विधानसभा में फिर गूंजा सीवरेज का मुद्दा – – – 3.5 वर्षों में ठेका कंपनी को 13.41 करोड़ का भुगतान
2.5 वर्षों में अवैध प्लांटिग की 45 शिकायतें और 94 अवैध कॉलोनियों चिन्हित
3.5 वर्षों में केंद्रीय जेल बिलासपुर के 35 बंदियों की मौतें हुई
बिलासपुर ।छत्तीसगढ़ विधानसभा मानसून सत्र में विधायक शैलेष पांडेय ने फिर एक बार सीवरेज का मुद्दा गंभीरता से उठाया है। उन्होंने नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ शिवकुमार डहरिया से पूछा कि सीवरेज परियोजना के अंतर्गत 1 जनवरी 2019 से 31 जनवरी 2022 के बीच ठेका कंपनी को कितना भुगतान किया गया, सीवरेज का कार्य कितना किया गया एवं कितना कार्य लंबित है।
नगरी प्रशासन मंत्री डॉ शिवकुमार डहरिया ने नगर विधायक शैलेष पांडेय के प्रश्न का जवाब देते हुए जानकारी दी कि बिलासपुर नगर निगम में सीवरेज परियोजना के अंतर्गत उक्त अवधि में ठेका कंपनी को 13.41 करोड़ रुपए का भुगतान किया गया है उक्त अवधि में किए गए कार्य एवं शेष कार्य का विवरण भी बताया है।
सीवरेज परियोजना में शेष कार्यों का विवरण
1- सीवर पाइप लाइन 3.47 किमी शेष
2- मेनहोल 170 नग शेष
3- पोपटी चेंबर का नेटवर्क 146.77 किमी शेष
4- प्रॉपर्टी चेंबर 22243 नग शेष
5- पंपिंग स्टेशन (शांति नगर, मंगला, ज्वाली पुल) का कार्य अपूर्ण एवं 3 वर्ष रखरखाव 33 रोड रेस्टोरेशन
6- सीसी रोड 28.76 किमी शेष
7- बीटी रोड 16.22 किमी शेष
8- हाइड्रो टेस्ट जोन 1 – 143.43 किमी शेष
9- सर पर एवं सफाई कार्य 138.94 किमी शेष
10- सर्व एवं सफाई कार्य जोन 2 – 32.77 किमी शेष
2.5 वर्षों में अवैध प्लांटिग की 45 शिकायतें और 94 अवैध कॉलोनियों चिन्हित
नगर विधायक शैलेष पांडेय ने विधानसभा सत्र में बिलासपुर नगर निगम क्षेत्र अंतर्गत बिना अनुमति के निर्माण कार्यों, अवैध कालोनियां, अवैध प्लाटिंग, जमीन कब्जे, बिना नक्शा पास मकानों का निर्माण के संबंध में सवाल किया।
नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ शिव कुमार डहरिया ने बताया कि बिलासपुर नगर निगम क्षेत्र में दिनांक 1 जनवरी 2020 से 31 मई 2022 की अवधि में अवैध प्लाटिंग की 45 शिकायतें प्राप्त हुई तथा अभियंताओं के निरीक्षण में 94 अवैध कॉलोनी चिन्हित की गई है। इस प्रकार कुल 139 प्रकरणों पर कार्यवाही प्रक्रियाधीन है। प्रश्नधिन अवधि में शासकीय भूमि पर अवैध कब्जे की 11 शिकायतें प्राप्त हुई, वही बिना नक्शा पास मकान दुकान निर्माण की 93 शिकायत प्राप्त हुई है जिस पर कार्यवाही प्रक्रियाधीन है।
3.5 वर्षों में केंद्रीय जेल बिलासपुर के 35 बंदियों की मौतें हुई
विधायक शैलेष पांडेय ने बिलासपुर के सेंट्रल जेल में 1 जनवरी 2019 से 31 मई 2022 के बीच कैदियों की हुई मौतें एवं कारणों के संबंध में गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू से प्रश्न किया है
जवाब में मंत्री ताम्रध्वज साहू ने बताया कि उक्त अवधि में केंद्रीय जेल बिलासपुर में जेल के अंदर किसी भी बंदे की मृत्यु नहीं हुई है। केंद्रीय जेल बिलासपुर में परिरूद्ध कुल 35 बंदियों (27 दंडित बंदी एवं 8 विचाराधीन बंदी) की मृत्यु जेल के बाहर छत्तीसगढ़ आयुर्विज्ञान संस्थान बिलासपुर एवं अपोलो हॉस्पिटल बिलासपुर में हुई है। बंदियों की मृत्यु बीमारी की वजह से हुई है। किसी भी जेल अधिकारी एवं कर्मचारी के विरुद्ध कोई कार्यवाही नहीं की गई है।