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April 4, 2025 11:14 pm

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नंद कुमार साय ने भाजपा से दिया इस्तीफा,पार्टी में सन्नाटा,चुनाव के पहले ओबीसी और आदिवासियों को साधने में लगी भाजपा के समक्ष नया संकट

रायपुर।विधान चुनाव से पहले  भाजपा जहां पिछड़ा वर्ग और आदिवासी समाज के वोटों को साधने तमाम तरह की जुगत लगाने में लगा हुआ है और भाजपा के प्रदेश प्रभारी ओम माथुर छत्तीसगढ़ में ही है तब पार्टी को करारा झटका देते हुए  भाजपा के वरिष्ठ आदिवासी नेता डॉ. नंद कुमार साय ने  पार्टी की प्राथमिक सस्ता और तमाम पदों से इस्तीफा दे दिया है। श्री साय अविभाजित मप्र के दौरान से ही बड़े आदिवासी नेता के रूप में देश भर में चर्चित रहे है। श्री साय का भाजपा के तमाम बड़े नेताओं और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सर संघ चालक से लेकर संघ के तमाम पूर्व और वर्तमान पदाधिकारियों से बेहतर संबंध रहे है। छत्तीसगढ़ में वे आदिवासी मुख्यमंत्री के प्रबल दावेदार भी रहे है लेकिन भाजपा ने आदिवासियों के वोट तो लिए परंतु आदिवासी मुख्यमंत्री के नाम पर पार्टी के तमाम नेता नाक भौं सिकोड़ते रहे हैं। श्री साय ने अपने इस्तीफे के जो कारण बताए है उससे भाजपा के आदिवासी प्रेम की सच्चाई प्रदर्शित करता है। आदिवासियों के प्रति भाजपा का रुख समझते हुए पिछले चुनाव में बस्तर और सरगुजा के आदिवासी मतदाताओं ने भाजपा को करारी शिकस्त दी थी जिससे भाजपा को 15 साल की सरकार गवानी पड़ी थी। श्री साय का इस्तीफा भाजपा के लिए कितना नुकसान देह साबित होगा यह तो चुनाव के नतीजों से पता चलेगा लेकिन तात्कालिक तौर पर भाजपा के पास श्री साय का कोई विकल्प नहीं है। श्री साय ने प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव को पत्र लिखकर इस्तीफा सौंपा है।इतना ही नहीं नंद कुमार साय ने पार्टी के नेताओं पर छवि धूमिल करने का आरोप भी लगाया है। उन्होंने इस्तीफा पत्र में लिखा  है कि, भारतीय जनता पार्टी के गठन और अस्तिव में आने के प्रारंभ से लेकर आज पर्यन्त तक पार्टी द्वारा विभिन्न महत्वपूर्ण पदों और उत्तरादायित्व की जितनी भी जिम्मेदारी मुझे दी गई, उसे पूरे समर्पण एवं कर्तव्य परायणता के साथ मैने अपने उत्तरदायित्व एवं पदों का निर्वहन किया, जिसके लिए मैं पार्टी का आभार व्यक्त करता हूं।

पिछले कुछ वर्षों से भारतीय जनता पार्टी में मेरी छवि धूमिल करने के उद्देश्य से मेरे विरूद्ध अपनी ही पार्टी के राजनीतिक प्रतिद्वंदियों द्वारा षड़यंत्रपूर्वक मिथ्या आरोप और अन्य गतिविधियों द्वारा लगातार मेरी गरिमा को ठेस पहुंचाया जा रहा है, जिससे मैं अत्यंत आहत महसूस कर रहा हूं।उन्होंने लिखा कि बहुत गहराई से विचार करने के बाद मैं भारतीय जनता पार्टी की अपनी प्राथमिक सदस्यता एवं अपने सभी पदों से इस्तीफा दे रहा हूं। मेरी इस्तीफा स्वीकार करने की कृपा करें। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि, आज भारतीय जनता पार्टी जिसके गठन से लेकर आज पर्यन्त तक पूरे मेहनत एवं ईमानदारी से सींच कर फर्श से अर्श तक पहुंचाया था, उसे छोड़ते समय अत्यंत पीड़ा एवं दुख तो हो रहा है परन्तु वर्तमान में पार्टी में मेरे समाज की एवं मेरी छवि और गरिमा को जैसे आहत किया जा रहा था।

श्री साय के इस्तीफे से भाजपा में सन्नाटा है। हो सकता है श्री साय के समर्थक भी भाजपा छोड़ दें।

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