बिलासपुर । सरकार ने 43 दिनों से बंद शराब दुकानों को खोलने का आदेश क्या दे दिया तमाम शराब दुकानों में ऐसी भीड़ उमड़ पड़ी कि सामाजिक दूरी की अनिवार्यता तार तार हो गई । जान जोखिम में डाल कर भाड़े के लोग सौ पचास रुपये के लालच में शराब खरीदने टूट पड़े इससे कोरोना संक्रमित या सस्पेक्टेड लोग भी खुदा न खास्ता भीड़ में आ जाये तो पता ही न चले । हालांकि यह भीड़ सिर्फ 2 दिन ही रहेगी ऐसा कहने वालो की संख्या भी काफी है मगर आज रिस्क तो ले लिया गया । अगर अगले कुछ दिन और भीड़ इसी तरह दिखी तो हो सकता है सरकार को अपने निर्णय पर पुनर्विचार करना पड़ जाए । बिलासपुर जैसी स्थिति कमोबेश प्रदेश के अधिकांश स्थानों के शराब दुकानों में रही है ।
बिलासपुर में कोरोना संक्रमण से सिर्फ एक महिला के प्रभावित होने और उसके भी स्वस्थ होकर लौट जाने के कारण ही बिलासपुर जिला आज ग्रीन जोन में है मगर आज पहले ही दिन शराब दुकानों में दिखी भीड़ से चिंतित बिलासपुर विधायक शैलेष पांडेय ने जिला कांग्रेस कमेटी ग्रामीण के अध्यक्ष ,पार्षद विजय केशरवानी की मौजूदगी में प्रदेश शासन के मुख्य सचिव आरपी मंडल को फोन लगाकर शराब दुकानों में उमड़ी भीड़ पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि लॉक डाउन का पालन कराने और कोरोना वायरस से सजग व सतर्क रहने पिछले 43 दिनों तक बिलासपुर में काफी मेहनत की है । लोगो के घरों में स्वास्थ्य विभाग का अमला भेज डेढ़ लाख लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण कराया गया और लोगो के ट्रेवल टूर का पता लगाया गया इसी की वजह से बिलासपुर की स्थिति बेहतर बनी हुई है मगर शराब दुकानों की भीड़ से खतरा बढ़ सकता है ।
श्री पांडेय ने मुख्य सचिव से शराब दुकानों में उमड़ी भीड़ पर चिंता जताते हुए आग्रह किया है कि शराब दुकानों को खोलने के निर्णय पर पुर्नविचार किया जाए तथा लॉक डाउन समाप्ति तक शराब दुकानों को न खोलने का निर्णय लिया जाता है तो और भी बेहतर होगा ।