिलाई है जिसके काम शुरू करेंगे और जो जिस योजना पर काम चल रहा है उस पर काम जारी रहेगा , लोगो से और जनप्रतिनिधियों से मिलने का कोई संमय नही है जनता और जनप्रतिनिधियों से हर समय मिलेंगे और जनप्रतिनिधि तो जनता से चुन कर आये उनसे तो मिलना ही पड़ेगा, ।उन्होंने बड़ी साफ़गोई के साथ कहा कि अगर कलेक्टर अपने कार्यालय में बैठा है तो वो सब से मिलेगा इसके लिए अलग से समय लेने की आवश्यकता नही है कलेक्टर अगर ऑफिस में है तो सबसे मिलेगा। कलेक्टर ने कहा कि ज्यादा बोलना अभी उचित नही लेकिन जनता से जुड़े कामो को गंभीरता से करेंगे अभी जिल्रे का दौरा करेंगे और हाइवे किनारे गौठान को व्यवस्थित करने का काम किया जाएगा। कलेक्टर ने शहर की कानून व्यवस्था को लेकर पुलिस के साथ एक बार विस्तृत बैठक करने बात कही ।
कलेक्टर ने स्मार्ट सिटी का काम शहर के सिर्फ 13 वार्डो में चलने और शेष 57 वार्डो के नागरिक उपेक्षित होने की शिकायत करने तथा 10 माह पूर्ण स्मार्ट सिटी स्लाहकार समिति की बैठक में लिए गए निर्णय का पालन नहीं होने के प्रश्न पर कहा कि स्मार्ट सिटी केंद्र सरकार की योजना है और यह देश के 180 शहरों में लागू है ।स्मार्ट सिटी योजना में स्पष्ट तौर पर उल्लेख है कि शहर के मध्य भाग को ही योजना में शामिल किया जाएगा पूरे शहर को नही ।इसके बारे में पहले ही रायपुर और बिलासपुर नगर निगम ने पत्रा चार करके शहर के पूरे वार्डो को स्मार्ट सिटी योजना में शामिल करने की मांग रख चुका है लेकिन इसकी मंजूरी नहीं मिल पाई है ।