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July 4, 2025 6:37 pm

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छ ग डिप्लोमा अभियंता संघ के निवृतमान अध्यक्ष ने सेवानिवृत इंजीनियर को बगैर प्रावधान बना दिया सलाहकार,संघ के तमाम सदस्यों में है भारी आक्रोश

बिलासपुर।छत्तीसगढ़ डिप्लोमा अभियंता संघ के अध्यक्ष राजीव रिछारिया का कार्यकाल समाप्त हो चुका है लेकिन संघ का चुनाव कराने और पद छोड़ने के बजाय उन्होंने एक सेवानिवृत इंजीनियर को सलाहकार बनाकर रखा है जबकि संघ में सलाहकार का कोई पद ही नहीं है ।कार्यकाल समाप्त होने के बाद भी जबरिया अध्यक्ष रहने वाले श्री रिछारिया के विरुद्ध पंजीयक, फर्म्स एवं सोसायटी को शिकायत की गई है। यह शिकायत प्रदेश के सारे पदाधिकारियों को WhatsApp से भी भेजा गया है, रिछारिया सहित उसके सभी सहयोगियों को शिकायत की प्रति भेजी गई है।

प्रदेश में डिप्लोमा अभियंता संघ की जो प्रतिष्ठा रही है उस प्रतिष्ठा को संघ के पदाधिकारियों का कहना है कि निवृतमान अध्यक्ष ने धूमिल कर दिया है।  संघ के संविधान में – सलाहकार का कोई पद नहीं है।सलाहकार के असंवैधानिक पद पर कार्यरत रिटायर्ड इंजीनियर किस हैसियत से संघ को अपने रिमोट कंट्रोल से संचालित कर रहे है ? असंवैधानिक सलाहकार की करतूतों से संघ के सदस्य और पदाधिकारी त्राहिमाम कर रहे ! 

सदस्यों का कहना है कि वैधानिक सलाहकार थोपने वालों की क्या मजबूरी है ? कार्यकाल समाप्ति के बाद भी असंवैधानिक सलाहकार अपनी बेजा हरकतों से बाज नहीं आ रहे ।असंवैधानिक सलाहकार का समितियों में दौरा करना , संघ की बैठकों में शामिल होना अत्यंत आपत्तिजनक है ।ज़िला समितियों के निर्वाचन का संपादन असंवैधानिक सलाहकार किस नियम के तहत कर रहे ?

भूतपूर्व प्रांताध्यक्ष ने असंवैधानिक सलाहकार को किस नियम के तहत संघ संचालन का अधिकार दिया है ? संघ किसी पदाधिकारी की जागीर नहीं जो किसी भी अनाधिकृत/ अवांछित व्यक्ति के पास गिरवी रखने की मनमानी करे !संघ किसी पदाधिकारी की निजी संपत्ति नहीं जिसे मनमाने ढंग से संचालित करने Power of attorney अनधिकृत/ अवांछनीय व्यक्ति को दे !

आम सदस्यों को – तथ्यात्मक और संवैधानिक जवाब माँगने का मौलिक अधिकार है ।समिति का कार्यकाल 23 फ़रवरी 2023 को समाप्त हो गया है ।संघ के इतिहास में पहली बार ये हो रहा है कि – कार्यकाल समाप्ति के लगभग सवा माह बाद अधिवेशन स्थल तय करने भूतपूर्व महामंत्री द्वारा बैठक की सूचना जारी की है । मतलब , अधिवेशन दो तीन माह बाद होगा तब तक संघ, बेजा क़ब्ज़ा धारियों के चंगुल में रहेगा ?

समय पर निर्वाचन के लिए अधिवेशन संपन्न नहीं करवाने की सुनियोजित योजना किसने बनाई ? संवैधानिक व्यवस्था को भंग करने के लिए ज़िम्मेदार कौन है ? इसी तरह भूतपूर्व महामंत्री द्वारा कार्यकाल समाप्ति के बाद स्वयं को महामंत्री लिखना , अनैतिक/असंवैधानिक है ।संविधान का अवलोकन करना चाहिए- कार्यकाल समाप्ति के बाद संघ को संचालित करने की क्या व्यवस्था है ? संघ के इतिहास में 2020-23 का कार्यकाल काला अध्याय के तौर पर दर्ज हो गया है।90%  सदस्य वर्तमान पदाधिकारियों के खिलाफ हैं और आक्रोशित हैं। इस बारे में हमने ई राजीव रिछारिया को उनके फोन नंबर 73546 30000 में फोन कर उनका पक्ष जानने का प्रयास किया लेकिन उन्होंने फोन रिसीव ही नही किया ( देंखे पंजीयक, फर्म्स एवम सोसायटी को भेजे गए शिकायती पत्र में क्या कहा गया है)

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