बिलासपुर। आज जब पूरा देश अयोध्या में मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा होने के अवसर पर खुशियों से सरोबर है और पूरा देश आनंदित और आल्हादित है ,आज ऐतिहासिक अवसर है ऐसे कुछ पुराने यादगार पल भी कम महत्वपूर्ण नहीं है ।अयोध्या में कार सेवकों द्वारा बाबरी मस्जिद ढहाए जाने के बाद केंद्र की सरकार द्वारा तत्कालीन उप्र और एमपी की सरकारें बर्खास्त कर राष्ट्रपति शासन लगाया गया था ।उस वक्त अविभाजित मप्र के तत्कालीन मुख्यमंत्री रहे सुंदर लाल पटवा बिलासपुर आए ।वे भाजपा के वरिष्ठ नेता लखी राम अग्रवाल के भाई रामचंद्र अग्रवाल के निवास में भाजपा नेताओ के साथ चर्चा कर रहे थे ।इसी दौरान सीपत विधानसभा क्षेत्र से पार्टी टिकट पर चुनाव लडे वरिष्ठ नेता रामनारायण शास्त्री ने श्री पटवा को बताया कि वे भी कारसेवक के रूप में अयोध्या गए थे और किस तरह छिपते छिपाते बाबरी मस्जिद तक पहुंचे थे ।
पंडित शास्त्री ने श्री पटवा को यह भी बताया कि वे कैसे बाबरी मस्जिद के गुम्बद को गिराने में अपना योगदान दिया था श्री शास्त्री की बातों को गंभीरता पूर्वक सुनने के बाद श्री पटवा से नही रहा गया और वे अपने आपको रोक नही पाए ।उन्होंने श्री शास्त्री के गले लगते हुए कहा:पंडित जी आप महान हो आपके चरण कहां है?मैं आपका चरण स्पर्श करके अपने को धन्य मानूंगा और यह भी मान लूंगा कि मैं भी बाबरी विध्वंस में शामिल था ।बात आई और गई । आज न तो श्री पटवा और न ही श्री शास्त्री रहे लेकिन रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के ऐतिहासिक अवसर पर इन दोनो नेताओ के बीच हुए संवाद का स्मरण जरूर हो जाता है। इन दोनो दिवंगत नेताओ के बीच हुए संवाद के दौरान यह पत्रकार भी मौजूद था तब न तो आज जैसे असंख्य टी वी चैनल,पोर्टल,यू ट्यूब और पत्रकारों ,कैमरामैन की फौज थी और न ही सरकार के खिलाफ बेधड़क बोलने वाले भाजपा के नेता थे ।
लखीराम अग्रवाल राज्यसभा सदस्य ,एमपी प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष हुआ करते थे और वे एक मात्र ऐसे नेता थे जो मुखर होकर सरकार की नीतियों के खिलाफ बोलते थे ।वे जब भी बिलासपुर आते अक्सर अपने भाई रामचंद्र अग्रवाल के निवास में राजनैतिक बीट देखने वाले चुनिदा पत्रकारों को फोन करके बुलवाते थे ।उस दिन भी श्री पटवा के बिलासपुर आने पर उन्होंने गिनती के पत्रकारों को बुलवाया था ।
*पंडित शास्त्री ने मोदी को भी उनके राजनीति में अच्छे दिन आने के बारे में पहले ही बता दिया था
शायद बहुत कम लोगो को यह बात मालूम होगा कि पंडित रामनारायण शास्त्री ने पंधी वाले ज्योतिष राधेश्याम पांडेय द्वारा ज्योतिष गणना कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (तब वे पी एम नही बने थे) के राजनीति में अच्छे दिन आने का भविष्य पहले ही बता दिए थे। इस ज्योतिष गणना वाली कुंडली को श्री शास्त्री ने श्री मोदी को दिया था और बताया था कि आने वाले कुछ वर्षों में आप भारतीय राजनीति के शीर्ष पद पर विराजमान होंगे। इसी ज्योतिष गणना के चलते श्री शास्त्री को सीपत विधानसभा की टिकट मिली थी ।
*लगे हाथ यह भी जान लीजिए
बाबरी मस्जिद विध्वंस के कुछ माह पहले बिलासपुर के एक ज्योतिष डा जी एम नश्कर (अब दिवंगत) ने सार्वजनिक तौर पर यह कहा था कि सुंदर लाल पटवा की सरकार वर्ष 1993 की पहली सूरज को नहीं देख पाएगा तब दिग्विजय सिंह ने टिप्पणी करते हुए कहा था कि क्या बेवकूफी जैसा दावा है यह ,दो तिहाई बहुमत वाली सरकार ऐसे कैसे गिर सकती है लेकिन दिसंबर 6, 1992 में बाबरी मस्जिद विध्वंस के कारण सुंदर लाल पटवा सरकार को बर्खास्त कर दिया गया था ।