बिलासपुर । बिलासपुर लोकसभा सीट के लिए कल 7 मई को वोट डाले जाएंगे। बिलासपुर लोकसभा सीट से कांग्रेस बीजेपी और बसपा समेत 37 प्रत्याशी चुनाव मैदान में है ।इन सभी उम्मीदवारों का भाग्य कल इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन में बंद हो जाएगा ।मतदान दल अपने-अपने मतदान केदो के लिए रवाना हो चुके हैं। चुनाव में प्रचार करने के लिए यदि कोई नहीं आया तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह बिलासपुर नहीं आए शायद भारतीय जनता पार्टी को बिलासपुर से पार्टी की जीत सुनिश्चित लग रही है इसी वजह से दोनों बड़े नेता का बिलासपुर में एक भी बार चुनावी सभा नहीं हो पाई इसके विपरीत कांग्रेस प्रत्याशी देवेंद्र यादव के पक्ष में राहुल गांधी सचिन पायलट कन्हैया कुमार सुप्रिया श्री नेत सहित पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी चुनावी सभा को संबोधित कर कांग्रेस के पक्ष में माहौल बनाया वहीं हमर राज पार्टी के नेता पूर्व केंद्रीय मंत्री अरविंद नेताम भी बिलासपुर आए और अपने प्रत्याशी अधिवक्ता सुदीप श्रीवास्तव के पक्ष में समर्थन मांगा ।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी के चुनाव प्रचारक योगी आदित्यनाथ भी बेलतरा विधानसभा क्षेत्र में चुनाव प्रचार के लिए पहुंचे थे बिलासपुर लोकसभा सीट में मुंगेली, बिलासपुर, तखतपुर, बिल्हा, मस्तूरी ,कोटा और लोरमी, बेलतरा विधानसभा शामिल है पिछले 35 वर्षों से भारतीय जनता पार्टी का बिलासपुर लोकसभा सीट पर कब्जा है । वर्ष 2008 में भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी दिलीप सिंह जू देव ने कांग्रेस की प्रत्याशी डॉक्टर रेणु जोगी को मात्र 20,000 वोटो से पराजित किया था उसके बाद भारतीय जनता पार्टी का जनाधार बिलासपुर में लगातार बढ़ते गया ।लखनलाल साहू ने भारतीय जनता पार्टी प्रत्याशी के रूप में जहां 176000 मतों से जीत दर्ज की थी उसके बाद ,भारतीय जनता पार्टी के जन आधार में थोड़ी कमी आई और अरुण साव पिछले चुनाव में 141000 वोटो से चुनाव जीते थे। विधानसभा चुनाव में भले ही भाजपा 8 में से 6 सीटें जीती लेकिन जीत हार के वोटो का आंकड़ा देखे तो भाजपा लगभग एक लाख वोटो से आगे है ।इस बार भारतीय जनता पार्टी ने ना तो लखन साहू को टिकट दिया और नहीं अरुण साव को प्रत्याशी बनाया बल्कि लोरमी के पूर्व विधायक तोखन साहू को मौका दिया कांग्रेस ने दावा किया है कि इस बार बिलासपुर के मतदाता इस मिथक को तोडेंगे कि बिलासपुर में भारतीय जनता पार्टी का कब्जा है। भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी तोखन साहू और भारतीय जनता पार्टी के नेताओं को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ऊपर भरोसा है और वह हर सभा में यही बात दोहराते हैं कि बिलासपुर के साथ ही पूरे छत्तीसगढ़ में भाजपा और भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी चुनाव नहीं लड़ रहे हैं बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चेहरे पर मतदाता अपना वोट करेंगे। पूरे चुनाव में देश प्रदेश की ज्वलंत मुद्दों को छोड़कर मंदिर मस्जिद ,मिशनरी और संविधान पर ही नेताओं का पूरा भाषण केंद्रित रहा। बिलासपुर लोकसभा क्षेत्र के 21 लाख से भी ऊपर मतदाताओं पर किन नेताओं के भाषण का असर पड़ा है यह चुनाव परिणाम से स्पष्ट हो जाएगा।
कोरबा । लोकसभा चुनाव के अंतिम दौर में कोरबा लोकसभा सीट में “शेरनी”आ चुकी है ।कोरबा जिले और आसपास के लाखो आदिवासी वैसे भी गजराज से हलाकान है उसके बाद कही शेरनी को घर बुला लिए तो आदिवासियों के लिए “आ बला पकड़ गला” जैसी स्थिति हो जायेगी ।सीधे साधे […]