भाजपा और छजकां दोनों में सन्नाटा , कांग्रेस खेमे में उल्ल्लास
जोगी पिता पुत्र पहली बार गम्भीर संकट के दौर से गुजर रहे तो भाजपा भी कुछ कह पाने की स्थिति में नही है ।
बिलासपुर । अंतागढ़ टेपकांड खुलासा और उसके पहले जोगी पिता-पुत्र पर जाति और जन्मस्थान को लेकर हुई गिरफ्तारी के बाद दोनों के अस्पताल दाखिल हो जाने के बाद जहां छजकां के अस्तित्व पर संकट आ पड़ा है वही जोगी पिता-पुत्र जीवन के सबसे कठिन दौर से गुजर रहे है । आज उनके पक्ष में प्रदेश तो क्या उनके निर्वाचन क्षेत्र मरवाही से बोलने कोई आगे नही आ रहा है । पार्टी से सारे नेता और कार्यकर्ता लगभग मौन हो गए है यह पार्टी के लिए अच्छा संकेत नही दिख रहा । दूसरी ओर मन्तु राव पवार के बयान के बाद भाजपा में भी सन्नाटा छाया हुआ है । अब तो यह भी कहा जाने लगा है कि छत्तीसगढ़ से अब डॉ रमन और अजीत जोगी के युग की समाप्ति हो गई है ।
पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी जाति को लेकर आ रहे फैसले से काफी परेशान थे तो उधर उनके पुत्र धोखाधड़ी के मामले में गिरफ्तार हो गए । जोगी परिवार मुश्किल दौर से गुजर ही रहा था कि दोनों पिता पुत्र अस्पताल पहुंच गए । इसी बीच अंतागढ़ उपचुनाव को लेकर खरीदफरोख्त मामले में मन्तु राव पवार ने राजधानी में जो खुलासा किया वह जोगी पिता पुत्र के लिए किसी सदमे से कम नही है । मगत्वपूर्ण बात यह कि आज पिता पुत्र दोनो को संकट के समय मदद के लिए कोई नही रह गया है । चौतरफा घिर चुके पिता पुत्र अब अपने को बचाने कोर्ट का चक्कर लगाएंगे कि अपनी पार्टी छजकां को बचाएंगे यह यक्ष प्रश्न है ।
पिता पुत्र की हालत देख पार्टी के ही कई नेता पल्ला झाड़ने लगे है । विधायक डॉ श्रीमती रेणु जोगी और बहू ऋचा जोगी के लिए यह घड़ी बेहद कठिन और कड़ी परीक्षा का है ।रहा सवाल पार्टी का तो उसका भगवान ही मालिक है । पार्टी में जो लोग अभी है वे जोगी पिता पुत्र के संकट के समय मे कितने लोग चट्टान की तरह पिता पुत्र के साथ खड़े नजर आएंगे यह आने वाला समय ही बताएगा ।
जाति मामला , अंतागढ़ टेप कांड , जन्मस्थान का मामला उसके बाद पता नही और कौन कौन से खुलासे आगे चलकर होने वाले है जिसका पिता पुत्र को सामना करना पड़ेगा । अभी तो दोनों स्वास्थ्य लाभ ले रहे है और अस्पताल में है ।
जोगी पिता पुत्र के साथ ही अंतागढ़ टेप कांड की गाज अब भाजपा नेताओं पर भी गिर गया है । पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह और पूर्व मंत्री राजेश मूणत का नाम आने और 7 करोड़ की डीलिंग का खुलासा होने पर भाजपा के कई नेता तो राहत की सांस ले रहे होंगे जिनका राजेश मूणत से छत्तीसगढ़ का आंकड़ा रहा है । भाजपा के शीर्ष नेता और संगठन इस पर क्या एक्शन लेते है यह तो आने वाले दिनों में स्पष्ट हो जाएगा मगर अभी तो यह कहा जाने लगा है कि छत्तीसग़ढ में अब रमन युग की समाप्ति हो गई ।इसी तरह अजीत जोगी का युग भी चला गया । भाजपा और छजकां के लोगों में सन्नाटा है वे कुछ भी कहने से परहेज कर रहे है ।